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वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi)

वर्षा ऋतु

वर्ष ऋतु हमारे लिए ढेर सारी खुशियों की बौछार लेके आती है। भारत में वर्षा ऋतु एक बेहद ही महत्वपूर्ण ऋतु है। वर्षा ऋतु आषाढ़, श्रावण तथा भादो मास में मुख्य रूप से होती है। वर्षा ऋतु मुझे बहुत पसंद है। ये भारत के चार ऋतुओं में से मेरी सबसे प्रिय ऋतु है। यह गर्मी के मौसम के बाद आती है, जो साल की सबसे गर्म ऋतु होती है। भयंकर गर्मी, गर्म हवाएँ (लू), और तमाम तरह की चमड़े की दिक्कतों की वजह से मैं गर्मी के मौसम में काफी परेशान हो जाता हूँ। हालाँकि, सभी परेशानियाँ वर्षा ऋतु के आने के साथ ही दूर हो जाती है।

Seasons in India Essay in Hindi | 10 Lines on Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (Short and Long Essay on Rainy Season in Hindi, Varsha Ritu par Nibandh Hindi mein)

वर्षा ऋतु पर निबंध – 1 (250 – 300 शब्द).

मनुष्यों के साथ ही साथ पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ वर्षा ऋतु का इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को गर्मी से राहत और सुकून मिलता है।

वर्षा ऋतु का आगमन

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहती है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आती है। आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। आकाश में सफेद, भूरे और गहरे काले बादल भ्रमण करते दिखाई देते है।

प्रकृति पर वर्षा ऋतु का प्रभाव

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा बगीचें और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियां, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाते है। सड़कें और खेल के मैदान भी पानी से भर जाते है और मिट्टी कीचड़ युक्त हो जाती है।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

वर्षा ऋतु, किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहती है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है। इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है।

वर्षा ऋतु में वातावरण शुद्ध और दर्शनीय हो जाता है। प्रकृति फल और फूलों से लद जाती है। हमें वर्षा ऋतु बहुत पसंद आता है।

इसे यूट्यूब पर देखें : Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 2 (300 शब्द) – वर्षा ऋतु के फायदे व नुकसान

वर्षा ऋतु में आकाश में बादल छा जाते हैं, वे गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। हरियाली से धरती हरी-हरी मखमल सी लगने लगती है। वृक्षों पर नये पत्ते फिर से निकलने लगते हैं। वृक्ष लताएँ मानो हरियाली के स्तम्भ लगते हैं। खेत फूले नहीं समाते, वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। वर्षा ऋतु में जीव जन्तु भी बढ़ने लगते हैं। ये हर एक के लिये शुभ मौसम होता है और सभी इसमें खुशी के साथ ढेर सारी मस्ती करते है।

वर्षा ऋतु में इंद्रधनुष

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई महीने में शुरु हो जाती है और सितंबर के आखिर तक रहता है। ये असहनीय गर्मी के बाद सभी के जीवन में उम्मीद और राहत की फुहार लेकर आता है। इंसानों के साथ ही पेड़, पौधे, चिड़ियाँ और जानवर सभी उत्सुकता के साथ इसका इंतजार करते है और इसके स्वागत के लिये ढेर सारी तैयारियाँ करते है। इस मौसम में सभी को राहत की साँस और सुकून मिलता है।

आकाश बहुत चमकदार, साफ और हल्के नीले रंग का दिखाई पड़ता है और कई बार तो सात रंगों वाला इन्द्रधनुष भी दिखाई देता है। पूरा वातावरण सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। सामान्यतः मैं हरे-भरे पर्यावरण और दूसरी चीजों की तस्वीर लेता हूँ जिससे ये मेरे कैमरे में यादों की तरह रहे। आकाश में सफेद, भूरा और गहरा काला बादल भ्रमण करता दिखाई देता है।

इस मौसम में हम सभी पके हुये आम का लुत्फ़ उठाते है। वर्षा से फसलों के लिए पानी मिलता है तथा सूखे हुए कुएं, तालाबों तथा नदियों को फिर से भरने का कार्य वर्षा के द्वारा ही किया जाता है। इसीलिए कहा जाता है कि जल ही जीवन है।

संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर

सभी पेड़ और पौधे नयी हरी पत्तियों से भर जाते है तथा उद्यान और मैदान सुंदर दिखाई देने वाले हरे मखमल की घासों से ढक जाते है। जल के सभी प्राकृतिक स्रोत जैसे नदियॉ, तालें, तालाबें, गड्ढें आदि पानी से भर जाता है। सड़कें और खेल का मैदान भी पानी से भर जाता है और मिट्टी कीचड़युक्त हो जाती है। वर्षा ऋतु के ढेर सारे फायदे और नुकसान है।

एक तरफ ये लोगों को गरमी से राहत देती तो दूसरी तरफ इसमें कई सारी संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर बना रहता है। यह किसानों के लिये फसलों के लिहाज से बहुत फायदेमंद रहता है लेकिन यह कई सारी संक्रमित बीमारियों को भी फैलाता है। इससे शरीर की त्वचा को काफी असुविधा होती है। इसके कारण डायरिया, पेचिश, टाईफॉइड और पाचन से संबंधित परेशानियाँ सामने आती है।

वर्षा ऋतु में रोगों के संक्रमण की संभावना अधिक हो जाती है और लोग अधिक बीमार पड़ने लगते है। इसलिए इस ऋतु में लोगों को सावधानी से रहना चाहिए और बारिश का मजा लेना चाहिए और जहां तक हो सके बारिश के पानी को संचित करने का उपाय ढूँढना चाहिए।

Rainy Season Essay in Hindi

निबंध 3 (400 शब्द) – वर्षा ऋतु का महत्व

धरती तप रही थी सूर्य आग उगल रहा था। सारे पेड़ पौधे सुख रहे थे। पक्षी-पशु जल बिना बेहाल थे। हर व्यक्ति उत्तेजना से मानसून की प्रतीक्षा कर रहा था। तभी आश्चर्यजनक रूप से मौसम में बदलाव आया। आकाश बदलो से घिर गया, तेज हवा और गड़गड़ाहट के साथ मध्य वर्षा होने लगी। मिट्टी की सौंधी सुगंध सांसों को महकने लगी। पेड़ पौधों में नया जीवन आ गया।

वर्षा ऋतु हम सभी के लिये प्यारा मौसम होता है। सामान्यतः: ये जुलाई के महीने में आता है और सितंबर के महीने में जाता है। ये प्रचण्ड गर्मी के मौसम के बाद आता है। ये धरती पर मौजूद हर जीव-जन्तु के लिये एक उम्मीद और जीवन लेकर आता है जो सूरज की ताप की वजह से खत्म हो जाता है। यह अपने प्राकृतिक और ठंडे बारिश के पानी की वजह से लोगों को बहुत राहत देता है। गर्मी के कारण जो नदी और तालाब सूख जाते वे फिर से बारिश के पानी से भर जाते है इससे जलचरों को नया जीवन मिल जाता है। यह उद्यानों और मैदानों को उनकी हरियाली वापस देती है। वर्षा हमारे पर्यावरण को एक नयी सुंदरता प्रदान करती है हालाँकि ये दुख की बात है कि ये सिर्फ तीन महीनों के लिये रहती है।

वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये

आम जन जीवन के अलावा वर्षा ऋतु का सबसे अधिक महत्व किसानों के लिये है क्योंकि खेती के लिये पानी की अत्यधिक आवश्यकता होती है जिससे फसलों को पानी की कमी न हो। सामान्यतः: किसान कई सारे गड्ढे और तालाब बनाकर रखते है जिससे वर्षा के जल का जरूरत के समय उपयोग कर सकें। वास्तव में वर्षा ऋतु किसानों के लिये ईश्वर के द्वारा दिया गया एक वरदान है। बारिश न होने पर वे इन्द्रराज देव से वर्षा के लिये प्रार्थना करते है और अंततः: उन्हें वर्षा का आशीर्वाद मिल जाता है। आसमान में बादल छाये रहते है क्योंकि आकाश में यहाँ और वहाँ काले, सफेद और भूरे बादल भ्रमण करते रहते है। घूमते बादल अपने साथ पानी लिये रहते है और जब मानसून आता है तो बारिश हो जाती है।

वर्षा ऋतु के आने से पर्यावरण की सुंदरता बढ़ जाती है। मुझे हरियाली बेहद पसंद है। वर्षा ऋतु के पलों का आनन्द लेने के लिये मैं सामान्यतः अपने परिवार के साथ बाहर घूमने जाता हूँ। पिछले साल मैं नैनीताल गया था और वह एक अच्छा अनुभव था। कई पानी से भरे बादल कार में हमारे शरीर पर पड़े और कुछ खिड़की से बाहर निकल गये। बारिश बहुत धीमे हो रही थी और हम सभी इसका आनन्द उठा रहे थे। हम लोगों ने नैनीताल में बोटिंग (नौकायन) का भी आनन्द उठाया। हरियाली से भरा नैनीताल बहुत अद्भुत लग रहा था।

ज्यादा बारिश हमेशा खुशियां ही नहीं लाता कभी-कभी जल प्रलय का कारण भी बन जाता है। कई जगह ज्यादा बारिश होने से गांव डूब जाते है और जन-धन की भी हानि होती है। बहुत ज्यादा बारिश के कारण खेते डूब जाते है फसलें भी नष्ट हो जाती और किसानों को बहुत नुकसान भी होता है।

Essay on Rainy Season in Hindi

निबंध 4 (600 शब्द) – वर्षा ऋतु के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी है

वर्षा ऋतु को सभी ऋतुओं का रानी कहा जाता है। भारत में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह हर साल गरमी के मौसम के बाद जुलाई से शुरु होकर सितंबर तक रहता है। जब मानसून आता है तो आकाश के बादल बरसते है । गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण पानी के संसाधन जैसे महासागर, नदी आदि वाष्प के रुप में बादल बन जाते है। वाष्प आकाश में इकट्ठा होती है और बादल बन जाते है जो वर्षा ऋतु में चलते है जब मानसून बहता है और बादल आपस में घर्षण करते है। इससे बिजली चमकती और गरजती है और फिर बारिश होती है।

हमारे देश में चार मुख्य ऋतुओं में वर्षा ऋतु एक है। यह ऐसी ऋतु है जो लगभग सभी लोगों की पसंदीदा होती है क्योंकि झुलसा देने वाली गर्मी के बाद ये राहत का एहसास लेकर आती है। वर्षा ऋतु जुलाई से शुरू होती है अर्थात सावन भादों के महीनों में होती है। यह मौसम भारतीय किसानों के लिए बेहद ही हितकारी एवं महत्वपूर्ण है।

कड़कड़ाती गर्मी के बाद जून और जुलाई के महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है और लोगों को गर्मी से काफी राहत मिलती है। वर्षा ऋतु एक बहुत ही सुहाना ऋतु है। वर्षा ऋतु आते ही लोगों में खासकर के किसानों में खुशियों का संचार हो जाता है। वर्षा ऋतु सिर्फ गर्मी से ही राहत नहीं देता है बल्कि यह खेती के लिए वरदान है। बहुत सारे फसल अच्छी वर्षा पर निर्भर करता है। अगर अच्छी वर्षा नहीं हुई तो ज्यादा उपज नहीं हो पाएगा, जिससे लोगों को सस्ते में अनाज नहीं मिल पाएगा।

वर्षा ऋतु के दोनों पहलू : फायदे और नुकसान

वर्षा ऋतु के अपने फायदे और नुकसान है। बारिश का मौसम सभी को अच्छा लगता है क्योंकि यह सूरज की तपती गर्मी से राहत देता है। यह पर्यावरण से सभी गर्मी को हटा देता है और एक ठंडक एहसास होता है। यह पेड़, पौधे, घास, फसल और सब्जियों आदि को बढ़ने में मदद करता है। यह मौसम सभी जानवरों और पक्षियों को भी बेहद पसंद होता है क्योंकि उन्हें चरने के लिये ढेर सारी घास और पीने के लिये पानी मिल जाता है। और इससे हमें दिन में दो बार गाय और भैंसों का दूध उपलब्ध हो जाता है। सभी प्राकृतिक संसाधन जैसे नदी और तालाब आदि पानी से भर जाते है।

जब बारिश होती है तो सभी सड़कें, उद्यान तथा खेल के मैदान आदि जलमग्न और कीचड़युक्त हो जाते है। इससे हमें रोज खेलने में बाधा उत्पन्न होती है। सूरज की उपयुक्त रोशनी के बिना सब कुछ बदबू करने लगता है। सूरज की रोशनी की कमी की वजह से बड़े स्तर पर संक्रामक बीमारियों (विषाणु, फफूंदी और बैक्टीरिया से होने वाली) के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वर्षा ऋतु में, भूमि की कीचड़ और संक्रमित वर्षा का पानी धरती के अंदर जाकर पानी के मुख्य स्रोत के साथ में मिलकर पाचन क्रियाओं के तंत्र को बिगाड़ देते है। भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना भी बनी रहता है।

वर्षा का दृश्य

पृथ्वी को मनोरम और अलौकिक रूप को देखकर बादल भी उसकी ओर आकर्षित होकर प्रेमी नायक की भांति झुकते ही चले आते हैं। और रसमय होकर उसे सरस बना देते हैं।  जैसे ही पृथ्वी पर बूँदें पड़ने लगती है वैसे ही पृथ्वी से अद्भुत भीनी-भीनी सुगंध उठने लगती है। वृक्षों में नया जीवन आ जाता है और वे हरे-भरे हो जाते हैं। पक्षी गण कलरव करने लगते हैं। इस प्रकार वर्षा के आगमन से  वातावरण ही बदल जाता हैं।

आखिरकार सभी के द्वारा वर्षा ऋतु को बहुत पसंद किया जाता है। हर तरफ हरियाली ही दिखाई देती है। पेड़, पौधे और लताओं में नयी पत्तियाँ आ जाती है। फूल खिलना शुरु हो जाते है। हमें आकाश में इन्द्र धनुष देखने का बेहतरीन मौका मिलता है। इस मौसम में सूरज भी लुका-छिपी खेलता है। मोर और दूसरे पक्षी अपने पंखों को फैलाकर झूमने लगते है। हम सभी वर्षा ऋतु का आनन्द स्कूल और घर दोनों जगह लेते है।

FAQs: Frequently Asked Questions

उत्तर – वर्ष भर में एक बार आने वाली वह ऋतु जिसमें वायुमंडलीय तापमान और आर्द्रता सामान्यतः उच्च रहते हैं, वर्षा ऋतु कहलाती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु जून-जुलाई के महीने में आती है।

उत्तर – वर्षा ऋतु में अरहर, चावल, मक्का, मूंगफली, सोयाबीन आदि फसलें बोई जाती हैं।

उत्तर – वर्षा ऋतु में बोई जाने वाली फसलों को खरीफ फसल कहते हैं।

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वर्षा ऋतु पर निबंध – सरल शब्दों में | Essay on Rainy Season in Hindi

क्या आप वर्षा ऋतु पर निबंध लिखना चाहते हैं? अगर आप ढूंढ रहे हैं Essay on Rainy Season in Hindi तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं। इस पोस्ट में हम आपके लिए बरसात के मौसम पर short essay लेकर आये हैं जो की बहुत ही सरल भाषा में लिखे गये हैं। हमें उम्मीद है आपको ये वर्षा ऋतु के बारे में निबंध पसंद आयेंगे। आप इस निबंध को स्कूल-कॉलेज या प्रतियोगिता आदि में लिख सकते हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 100 शब्दों में | Short Essay on Rainy Season in Hindi

मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है। यह हर वर्ष जुलाई के महीने में आता है और हमें मई जून की तपती गर्मी से राहत देता है। यह मौसम जुलाई से सितम्बर तक तीन महीने तक रहता है। जब बारिश होती है तो सूखे हुए पेड़-पौधे फिर से हरे-भरे हो जाते हैं।

इस मौसम में हम मीठे-मीठे आम को खाने का आनंद लेते हैं। साथ ही इस ऋतु में हम सभी भारतीय कई सारे त्यौहार जैसे रक्षाबंधन, कृष्ण जन्माष्टमी, गणेश पूजा, ईद-उल-जुहा, मुहर्रम आदि को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। इसके अलावा लम्बी छुट्टी के बाद इसी महीने में हमारी स्कूल फिर से शुरू होती है। नये कॉपी-किताबों के साथ हम बड़े उत्साह से नई कक्षा में प्रवेश लेते हैं।

Varsha Ritu Par Nibandh – 250 शब्द

मई-जून की तपती हुई गर्मी को शांत करने के लिए हमारे देश में जुलाई महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। बरसात का यह मौसम पेड़, पौधे, मनुष्य तथा सम्पूर्ण जीव जगत में एक नया उत्साह पैदा कर देती है।

गर्मी से सूखे हुए पेड़ फिर से हरे-भरे हो जाते हैं, तपती हुई धरती में जब पानी की बूँदें पड़ती हैं तो बंजर खाली जमीन में घास और नये पौधे निकल आते हैं।

किसानो के लिए वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नही है। गर्मी के मौसम में सारे खेत-खलिहान सूख जाते हैं। नदी-तालाबों, कुओं और सभी जल स्त्रोतों में पानी की कमी हो जाती है ऐसे में किसान फसल नही उगा सकते इसलिए उन्हें बरसात के मौसम का इन्तजार रहता है ताकि खेती करके अच्छी फसल उगा सकें और साल भर के लिए अनाज का प्रबंध कर सकें।

वर्षा ऋतु का महत्त्व

सभी ऋतुओं में वर्षा ऋतु का अपना एक अलग महत्व है। जैसा की हम सब को पता है की जल के बिना जीवन सम्भव नही है, अगर बरसात नही होगी तो पानी की कमी हो जाएगी और अकाल भी पड़ सकता है इससे जन-जीवन पर बहुत ही बुरा असर पड़ सकता है।

हमारा देश कृषि प्रधान देश है, और बिना वर्षा के खेती करना बहुत मुश्किल है। यही वजह है की जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो किसान खुश हो जाते हैं क्योंकि इससे खेतों पर पानी की कमी पूरी हो जाती है।

वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी कहा गया है। वर्षा ऋतु के अपने फायदे भी हैं तो कुछ नुकसान भी जैसे इस मौसम में मच्छर, कीड़े-मकोड़े आदि भी पैदा होते हैं और बीमारियाँ फैलने का खतरा भी रहता है। अधिक वर्षा होने पर बाढ़ का खतरा बना रहता है। लेकिन इन सब के बावजूद यह ऋतु सम्पूर्ण जीव जगत के लिए जीवनदायिनी है।

वर्षा ऋतु पर निबंध – 300 शब्द

भारत में ग्रीष्म ऋतु की चिलचिलाती हुई गर्मी जून तक रहती है, इसके बाद वर्षा ऋतु की शुरुआत होती है और यह सुहाना मौसम सितम्बर रहता है। वर्षा की फुहारें बेहद आनंददायक और सुकून देने वाली होती हैं। इंसानों से लेकर हर जीव जंतु तो इस मौसम का इंतजार रहता है।

इस मौसम में बादलों में काली-भूरी घटायें छा जाती हैं और जब मौसम साफ़ हो जाता है तो पूरा आसमान नीला और मनमोहक दिखाई देने लगता है। और हाँ इन्द्रधनुष को हम कैसे भूल सकते हैं, सात रंगों वाला यह मनमोहक दृश्य सिर्फ सिर्फ इसी मौसम में ही तो दिखाई देते हैं। पूरी धरती हरी-भरी हो जाती है, मिटटी से सौंधी-सौंधी खुशबू, पक्षियों की चहचाहट मन मोह लेती हैं।

वर्षा ऋतु की विशेषताएं

खेती करने लिए बरसात का मौसम ही अनुकूल होता है क्योंकि गर्मी में जल स्तर कम होने और जलाशय के सूखने के बाद इसी ऋतू में सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध हो पाता है। वर्षा ऋतू सिर्फ इंसानों के लिए ही फायदेमंद नही है इससे सूखे हुए पेड़-पौधों और गर्मी से व्याकुल पशु पक्षियों में भी नई जान आ जाती है।

इस मौसम में जंगलों का नजारा बेहद अनोखा होता है, आपने मयूर के बारे में तो सुना ही होगा काले बादल जब छाते हैं तो ये अपने खूबसूरत पंखों को फैलाकर नृत्य करते हैं, गर्मी में बेहाल और प्यासे जानवर पहली बारिश से ही राहत महसूस करते हैं।

वर्षा ऋतु से लाभ और हानि

वर्षा ऋतु में खेतों में हरियाली आ जाती है, बीजों से अंकुरण निकल आता है, किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। धरती का जल स्तर भी बढ़ जाता है इससे पानी की कम दूर हो जाती है। अगर वर्षा ऋतु न आये तो हमारे पास अनाज की कमी हो जाएगी जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो जायेगा।

बेशक वर्षा ऋतु का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है, लेकिन फायदों के साथ-साथ इस मौसम के कुछ नुकसान भी हैं। अत्यधिक बारिश होने से बाढ़ आ सकता है नदी नालों में उफान आ जाता है। गावों से लेकर शहर तक जलमग्न हो सकते हैं इससे जानमाल की बहुत हानि होती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध -400 शब्द | Essay on Rainy Season in Hindi

भारत में छः ऋतुएं आती हैं जिनमे से वर्षा ऋतु का अपना एक खास महत्त्व होता है। वर्षा ऋतु को ऋतुओं की रानी भी कहा जाता है। हमारे देश में वर्षा ऋतु का समय जुलाई से सितम्बर तक होता है।

मुख्य रूप से सावन का महिना ऐसा समय होता है जब मानसून सबसे अधिक सक्रिय हो जाता है। जून की झुलसा देने वाली गर्मी और गर्म हवाओं से राहत तभी मिलती है जब वर्षा की फुहारें धरती पर पड़ती हैं। धरती की प्यास बुझ जाती है, सूखे हुए पेड़ पौधों को नया जीवन मिल जाता है, तालाब, नदी नाले और जलाशय पानी से भर जाते हैं।

बरसात का मौसम जब आता है तो चारो ओर हरियाली छा जाती है, चिड़िया चहचहाने लगते हैं, मेंढक टर्राने लगते हैं, जंगली-जानवर भी चैन की सांस लेते हैं मानो सभी जीव-जंतुओं को इसी मौसम का बेसब्री से इन्तजार रहता है। पपीहे की पीहू-पीहू बहुत ही प्यारी लगती है, रात में जुगनू भी दिखाई देते हैं और झींगुर की झंकार भी सुने देती है ऐसा लगता है मानो सम्पूर्ण प्रकृति बोल उठी हो।

वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार

वर्षा ऋतु तीज-त्योहारों का भी मौसम है इस समय भारत में कई सारे त्यौहार मनाये जाते हैं जैसे:

  • रक्षाबंधन – यह भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाला हिन्दुओं का प्रमुख त्यौहार है।
  • तीज – यह हिन्दू महिलाओं द्वारा अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत है।
  • जन्माष्टमी – कृष्ण जन्मोत्सव का यह त्यौहार हिन्दुओ द्वारा पूरे देश में मनाया जाता है।
  • श्री कृष्ण जयंती – यह भी समूर्ण भारत में मनाया जाता है।
  • ईद उल जुहा – यह मुसलमानों का एक प्रमुख त्यौहार है।
  • प्रकाश वर्ष – पंजाब में इस पर्व को धूमधाम से मनाया जाता है।
  • मुहर्रम – यह सिया मुस्लिमों का प्रमुख त्योहार है।
  • ओणम – यह केरल का प्रमुख त्योहार है।
  • गणेश पूजा – इसे पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

वर्षा ऋतु के लाभ

  • ग्रीष्म ऋतु की असहनीय गर्मी को कम करता है और वातावरण में ठंडक आ जाती है।
  • खेती के लिए अनुकूल मौसम बनता है और किसानो को सिंचाई के लिए पानी मिल जाता है।
  • सूखे हुए नदी-नाले, तालाब और पोखर पानी से भर जाते हैं।
  • वर्षा जल का संचयन करके पूरे वर्ष के लिए पानी बचाया जा सकता है।
  • भू-जल स्तर में भी सुधार होता है।
  • पर्यावरण हरा-भरा हो जाता है।
  • गाय-भैंस और जानवरों के लिए हरे चारे का प्रबंध हो जाता है।

वर्षा ऋतु से हानि

  • मिटटी गीली हो जाती है जिससे कीचड और गन्दगी फ़ैल जाती है।
  • अधिक बारिश से आवागमन में परेशानी होती है।
  • बाढ़ का खतरा रहता है।
  • संक्रामक रोग फैलने का खतरा रहता है।
  • छोटे-छोटे गड्ढों में पानी जमा हो जाते हैं जहाँ मच्छर पैदा हो जाते हैं।

आपको यह वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi) कैसी लगी हमें कमेंट करके जरुर बताएं। वर्षा ऋतु पर निबंध for class 1, class 2, class 3, class 4, class 5 से class 10 तक के बच्चे इसे लिख सकते हैं। हमने इस आर्टिकल में वर्षा पर 100 शब्द से 400 शब्दों में निबंध लिखें हैं और ये आपके जरुरत के अनुसार अलग-अलग परीक्षाओं और प्रतियोगिताओं में आपके काम आ सकते हैं।

  • सभी ऋतुओं के नाम
  • ग्रीष्म ऋतु पर निबंध
  • 10 Lines on Winter Season in Hindi
  • 10 lines on spring season in Hindi

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It was an incredible essay. Especially, I like the essay on vasra ritu in 250 words.

Thank you Piyush

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वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi

Essay on Rainy Season in Hindi : दोस्तों आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11 & 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है.

वर्षा ऋतु जन जीवन का आधार है, इस समय मौसम सुहावना हो जाता है सभी जीव जंतुओं और मनुष्यों का मन प्रफुल्लित हो उठता है. बच्चों को बारिश बहुत अच्छी लगती है इसलिए अक्सर परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने को दिया जाता है.

Essay on Rainy Season in Hindi

Get Some Essay on Rainy Season in Hindi for class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11 & 12 Students.

Best Essay on Rainy Season in Hindi 100 Words

हमारा देश कृषि आधारित देश है इसलिए आप वर्षा का होना बहुत जरूरी है. बारिश के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है क्योंकि बारिश से ही हमें पीने योग्य अमृत समान जल प्राप्त होता है.

भीषण गर्मी और लू चलने के बाद जब मानसून आता है तो चारों ओर खुशहाली और हरियाली छा जाती है. हर तरफ ठंडी-ठंडी हवाएं चलती है, खेतों में फसल लहरा उठती है, किसानों के चेहरे खिल उठते है, बच्चे भी बारिश और ठंडी हवा का आनंद लेते है.

बारिश का मौसम सबसे सुहाना मौसम होता है यह मौसम मुझे सबसे प्रिय और अच्छा लगता है.

Varsha Ritu Essay in Hindi 250 Words

वर्षा ऋतु हमारे देश में जुलाई माह से प्रारंभ होती है और सितंबर माह तक वर्षा होती है. गर्मियों की झुलसा देने वाली गर्मी के बाद सभी लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार करते है. हमारे देश के किसान तो हर समय आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखते रहते है.

वर्षा ऋतु किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है इस समय किसानों खरीफ की फसल बोते है और बारिश आते है फसल लहरा होते है चारों ओर खेतों में हरी भरी फसल लहराते देखकर मन प्रशंसा पूर्वक हर्षा उठता है

गर्मी के कारण सूखे हुए पेड़ पौधे भी नव अंकुरित हो उठते है, सूखी हुई नदियां, तालाब, बावड़िया, बांध पानी से लबालब भर जाते है धरती की प्यास बुझती है और भूजल स्तर ऊंचा उठ जाता है. सभी जीवो को बारिश से राहत की सांस मिलती है.

बारिश के आगमन पर मोर छम-छम करके नाचता है , कोयल मीठी राग सुनाती है, मेंढक टर्र-टर्र करके अपनी खुशी जाहिर करता है. वर्षा ऋतु बहुत ही मनोरम ऋतु होती है इस ऋतु में सभी का मन ऐसा होता है क्योंकि चारों तरफ हरियाली, ठंडी हवा और सुख शांति फैल जाती है.

मानसून के दिनों में आसमान में काले सफेद बादल पानी लेने के लिए दौड़ते नजर आते है, काली घटाओं में बिजली का चमकना बहुत अच्छा लगता है.

गर्मियों के कारण जो बच्चे घर से बाहर निकलना बंद कर देते हैं बारिश के मौसम में वे बाहर निकल कर खूब खेलते नाचते गाते है और बारिश का भरपूर आनंद उठाते है.

बारिश का मौसम पृथ्वी पर रहने वाले प्रत्येक जीव को नया जीवन प्रदान करता है इसलिए मुझे वर्षा ऋतु बहुत पसंद है.

Latest Essay on Rainy Season in Hindi 500 Words

भूमिका –

भारत में मुख्य रूप से वर्षा सावन और भादो माह में होती है यह वह समय होता है जब मानसून सबसे सक्रिय रूप में होता है. ग्रीष्म काल की झुलसाती हुई गर्मी से राहत बारिश के कारण ही मिलती है.

गर्मियों के कारण भारत के प्रत्येक प्रांत का तापमान इतना अधिक बढ़ जाता है कि दिन में बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. हर तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाती है.

सभी नदी, नालों, तालाबों का पानी सूख जाता है जिसे जीव-जंतुओं का जीवन बहुत कठिन हो जाता है. लेकिन जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है.

ऐसा लगता है मानो बारिश की बूंदों के रूप में धरती पर अमृत की बौछार कर दी गई हो, बारिश के कारण ही पृथ्वी पर जीवन संभव है.

वर्षा ऋतु का महत्व –

वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे अच्छे ऋतु मानी जाती है, जब भी वर्षा आती है तब धरती का कण कण उमंग से प्रफुल्लित हो उठता है. जब धरती पर प्रचंड गर्मी के बाद मानसून की पहली बारिश होती है तो धरती से सोंधी सोंधी खुशबू आती है जिसके आगे दुनिया का सबसे खुशबूदार इत्र भी कम पड़ता है.

हमारा देश गर्म प्रांतीय क्षेत्र में आता है इसलिए यहां पर सबसे अधिक गर्मी पड़ती है, नदियों में पानी का अभाव है इसलिए पानी की उपलब्धता कम है. इसीलिए हमारे देश में वर्षा ऋतु का महत्व और भी बढ़ जाता है वर्षा ऋतु जब भी आती है तो सभी के मन को भा जाती है.

हमारा भारत देश के प्रधान देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर खेती ही की जाती है और खेती के लिए पानी की आवश्यकता होती है इस आवश्यकता की पूर्ति सावन और भादो माह में आने वाली बारिश ही करती है. किसानों के लिए तो यह अमृत के समान है क्योंकि उनकी फसल बारिश पर ही निर्भर करती है.

जब बारिश अच्छी होती है तो देश के हर प्रांत में खेतों में फसल लहरा उठती है चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है ऐसा लगता है मानो धरती ने हरी चुनरी ओढ़ ली हो.

बारिश के कारण सभी नदी नाले और तालाब पानी से लबालब भर जाते हैं जिसके कारण पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतुओं को मीठा जल पीने को मिलता है.

और धरती का भू-जल स्तर भी बढ़ जाता है जिससे गर्मी का प्रकोप कम हो जाता है और चारों तरफ ठंडी ठंडी हवाएं चलती है जो कि प्रत्येक प्राणी की मन को खुशहाली से ओतप्रोत कर देती है.

वर्षा के कारण फसल अच्छी होती है इसलिए सभी को खाने के लिए अनाज मिलता है साथ ही किसानों को इससे अच्छी पूंजी भी मिल जाती है.

जिससे उनका जीवन यापन थोड़ा सरल हो जाता है. बारिश अच्छी होती है तो देश की प्रगति भी तेजी से होती है. वर्तमान में जल की कमी का ज्यादातर भाग मानसून की बारिश से ही पूरा होता है इसलिए बारिश का महत्व हमारे जीवन में अतुल्य है.

निष्कर्ष –

हमारे जीवन में सभी ऋतुओं का महत्व है लेकिन सबसे अधिक महत्व वर्षा ऋतु का है जिसके कारण पृथ्वी की संपूर्ण जीवन प्रणाली चलती है लेकिन कभी-कभी अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ हानि भी हो जाती है लेकिन इसके महत्व के आगे यह नगण्य है.

वर्षा हमारी धरती के लिए बहुत आवश्यक है इसलिए में इसके जल को सहेज कर रखना चाहिए और अधिक वर्षा हो इसलिए पेड़ पौधे लगाने चाहिए.

Full Essay on Rainy Season in Hindi

प्रस्तावना –

हमारा भारत देश बहुत सारी विभिन्नताओं वाला देश है इसलिए हमारे देश में ऋतुओं में भी विभिन्नता पाई जाती है. हमारे देश में कुल छ: ऋतुएँ ग्रीष्म, वर्षा, शीत ऋतु, हेमन्त, शिशिर और बसंत है जो कि हर दो महीने के अंतराल में बदल जाती है.

ऋतुओं के नाम के हिसाब से पृथ्वी का वातावरण बदलता रहता है, इन्हीं में से एक वर्षा ऋतु है जोकि संपूर्ण पर्यावरण में जीवन रेखा का काम करती है.

वर्षा ऋतु में बहुत तेज और अधिक बारिश होती है कई बार तो हफ्तों तक लगातार रिमझिम बारिश होती रहती है. वर्षा ऋतु में जुलाई में प्रारंभ होती है और अगस्त माह तक इसका पूरा जोर रहता है.

वर्षा ऋतु का आगमन –

जब वर्षा ऋतु का आगमन होता है तो चारों तरफ खुशहाली और हरियाली छा जाती है, भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन को राहत मिलती है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी में खुशी की लहर दौड़ जाती है. बारिश के समय बच्चे खूब नहाते और खेलते है अपनी कागज की नाव पानी में तैराते है.

किसान भी समय बहुत खुश होता है क्योंकि उसकी फसल लहरा उठती है. वर्षा के समय सूख चुके जंगल के पेड़ पौधे फिर से नव अंकुरित हो उठते है. सूखी काली पहाड़ियों पर हरियाली की चादर बिछ जाती है हर तरफ रंग बिरंगे फूल दिखाई देते है.

नदियां, ताल तलैया, नाले, बांध इत्यादि सभी पानी से भर जाते है, पूरा वातावरण ठंडा हो जाता है. पशु पक्षियों को खाने के लिए हरी घास और पेड़ पौधे मिल जाते है. वर्षा ऋतु का आगमन पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के लिए खुशियों की चाबी है.

वर्षा का आगमन सभी को भाता है यह प्रकृति की काया पलट कर रख देता है प्रकृति के सारे रंग हमें बारिश के मौसम में देखने को मिल जाते है यह दृश्य किसी स्वर्ग लोक से कम नहीं होता है.

वर्षा ऋतु के लाभ –

वर्षा ऋतु का लाभ संपूर्ण पर्यावरण को मिलता है बारिश के कारण ही पर्यावरण का पूरा चक्कर चल पाता है इसके मुख्य लाभ हमने नीचे पॉइंट के माध्यम से समझाएं है.

(1) किसानों को –

किसानों के लिए तो वर्षा ऋतु किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि वर्षा ऋतु से पहले किसान अपने खेतों में निराई गुड़ाई और खाद डालकर फसल के लिए तैयार करते है. यह सब इतना आसान नहीं होता क्योंकि उस समय भयंकर गर्मी और लू चलती है.

किसान प्रचंड गर्मी में दिन भर मेहनत करता है और फिर आसमान की तरफ टकटकी लगाए देखता रहता है कि कब बादल आए और बारिश होगी. हमारे देश के ज्यादातर किसान मानसून आधारित बारिश पर ही अपनी फसल बोते है.

इसलिए जब बारिश का मौसम आता है तो किसानों के मुंह की मुस्कान देखते ही बनती है. उनके द्वारा लगाई गई फसल, फल, सब्जियां इत्यादि सभी भरपूर मात्रा में होती है.

(2) पर्यावरण –

हमारी पृथ्वी की पर्यावरण के चक्कर को सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्षा ऋतु का अहम महत्व है अगर यह रितु नहीं होगी तो संपूर्ण पर्यावरण तंत्र बिगड़ जाएगा. चारों तरफ पानी के लिए त्राहि-त्राहि मच जाएगी फिर पृथ्वी पर जीवन जीना मुश्किल हो जाएगा.

इसलिए जब बारिश आती है तो जीव जंतुओं के लिए चारे पानी की व्यवस्था हो जाती है और इंसानों के लिए भी पानी और अन्य फसल की व्यवस्था हो जाती है. पृथ्वी का पर्यावरण में फिर से एक बार जान आ जाती है. इसलिए वर्षा ऋतु का हमारे पर्यावरण के लिए अहम महत्व है.

(3) जीव – जंतुओं –

भयंकर गर्मी के कारण सभी पेड़ पौधे और घास सूख जाती है साथ ही पानी के तालाब और नदियां सूख जाती हैं जिससे जीव जंतुओं को खाने के लिए कुछ नहीं मिलता और पीने के लिए पानी भी बहुत कम मिलता है. इसके कारण धीरे-धीरे जीव जंतु और पशु पक्षी पानी और खाने की कमी के कारण मृत्यु के आगोश में चले जाते है.

लेकिन जब वर्षा ऋतु आती है तब फिर से पानी और खाने की कमी दूर हो जाती है इसलिए वर्षा ऋतु जीव जंतुओं के लिए अमृत के समान कार्य करती है.

(4) भू-जल स्तर बढ़ना –

गर्मी और अत्यधिक तापमान के कारण पृथ्वी का जल वाष्प बनकर उड़ जाता है, और मानव द्वारा भूजल का अत्यधिक दोहन करने के कारण भू-जल स्तर कम हो जाता है जिसके कारण पृथ्वी गरम रहती है और हमें स्वस्थ जल पीने को भी नहीं मिलता है.

जब वर्षा ऋतु आती है तब बारिश के कारण ही भू-जल स्तर बढ़ता है जिससे पृथ्वी के तापमान में भी कमी आती है और स्वच्छ जल भी हमें प्राप्त होता है.

(5) व्यापार में तेजी –

हमारा भारत देश कृषि आधारित देश है इसलिए यहां पर ज्यादातर आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए जिस साल अच्छी वर्षा नहीं होती उस साल सभी वस्तुओं के दाम बढ़ जाते है और व्यापार धीमी गति से चलता है.

अगर अच्छी बारिश होती है तो किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त होती है और वे बाजार में आकर नई नई वस्तुएं खरीदते हैं जिससे व्यापार तेजी से बढ़ता है.

(6) देश की प्रगति –

हमारे देश आज भी 70% से अधिक आमदनी कृषि से ही होती है इसलिए हमारे देश के ज्यादातर लोग आज भी किसान है. इसलिए जिस वर्ष भी अधिक वर्षा होती है और फसल अच्छी हो जाती है तो हर प्रकार के व्यापार में तेजी देखने को मिलती है.

इस कारण सभी को खर्च करने के लिए पैसे मिल जाते है और सभी लोग नई नई वस्तुएं खरीदते है जिससे देश की प्रगति होने लग जाती है.

वर्षा से हानि –

वर्षा ऋतु से कुछ हानियां भी होती है लेकिन ज्यादातर मानव जनित कार्यों के कारण उनके घातक परिणाम देखने को मिलते है. वर्षा ऋतु से होने वाली कुछ प्रमुख हानियां निम्नलिखित है –

(1) बाढ़ – अत्यधिक बारिश होने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसके कारण फसल जन-धन की हानि होती है. लेकिन बाढ़ भी मानव जनित कार्य से ही आती है क्योंकि मानव द्वारा जंगलों की कटाई कर दी गई है जिससे पानी का बहाव तेजी से होता है.

और जनधन की हानि भी मानव के कारण ही होती है क्योंकि मानव ने अपने रहने का स्थान नदियों के पास बना लिया है और उनके बहने के क्षेत्र को रोक दिया है जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है. अगर मानव अपनी सीमा में रहे तो बाढ़ की स्थिति इतना भयानक रूप नहीं ले सकती है.

(2) मौसमी बीमारियां –

वर्षा ऋतु में मौसमी बीमारियां बहुत अधिक होती है जैसे हैजा, मलेरिया, त्वचा संबंधी रोग, खांसी जुकाम इत्यादि हो जाती है. लेकिन इनमें से ज्यादातर बीमारियां मानव द्वारा फैलाए गए प्रदूषण के कारण ही उत्पन्न होती है. अगर मानव पर्यावरण का ख्याल रखें तो वर्षा ऋतु से बीमारियां नहीं होंगी.

(3) भू-कटाव –

अत्यधिक तेज वर्षा के कारण भूमि का कटाव होने लग जाता है जिसे उपजाऊ मिट्टी बह कर चली जाती है. जो कि पर्यावरण और फसलों के लिए अच्छा नहीं होता है.

भू-कटाव की स्थिति वर्तमान में बहुत अधिक देखने को मिलती है क्योंकि मानव द्वारा अत्यधिक पेड़ों की कटाई कर दी गई है जिससे भूमि का कटाव हो रहा है इसलिए मैं अधिक से अधिक मात्रा में पेड़ लगाने होंगे और भू-कटाव को रोकना होगा.

वर्षा ऋतु के त्योहार –

वर्षा ऋतु आने के बाद भारत देश में जैसे त्योहारों की झड़ी लग जाती है, भारत में वर्षा से वैसे ही सभी को खुशी मिलती हैं और पूरा वातावरण ठंडा और मनमोहक हो जाता है इन खुशियों में चार चांद लगाने के लिए भारत देश के लोग त्योहारों का आयोजन करते है.

अगर ऐसा कहा जाए कि भारत में त्योहारों की शुरुआत वर्षा ऋतु से ही प्रारंभ होती है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्योंकि ज्यादातर त्यौहार वर्षा ऋतु के बाद ही आते है.

वर्षा ऋतु के बाद प्रमुख रूप से मनाए जाने वाले त्योहार निम्न है – तीज, रक्षाबंधन, गणगौर, दिवाली इत्यादि है.

उपसंहार –

वर्षा ऋतु के कारण संपूर्ण जन जीवन में हर्षोल्लास की लहर दौड़ जाती है, सच में वर्षा ऋतु पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीवो के प्राण के लिए अमृत का कार्य करती है.

खेतों में लहराती हुई फसल का मनमोहक दृश्य बहुत सुहाना लगता है. चारों तरफ हरियाली ही हरियाली देखकर सबके मन को शांति मिलती है.

चहु और पशु पक्षी अपना नया राग सुनाते है यह वाक्य में ही बहुत मनोरम दृश्य होता है और वर्षा ऋतु के कारण भयंकर गर्मी से जो राहत मिलती है उसकी तो कल्पना भी नहीं की जा सकती है.

इसीलिए वर्षा ऋतु सभी ऋतु में सबसे ऊंचा स्थान रखती है. हमें भी वर्षा ऋतु में जल का संग्रह करके वर्षा ऋतु का आदर करना चाहिए.

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7 thoughts on “वर्षा ऋतु पर निबंध – Essay on Rainy Season in Hindi”

वर्षा ऋतु पर निबंध

very good letters

Thank you Arnav for appreciation, keep visiting Hindi yatra.

आप का निबंध हमें बहुत अच्छा लगा।

सराहना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद अंशिका जी ऐसे ही और रोचक जानकारी लेने के लिए हिंदी यात्रा पर आते रहे धन्यवाद

आपका निबंध बहुत अच्छा लगा । धन्यवाद

करन राणा आप का बहुत बहुत आभार

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वर्षा ऋतु पर निबंध (class 4 to 10) – Rainy season essay in hindi

  • Post author: Sachin Rathi
  • Post published: April 12, 2023
  • Post category: Essay / Hindi essay
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नमस्कार मित्रो, इस आर्टिकल में हमने वर्षा ऋतु पर एक सुन्दर निबंध लिखा है। यह निबंध एकदम सरल और आसान भाषा में लिखा गया है। यह निबंध सभी तरह के छात्रों जैसे स्कूल के, कॉलेज के, या किसी भी कम्पटीशन एग्जाम के छात्रों को ध्यान में रखकर लिखा गया है। इस निबंध को पूरा पढ़ने के बाद आपको कही ओर  varsha ritu essay in hindi  खोजने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

वर्षा ऋतु पर निबंध || varsha ritu essay in hindi || Rainy season essay in hindi

Table of Contents

वर्षा ऋतु पर निबंध for class 4 to 8 – (400 शब्द)

भारत में चार मौसम होते हैं, जिनमें से प्रत्येक की मौसम की स्थिति का अपना सेट होता है। बरसात का मौसम, जो आमतौर पर जून से सितंबर तक चलता है, किसानों और पौधों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस दौरान वातावरण में नया उत्साह देखने को मिलता है और यह मौसम लोगों के लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आता है। वर्षा ऋतु आमतौर पर आषाढ़, श्रावण और भादो के महीनों में आती है, और मैं विशेष रूप से इसका आनंद लेता हूँ क्योंकि यह ग्रीष्म ऋतु के बाद आता है, जो वर्ष का सबसे गर्म मौसम होता है। चिलचिलाती धूप, लू और तमाम तरह की त्वचा संबंधी समस्याओं के कारण मैं गर्मी के मौसम में बहुत परेशान हो जाता हूं। हालांकि बरसात का मौसम आते ही सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं। मनुष्य के साथ-साथ पेड़-पौधे, पशु-पक्षी सभी बेसब्री से वर्षा ऋतु का इंतजार करते हैं और उसके स्वागत की तैयारी करते हैं। बरसात के मौसम में सभी को राहत और शांति का अहसास होता है। भारत में बरसात के मौसम को बरसात के नाम से जाना जाता है।

वर्षा ऋतु का आरंभ

भारत में बरसात का मौसम जुलाई में शुरू होता है और सितंबर तक रहता है। इस समय के दौरान, गर्मी की तपिश के दौरान मौसम आमतौर पर ठंडा और अधिक सुखद होता है। आकाश आमतौर पर चमकीला नीला होता है और कभी-कभी सात रंगों का इंद्रधनुष देखा जा सकता है। वातावरण बहुत सुखद लगता है, और बादल सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के आकार जैसे दिखते हैं।

वर्षा ऋतु का प्रभाव

बरसात के मौसम में बारिश का प्रकृति पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है। नदियाँ और नाले सूज जाते हैं और अवरुद्ध हो जाते हैं, और मिट्टी गीली और मैली हो जाती है। इससे पौधों को बढ़ने और जानवरों को भोजन खोजने में मुश्किल हो सकती है।

सभी पेड़ और पौधे नए हरे पत्ते उग रहे हैं और बगीचे और मैदान हरे-भरे घास से ढके हुए हैं। नदियों और तालाबों जैसे प्राकृतिक स्रोतों से पानी जल्दी भर सकता है, और सड़कें और खेल के मैदान भी कीचड़ से भर सकते हैं।

वर्षा की विशेषताएं

बारिश के मौसम में, किसान फसल उगा सकते हैं, और जानवर बड़े हो सकते हैं क्योंकि यह गीला होता है। लोग बारिश में खुश होते हैं क्योंकि वे साल के इस समय पके हुए स्वादिष्ट आमों का आनंद ले सकते हैं। बारिश फसलों को पानी देने और सूखे कुओं, तालाबों और नदियों को फिर से भरने में भी मदद करती है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध for class 9 to 12 – (600 शब्द)

प्रस्तावना:

बरसात के मौसम में अक्सर आसमान बादलों से ढका रहता है। ये बादल गरजते हैं और सुंदर लगते हैं। धरती पर जो हरियाली है, वह हरी मखमल जैसी लगती है। वृक्षों पर नए पत्ते आने लगते हैं और लताएँ फिर हरे रंग के ऊँचे स्तम्भों के समान दिखने लगती हैं। इस समय के दौरान खेत अच्छा नहीं करते हैं क्योंकि बारिश का पानी उन्हें मैला बना देता है। लेकिन क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए बारिश का मौसम खुशी का समय होता है क्योंकि इसका मतलब है कि भगवान किसानों को अधिक फसल पैदा करने का मौका दे रहे हैं। बरसात के मौसम में जानवर भी बड़े हो जाते हैं क्योंकि वे कीचड़ में उगने वाले पौधों को खा सकते हैं।

वर्षा के समय इंद्रधनुष

भारत में बरसात का मौसम आमतौर पर जुलाई में शुरू होता है और सितंबर तक रहता है। यह लोगों के लिए आशा और राहत का समय है, क्योंकि गर्म मौसम अंत में समाप्त हो जाता है। प्रकृति में सब कुछ इसके बारे में उत्साहित है – लोगों से लेकर पौधों, जानवरों और यहां तक ​​कि पेड़ों तक। हर कोई बारिश के मौसम का आनंद लेता है और इससे मिलने वाली राहत के लिए आभारी महसूस करता है।

आसमान बहुत चमकीला और साफ दिखाई देता है, नीले रंग के साथ और कभी-कभी रंगों का इंद्रधनुष देखा जा सकता है। पर्यावरण सुंदर और आकर्षक दिखता है, और मैं अक्सर हरे-भरे वातावरण और अन्य चीजों की तस्वीरें लेता हूं ताकि यह मेरे कैमरे में एक स्मृति बनी रहे। आसमान में सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के बादल चलते देखे जा सकते हैं.

इस मौसम में हम आम का आनंद लेते हैं क्योंकि बारिश हमें फसल उगाने और हमारे कुओं और नदियों को भरने में मदद करती है। कहा जाता है कि जल ही जीवन है क्योंकि यह हमें अपना जीवन जीने में मदद करता है।

बीमारियों के फैलने का डर

वर्षा ऋतु में पेड़-पौधे नई हरी पत्तियों से भर जाते हैं, बाग-बगीचे सुंदर दिखने वाली हरी मखमली घासों से आच्छादित हो जाते हैं और नदियों, झीलों, तालाबों, गड्ढों जैसे जल के प्राकृतिक स्रोत जल से भर जाते हैं। सड़कों और खेल के मैदानों में भी पानी भर जाता है और मिट्टी कीचड़युक्त हो जाती है। बरसात के मौसम के कुछ फायदे और नुकसान हैं।

लोगों को गर्मी से तो काफी राहत मिली है, लेकिन हवा में कई संक्रामक बीमारियां फैलने का भी डर है। यह उन किसानों के लिए अच्छा है जो फसल उगा रहे हैं, लेकिन इससे डायरिया, पेचिश, टाइफाइड और पाचन संबंधी कई समस्याएं भी होती हैं।

वर्षा का महत्व

देश में बारिश इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां रहने वाले ज्यादातर लोग किसान हैं। उनकी आजीविका बारिश पर निर्भर करती है, और जब बारिश होती है, तो नदी और नाले पानी से भर जाते हैं। यह किसानों के लिए अच्छा है, क्योंकि इसका मतलब है कि सूखी नदियों और नालों को सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। बारिश मानव जीवन के लिए इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह अप्रैल और मई में गर्मी के मौसम से राहत दिलाती है।

वर्षा के फायदे और नुकसान

बारिश जीवन का अहम हिस्सा है। इसके बिना, फसलें नहीं उगतीं, और लोगों को बिजली जाने और बाढ़ जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता। बरसात के मौसम का आगमन कई लोगों के लिए उत्साह और आशा का समय होता है, क्योंकि सड़कों और जल निकासी व्यवस्था में साफ पानी बहने लगता है और बीमारियां गायब होने लगती हैं।

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varsha ritu essay in hindi 10 lines

  • भारत में बरसात का मौसम जुलाई में शुरू होता है और सितंबर तक रहता है।
  • इस समय के दौरान, गर्मी की तपिश के दौरान मौसम आमतौर पर ठंडा और अधिक सुखद होता है।
  • आकाश आमतौर पर चमकीला नीला होता है और कभी-कभी सात रंगों का इंद्रधनुष देखा जा सकता है।
  • वातावरण बहुत सुखद लगता है, और बादल सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के आकार जैसे दिखते हैं।
  • बरसात के मौसम में बारिश का प्रकृति पर बड़ा प्रभाव पड़ सकता है।
  • बारिश के मौसम में, किसान फसल उगा सकते हैं।
  • बरसात के मौसम में अक्सर आसमान बादलों से ढका रहता है।
  • वर्षा ऋतु में पेड़-पौधे नई हरी पत्तियों से भर जाते हैं।
  • बरसात के मौसम का आगमन कई लोगों के लिए उत्साह और आशा का समय होता है।
  • बरसात का मौसम एक ऐसा समय होता है जब हवा साफ हो जाती है और आप आसमान को देख सकते हैं।

निष्कर्ष (varsha ritu essay in hindi):

बरसात का मौसम एक ऐसा समय होता है जब हवा साफ हो जाती है और आप आसमान को देख सकते हैं। वर्षा ऋतु में प्रकृति फलों और फूलों से भर जाती है। लोगों को बरसात का मौसम बहुत पसंद होता है क्योंकि यह ऐसा समय होता है जब उनके बीमार होने की संभावना ज्यादा होती है और बारिश ज्यादा होती है। इसलिए बरसात के मौसम में लोगों को सावधान रहना चाहिए और अपना ख्याल रखना चाहिए। बहुत अधिक बारिश कभी-कभी बाढ़ का कारण बनती है। कई जगहों पर बारिश की वजह से गांवों में पानी भर जाता है और लोगों के घरों और संपत्ति को नुकसान पहुंचता है। खेतों में पानी भर जाता है, फसलें नष्ट हो जाती हैं और किसान पीड़ित होते हैं। वर्षा ऋतु हर्ष और उत्साह का सूचक है। बरसात का मौसम आते ही हर उम्र के लोग इसका लुत्फ उठाते हैं। हवा मीठी महकती है और धरती गीली लगती है। बरसात के मौसम में आसमान में इन्द्रधनुष देखा जा सकता है। तरह-तरह के पक्षी गाने लगते हैं। स्कूल और घर में लोग एक साथ बारिश के मौसम का आनंद लेते हैं।

अंतिम शब्द – इस आर्टिकल में आपने v arsha ritu essay in hindi पढ़ा। आशा करते है, आपको ये निबंध पसंद आया होगा। इसे अपने दोस्तों शेयर जरूर करे।

FAQS: (varsha ritu essay in hindi)

 बरसात का मौसम वर्ष का एक ऐसा समय होता है जब हवा आमतौर पर नम और गर्म होती है

वर्षा ऋतु जून-जुलाई माह में होती है।

बारिश महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पौधों और नदियों जैसी चीजों को पानी देने में हमारी    मदद करती है। यह बिजली संयंत्रों की भी मदद करता है।

    तीन प्रकार की वर्षा होती है: संवहन वर्षा, पर्वत या उच्चावच वर्षा, और चक्रवाती   या अग्र वर्षा।

   नीलकंठ और राधा को वर्षा ऋतु सबसे अच्छी लगती थी।

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दा इंडियन वायर

वर्षा ऋतु पर निबंध

class 4 essay on rainy season in hindi

By विकास सिंह

essay on rainy season in hindi

बरसात का मौसम लगभग सभी का पसंदीदा मौसम होता है क्योंकि यह बहुत गर्मी के मौसम के बाद आता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, short essay on rainy season in hindi (100 शब्द)

मुझे बारिश का मौसम सबसे ज्यादा पसंद है। यह सभी चार सत्रों में मेरा पसंदीदा और सबसे अच्छा मौसम है। यह गर्मी के मौसम के बाद आता है, वर्ष का एक बहुत गर्म मौसम। बहुत अधिक गर्मी, गर्म हवा और त्वचा की समस्या के कारण मैं गर्मियों के मौसम में बहुत बेचैन हो जाता हूं। हालांकि बरसात का मौसम आते ही सारी समस्याएं खत्म हो जाती हैं।

वर्षा ऋतु जुलाई के महीने (शवन का महीना) में आती है और तीन महीने तक रहती है। यह सभी के लिए भाग्यशाली मौसम है और हर कोई इसे प्यार करता है और इसका आनंद लेता है। इस मौसम में हम प्राकृतिक रूप से मीठे आमों को खाना पसंद करते हैं। हम इस मौसम में बहुत उत्साह के साथ कई भारतीय त्योहार भी मनाते हैं।

वर्षा ऋतु पर निबंध, essay on rainy season in hindi (150 शब्द)

भारत में वर्षा ऋतु की शुरुआत जुलाई के महीने में होती है जब दक्षिण पश्चिम मानसून की हवाएँ बहने लगती हैं। हिंदी माह के अनुसार यह आषाढ़ और शावन में पड़ता है। सभी लोग इसका भरपूर आनंद लेते हैं क्योंकि ताजा हवा और बारिश के पानी के कारण वातावरण इतना साफ, ठंडा और स्वच्छ हो जाता है।

पौधे, पेड़ और घास इतने हरे हो जाते हैं और बहुत आकर्षक लगते हैं। सबसे गर्म गर्मी के लंबे समय के बाद प्राकृतिक जल प्राप्त करने की योजना और पेड़ों के लिए नए पत्ते पैदा हो रहे हैं। पूरा वातावरण चारों तरफ हरियाली का रूप देता है जो आंखों के लिए बहुत अच्छा है।

बरसात का मौसम मेरे पसंदीदा त्यौहार जैसे रक्षा बंधन , 15 अगस्त , तीज, दशहरा , इत्यादि लाता है। हम इस मौसम में बहुत सारे ताजे फल और अच्छी तरह से पके आम खाने का भी आनंद लेते हैं। मेरी माँ बहुत सारी स्वादिष्ट व्यंजन (जैसे कि पकौड़े, इडली, हलवा, चाय, कॉफी, सैंडविच, इत्यादि) पकाती हैं, जब बारिश होती है।

बारिश के मौसम पर निबंध, essay on rainy season in hindi (200 शब्द)

मुझे लगता है कि बारिश का मौसम सभी को पसंद है क्योंकि मुझे यह बहुत पसंद है। यह मुझे थोड़ा शांत और खुश महसूस कराता है। आखिरकार यह गर्मी के मौसम की लंबी अवधि के बाद आता है। भारत में लोग, विशेषकर किसान , इस मौसम की फसलों के कल्याण के लिए भगवान इंद्र की पूजा करते हैं। वर्षा-ईश्वर भारत में किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण देवता है।

बारिश का मौसम इस धरती पर सभी को नया जीवन देता है जैसे पौधे, पेड़, घास, पशु, पक्षी, इंसान आदि। सभी जीवित चीजें बारिश के पानी में भीग कर बारिश के मौसम का आनंद लेती हैं। मैं आमतौर पर बारिश के पानी में भीगने के लिए छत पर ऊपर की मंजिल पर जाता हूं। मैं और मेरे दोस्त बारिश के पानी में नाचते और गाते हैं। कभी-कभी हम बारिश के समय स्कूल या स्कूल की बस में बैठ जाते हैं और फिर हम अपने शिक्षकों के साथ आनंद लेते हैं।

हमारे शिक्षक हमें बारिश के मौसम पर कहानियाँ और कविताएँ सुनाते हैं, जिनका हम भरपूर आनंद लेते हैं। जब हम घर आते हैं, हम फिर से बाहर जाते हैं और बारिश में खेलते हैं। पूरा वातावरण हरियाली से भरा हो जाता है और यह स्वच्छ और सुंदर दिखता है। इस धरती पर हर जीवित वस्तु को बारिश का पानी मिलने से नया जीवन मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, 250 शब्द:

भारत में वर्षा ऋतु जुलाई के महीने में शुरू होती है और सितंबर के अंत तक जारी रहती है। यह एक असहनीय तेज गर्मी के बाद हर किसी के जीवन में एक नई उम्मीद और बड़ी राहत लाता है। मनुष्य सहित पौधे, पेड़, पक्षी, जानवर इस मौसम का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और बारिश के मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाते हैं। सभी को राहत और आराम की सांस मिलती है।

आकाश बहुत उज्ज्वल, साफ और हल्के नीले रंग का दिखता है और इंद्र धनुष का अर्थ है सात रंगों का वर्षा धनुष। पूरा वातावरण एक बहुत ही आकर्षक और सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। मैं आमतौर पर हरियाली के माहौल और अन्य चीजों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए स्नैक्स लेता हूं। बादलों के सफेद, भूरे और गहरे काले रंग आसमान में भटकते दिखते हैं।

सभी पेड़ और पौधे नई हरी पत्तियों और लॉन से ढँक जाते हैं और खेत शानदार दिखने वाली हरी मखमली घास से ढक जाते हैं। सभी प्राकृतिक जल संसाधन जैसे गड्ढे, नदियाँ, तालाब, झील, खाई, आदि पानी से भर जाते हैं। सड़कें और खेल के मैदान पानी और कीचड़ से भरे होते हैं। बारिश के मौसम के बहुत सारे फायदे और नुकसान हैं। एक तरफ यह सभी को राहत देता है लेकिन दूसरी ओर यह विभिन्न संक्रामक रोगों से हमें बहुत डर भी देता है।

यह किसानों को फसलों की अच्छी खेती में मदद करता है, लेकिन यह पर्यावरण में विभिन्न बीमारियों को फैलाता है। कभी-कभी, यह त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक असुविधा का कारण बनता है। यह दस्त, पेचिश, टाइफाइड और अन्य पाचन तंत्र विकारों का कारण बनता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध, essay on rainy season in hindi (300 शब्द)

प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व:.

बारिश का मौसम हम सभी के लिए प्यारा मौसम होता है। आम तौर पर, यह जुलाई के महीने में शुरू होता है और सितंबर में समाप्त होता है। यह गर्म गर्मी के मौसम के बाद आता है। यह उन जीवित चीजों के लिए नई उम्मीदें और जीवन लाता है जो गर्मी के सूरज की गर्मी के कारण मृत हो जाते हैं।

यह मौसम अपने प्राकृतिक और शांत बारिश के पानी के माध्यम से बहुत राहत देता है। सभी तालाब, नदी और नाले पानी से भर जाते हैं जो गर्मी के कारण सूख गए थे। तो, यह पानी जानवरों को नया जीवन देता है। यह बगीचों में हरियाली लौटाता है और वापस हरा करता है। यह पर्यावरण को एक नया आकर्षक रूप देता है। हालांकि, यह इतना दुखद है कि यह केवल तीन महीने तक रहता है।

भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का महत्व:

भारतीय किसानों के लिए वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है क्योंकि उन्हें अपनी फसलों की खेती के लिए वास्तव में अधिक पानी की आवश्यकता होती है। किसान आमतौर पर खेतों में आगे उपयोग के लिए बरसात के पानी को इकट्ठा करने के लिए कई गड्ढे और तालाब बनाते हैं। वर्षा ऋतु वास्तव में कृषकों के लिए भगवान से एक वरदान है।

वे वर्षा देव की पूजा करते हैं, अगर इसके बाद बारिश नहीं होती है और अंत में वे बारिश से धन्य हो जाते हैं। आकाश में बहुत सारे सफेद, भूरे और गहरे काले बादल दिखाई देते हैं, जो आकाश में यहाँ और वहाँ से चलते हैं। मानसून आने पर बादलों को चलाने में बहुत सारा पानी और बारिश होती है।

वर्षा ऋतु का मेरा पिछले वर्ष का अनुभव

बारिश का मौसम पर्यावरण में प्राकृतिक सुंदरता जोड़ता है। मुझे हरियाली बहुत पसंद है। मैं आमतौर पर अपने परिवार के साथ बारिश के मौसम का आनंद लेने के लिए बाहर जाता हूं। पिछले साल मैं नैनीताल गया था और अद्भुत अनुभव थे। बहुत धीरे-धीरे बारिश हो रही थी और हमें बहुत मज़ा आया। हमने नैनीताल में पानी के नौका विहार का भी आनंद लिया। पूरा नैनीताल अद्भुत नजारों से भरा दिख रहा था।

वर्षा ऋतु पर निबंध, long essay on rainy season in hindi (400 शब्द)

वर्षा ऋतु भारत के चार मुख्य मौसमों में से एक है। यह हर साल गर्मियों के मौसम के बाद विशेष रूप से जुलाई के महीने में और सितंबर में समाप्त होता है। आकाश में बादल तब बरसते हैं, जब मानसून होता है। गर्मी के मौसम में यह बहुत गर्म हो जाता है और महासागर, नदियों आदि जैसे जल संसाधनों से आकाश में वाष्प के रूप में ऊपर चला जाता है।

वाष्प आकाश में एकत्र हो जाते हैं और बादल बनाते हैं जो बरसात के मौसम में चलते हैं जब मानसून चल पड़ता है और बादल एक-दूसरे के घर्षण में आते हैं। यह गरजना, बिजली चमकना और फिर बारिश होना शुरू हो जाता है।

बारिश के मौसम के बहुत सारे फायदे और नुकसान हैं:

बरसात के मौसम के फायदे:

बारिश का मौसम सभी को पसंद आता है क्योंकि यह सूरज की तेज गर्मी से बहुत राहत देता है। यह पर्यावरण से सभी गर्मी को दूर करता है और सभी को ठंडा एहसास देता है। यह पौधों, पेड़ों, घासों, फसलों, सब्जियों आदि को ठीक से बढ़ने में मदद करता है।

यह जानवरों के लिए भी एक अनुकूल मौसम है, क्योंकि यह उन्हें चरने के लिए बहुत सारी हरी घास और छोटे पौधे देता है। और अंत में हमें दिन में दो बार ताजा गाय या भैंस का दूध मिलता है। नदी, तालाब और झील जैसे प्रत्येक प्राकृतिक संसाधन बारिश के पानी से भरे हुए हैं। पीने और बढ़ने के लिए बहुत सारे पानी मिलने से सभी पक्षी और जानवर खुश हो जाते हैं। वे मुस्कुराना, गाना शुरू करते हैं और आकाश में ऊंची उड़ान भरते हैं।

वर्षा ऋतु के नुकसान:

जब बारिश होती है, तो सभी सड़कें, योजना क्षेत्र और खेल के मैदान पानी और कीचड़ से भरे हो जाते हैं। इसलिए, हमें रोज़ाना खेलने में बहुत समस्याएँ आती हैं। बिना सूरज की रोशनी के, घर की हर चीज महकने लगती है। सही धूप की कमी की वजह से संक्रामक रोगों (जैसे वायरल, फंगल और बैक्टीरियल रोगों) के फैलने का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है।

बरसात के मौसम में, जमीन के कीचड़ भरे और संक्रमित बारिश के पानी को जमीन के अंदर पानी के मुख्य स्रोत से मिला दिया जाता है जिससे पाचन संबंधी विकार होने का खतरा भी बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में बाढ़ का खतरा होता है अगर भारी बारिश होती है।

आखिरकार, बारिश का मौसम ज्यादातर सभी को पसंद आता है। यह हर जगह हरा दिखता है। पौधों, पेड़ों और लताओं को नए पत्ते मिलते हैं। फूल खिलने लगते हैं। हमें आकाश में एक सुंदर इंद्रधनुष देखने का एक बड़ा अवसर मिलता है। कभी-कभी सूरज अस्त हो जाता है और कभी-कभी बाहर आ जाता है, इसलिए हम सूरज की लुका-छिपी देखते हैं। मोर और अन्य वन पक्षी अपने पंख फैलाकर पूरे जोश में नाचने लगते हैं। हम स्कूल में और साथ ही घर में अपने दोस्तों के साथ पूरी बारिश के मौसम का आनंद लेते हैं।

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विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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Bahut hi badhiya essay

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वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay On Rainy Season in Hindi | 10 Lines (कक्षा 1 से 10 के लिए निबंध)

Essay On Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध : Essay On Rainy Season in Hindi: भारत में वर्षा ऋतु जुलाई के महीने में शुरू होती है और सितंबर के अंत तक जारी रहती है। असहनीय गर्मी के बाद यह हर किसी के जीवन में एक नई आशा और बड़ी राहत लाता है। पौधे, पेड़, पक्षी, जानवर समेत इंसान भी इस मौसम का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और बारिश के मौसम का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाते हैं। हर किसी को राहत और आराम की सांस मिलती है। आकाश बहुत चमकीला, साफ और हल्का नीला रंग का दिखता है और कभी-कभी सात रंगों का इंद्र धनुष यानी वर्षा धनुष जैसा दिखता है। संपूर्ण वातावरण अत्यंत आकर्षक एवं सुंदर दृश्य प्रस्तुत करता है। मैं आमतौर पर सभी यादों को अपने कैमरे में कैद करने के लिए हरियाली वाले वातावरण और अन्य चीजों की तस्वीरें लेता हूं। आसमान में सफेद, भूरे और गहरे काले रंग के बादल घुमड़ते नजर आते हैं।

बारिश के मौसम में ज्यादतर छात्रों को इस ऋतु  पर निबंध लिखने के लिए कहा जाता है,इसलिए इस लेख के जरिए हम आपको वर्षा ऋतु  पर निबंध उपलब्ध करा रहे है जो आप अपने उपयोग में ले सकते हैं। इस लेख में हमने छोटे और बड़े दोनों तरह के निबंध को संकलित किया है जो आप अपनी सुविधा के मद्देनजर इस्तमाल में ले सकते हैं।इस लेख में कई बिंदूओं को जोड़ा है जैसे कि वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में,वर्षा ऋतु पर पर छोटे तथा बड़े निबंध (Varsha ritu par nibandh in Hindi)वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द in hindi | Rainy Season Essay in Hindi, Rainy Season Essay in Hindi | वर्षा ऋतु पर निबंध (600 शब्द),वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on varsha ritu in hindi Download PDF,वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में 10 लाइन | rainy Season essay in hindi 10 lines। इस लेख को अंत तक पढ़े और अपनी सुविधा अनुसार हमारे द्वारा लिखे गए लेख को ज्यादा से ज्यादा इस्तमाल करें।

वर्षा ऋतु पर पर छोटे तथा बड़े निबंध (Varsha ritu par nibandh in Hindi)

“वर्षा ऋतु” को कुछ स्थानों पर “आर्द्र ऋतु” के रूप में भी जाना जाता है, यह वर्ष की वह अवधि है जब क्षेत्र की सबसे अधिक वार्षिक वर्षा होती है। भूमध्य रेखा के दोनों किनारों पर फैले उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उनकी भौगोलिक स्थिति के आधार पर वर्षा ऋतु का अनुभव होता है। आमतौर पर वर्षा ऋतु एक महीने तक जारी रहती है, जबकि कुछ स्थानों पर यह तीन से चार महीने तक भी बनी रह सकती है। भारत में वर्षा ऋतु को दक्षिण पश्चिम ग्रीष्म मानसून कहा जाता है और यह लगभग पूरे देश में होने वाली हल्की से लेकर उच्च वर्षा की चार महीने की अवधि है। भारतीय मानसून की उत्पत्ति दक्षिणी हिंद महासागर में होती है जहाँ भूमध्यरेखीय व्यापारिक हवाओं द्वारा एक उच्च दबाव द्रव्यमान बनता है।

दक्षिण एशिया, जो गर्म जलवायु परिस्थितियों का सामना कर रहा था, परिणामस्वरूप कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है, ये हवाएँ दक्षिण पश्चिम के माध्यम से मुख्य भूमि भारत में नमी ले जाती हैं। भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून दो भागों में आता है – बंगाल की खाड़ी का मानसून और अरब सागर का मानसून।अरब सागर का मानसून पश्चिम भारत में थार रेगिस्तान तक फैला हुआ है, और बाद में बंगाल की खाड़ी के मानसून से भी अधिक मजबूत है। बंगाल की खाड़ी का मानसून भारत के पूर्वी तट से होकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और भारत के Ans पूर्व राज्यों से होकर गुजरता है। इसके बाद यह Ans भारत के सिन्धु-गंगा के मैदानों की ओर बढ़ता है।जैसे-जैसे देश में मानसून ठंडा होता जाता है, मानसून समय के साथ कमजोर होता जाता है और यह अगस्त के मध्य में Ans भारत से बाहर निकल जाता है। मॉनसून आम तौर पर 5 अक्टूबर तक मुंबई छोड़ देता है और नवंबर के अंत तक यह भारत से पूरी तरह निकल जाता है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध (300 शब्द) | Rainy Season Essay in Hindi

हर वर्ष हमारे वर्षा ऋतु के तीन-चार महीने आनंददायक होते हैं। बारिश और ठंडी हवा से माहौल खुशनुमा हो गया है। मेरा गृहनगर एक मनोरंजक और सुंदर जगह प्रतीत होता है। गर्म, नीरस गर्मी के बाद बरसात का मौसम आता है और मेरे शहर की धूल भरी सूरत को साफ कर देता है। मैं आमतौर पर बारिश की फुहारों का आनंद लेने के लिए छत पर जाता हूं और वहां अपने दोस्तों के साथ बारिश में खेलता हूं। चारों ओर हरियाली है जो देखने में अच्छी लगती है। बारिश की फुहारों के बाद का वातावरण बहुत ताज़ा दिखता है और हर किसी में शांति का संचार करता है। वर्षा ऋतु का आगमन शांति और नवीनीकरण की भावना लाता है। गर्मी के दिनों में हम सभी बारिश का बेसब्री से इंतजार करते हैं। बाहर खेल रहे बच्चे के लिए बरसात का दिन हमेशा रोमांचकारी रहेगा। आकाश में इंद्रधनुष देखना एक और आश्चर्य है।

बरसात का मौसम आने से पहले ही हमारे गांवों में किसान खेतों में अपना काम शुरू कर देते हैं। प्राकृतिक जल स्रोत का उपयोग किसान अपने खेतों को पानी देने और इस मौसम के लिए उपयुक्त विभिन्न प्रकार की फसलें उगाने के लिए करते हैं। हमारी नदियाँ, नाले और तालाब वर्षा जल से भरे हुए हैं। इसके अतिरिक्त, जैसे-जैसे यह नीचे बसता है, भूजल भंडार बढ़ता जाता है। वर्ष के शेष समय में, इस मीठे पानी के भंडार का उपयोग पीने के पानी के स्रोत के साथ-साथ सिंचाई के लिए भी किया जाता है।

मानसून भारत में दो मार्गों से प्रवेश करता है: Ans पूर्वी राज्यों में बंगाल की खाड़ी के माध्यम से और दक्षिणी राज्य केरल में। मानसून का मौसम देखने वाला पहला भारतीय राज्य केरल है, जो इसके दक्षिणी प्रवेश बिंदु के रूप में कार्य करता है। अरब सागर के ऊपर घने और काले बादलों के माध्यम से, केरल में वर्षा ऋतु के आगमन की आसानी से भविष्यवाणी की जा सकती है। केरल में मानसून का मौसम जून के पहले सप्ताह में शुरू होता है। दक्षिण-पश्चिम मानसून, जिसे आमतौर पर केरल से गुजरने वाले मानसून के रूप में जाना जाता है, को कृषि क्षेत्र का आर्थिक पूर्वज माना जाता है।सबसे महत्वपूर्ण होने के अलावा, बरसात का मौसम वह मौसम है जिसका लोग हर साल सबसे अधिक इंतजार करते हैं और इसका आनंद लेते हैं। किसान बारिश के मौसम को बहुत महत्व देते हैं, और ऐसा प्रतीत होता है कि हर कोई – बच्चे, किशोर और वरिष्ठ लोग इसे प्राकृतिक दुनिया में आने वाली सुंदरता के लिए समान रूप से पसंद करते हैं।

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Rainy Season Essay in Hindi | वर्षा ऋतु पर निबंध (600 शब्द)

भारत अपने वर्षा ऋतु के लिए जाना जाता है। हमारे देश का अधिकांश भाग उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में पड़ता है। इसका मतलब है कि हम उष्णकटिबंधीय मौसम का आनंद लेते हैं जहां दक्षिण-पश्चिमी हवाएं जून से सितंबर तक बादलों को उड़ा ले जाती हैं। मेरे शहर में इस मौसम में मूसलाधार बारिश होती है. भारत में अलग-अलग स्थानों पर इस मौसम का व्यवहार अलग-अलग होता है। राजस्थान में सबसे कम बारिश होती है जबकि मेघालय में हर साल सबसे ज्यादा बारिश होती है। यह सब हमारे देश की स्थलाकृति पर निर्भर करता है। हिमालय पर्वतमालाएँ नमी युक्त हवाओं को रोककर उन्हें बादलों में बदल देती हैं। फिर ये बादल अपना आशीर्वाद बरसाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों की ओर चले जाते हैं। महासागरों से मानसूनी हवाएँ विभिन्न राज्यों में पहुँचती हैं और अन्य राज्यों पर वर्षा के रूप में भारी मात्रा में पानी बहाती हैं।

वर्षा ऋतु का क्या कारण है?

दुनिया भर में बारिश का मौसम समुद्र और ज़मीन पर वार्षिक तापमान के रुझान में बदलाव के कारण होता है। पृथ्वी के सापेक्ष सूर्य की स्थिति कर्क रेखा और मकर रेखा के बीच बदलती रहती है।समुद्र के ऊपर सौर तापन से निम्न दबाव वाले क्षेत्रों का निर्माण होता है। इस निम्न दबाव क्षेत्र को अंतर-उष्णकटिबंधीय अभिसरण क्षेत्र (आईटीसीजेड) भी कहा जाता है, जो Ans-पूर्व और दक्षिण-पूर्व व्यापारिक हवाओं के अभिसरण का गवाह है। इस अभिसरण के कारण वातावरण में नमी ऊपर उठती है और बादल बनते हैं। जब बादल नमी से भर जाते हैं तो वर्षा होती है। इस ITCZ क्षेत्र के भूमि क्षेत्रों की ओर स्थानांतरित होने से वहां वर्षा होती है। भारतीय मानसून की घटना के पीछे भी यही घटना है। चरम गर्मी के महीनों यानी मई-जून के दौरान, थार रेगिस्तान और Ans के अन्य हिस्सों के साथ-साथ मध्य भारत भी गर्म हो जाता है। इस ताप से उपमहाद्वीप पर निम्न दबाव क्षेत्र का निर्माण होता है। इसके कारण ITCZ हिंद महासागर से भूमि की ओर स्थानांतरित हो जाता है, जिससे नमी भरी हवाएं तेजी से आगे बढ़ती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बारिश होती है।

वर्षा ऋतु के हानिकारक प्रभाव

हालांकि मध्यम बारिश का मौसम आदर्श है, बहुत कम या बहुत अधिक बारिश का प्रतिकूल प्रभाव हो सकता है। मौसमी वर्षा ऋतु पृथ्वी पर सभी जीवन के लिए आवश्यक है, फिर भी इसके अकाल, सूखा और बाढ़ जैसे नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। बहुत अधिक बारिश का एक और परिणाम जलभराव भी है। पंपों का उपयोग करके, नगर निगम रुके हुए पानी को साफ़ करता है।

इस तथ्य के बावजूद कि मानसून चिलचिलाती धूप और गर्म, शुष्क मौसम से राहत देता है, यह कई तरह की बीमारियाँ भी लाता है। लगातार भारी बारिश, उमस भरे मौसम और तेज़ हवाओं के परिणामस्वरूप व्यक्तियों में कई संक्रामक बीमारियाँ फैलती हैं। वायरल बुखार, सर्दी, स्वाइन फ्लू और पेट के वायरस कुछ ऐसी सामान्य चिकित्सीय समस्याएं हैं जो बरसात के मौसम में उत्पन्न होती हैं।

वर्षा ऋतु का महत्व

हमारी फसलें वर्षा ऋतु पर बहुत अधिक निर्भर रहती हैं। इसके अतिरिक्त, यह स्थानीय वनस्पति के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, जो बदले में आसपास के जानवरों की देखभाल करता है।मानव जीवन को बनाए रखने के लिए ताज़ा पानी आवश्यक है, इसलिए वर्षा ऋतु महत्वपूर्ण है।वर्षा संचयन एक ऐसी विधि है जो लोगों को इस वर्षा जल को संग्रहीत करने की अनुमति देती है। पानी छत से टैंक या कुएं में प्रवेश करता है, पाइप के माध्यम से यात्रा करता है, और वहां एकत्र होता है।जलविद्युत एक स्रोत के रूप में वर्षा जल का उपयोग करके बिजली बनाने की प्रक्रिया को संदर्भित करता है।

लगभग हर कोई बरसात के मौसम का आनंद लेता है क्योंकि यह तेज़ गर्मी के बाद आता है। किसी क्षेत्र की वनस्पतियों, वन्य जीवन, कृषि और पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने के लिए वर्षा का प्राकृतिक संसाधन आवश्यक है।

किसानों के लिए आशीर्वाद

बरसात का मौसम किसानों के लिए भी वरदान है क्योंकि कई फसलें मानसून के दौरान वर्षा की मात्रा पर निर्भर करती हैं। मानसून के आगमन पर बोई जाने वाली फ़सलों को ख़रीफ़ फ़सलें कहा जाता है और इसमें चावल, मक्का, दालें, बाजरा आदि शामिल हैं। इन फ़सलों को एक निश्चित मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है, जो केवल बारिश के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है। भारत, बांग्लादेश और अन्य जैसे विकासशील देश फसल उत्पादन के लिए काफी हद तक बारिश पर निर्भर हैं।

वर्षा ऋतु एक अत्यंत महत्वपूर्ण ऋतु है, जो जीवन चक्र को जारी रखने के लिए आवश्यक है। यह भूजल भंडार को फिर से भरने और कृषि के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। भारत जैसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले देश फसलों और सब्जियों के उत्पादन के लिए मानसून के दौरान होने वाली बारिश पर काफी निर्भर रहते हैं। यह दुनिया का सबसे पसंदीदा मौसम भी है। बच्चे, युवा और वयस्क, सभी इसे प्रकृति की शुद्ध सुंदरता के लिए पसंद करते हैं जो इसे प्रकट करती है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध | Essay On Varsha Ritu in Hindi Download PDF

इस पॉइन्ट में हम आपको वर्षा ऋतु  पर निबंध Download PDF उपलब्ध करा रहे है जो आप डाउनलोड कर सकते है और कभी भी खुद भी पढ़ सकते है और अपने बच्चों या परिजनों को पढ़ा सकते हैं।

Download PDF:

वर्षा ऋतु पर निबंध हिंदी में 10 लाइन | Rainy Season Essay in Hindi 10 Lines

class 4 essay on rainy season in hindi

1) बरसात के मौसम में ठंडी हवा और बारिश की फुहारों के साथ मौसम सुहावना होता है।

2) किसानों के लिए बीज बोने का यह सबसे अच्छा समय है।

3) स्कूल की छुट्टियों के कारण यह बच्चों का पसंदीदा मौसम है।

4) यह मौसम कई जल-जनित बीमारियाँ भी लेकर आता है।

5) इस मौसम में जल निकायों को प्रचुर मात्रा में वर्षा जल प्राप्त होता है।

6) बारिश और बिजली गिरने के कारण लोग घर के अंदर रहना पसंद करते हैं।

7) यह मौसम परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करता है।

8) लोग मौसम का आनंद लेने के लिए पकोड़े, हलवा और इडली जैसे बहुत सारे व्यंजन पकाते हैं।

9) बरसात का मौसम हमें विभिन्न प्रकार के फल, फूल और सब्जियाँ देता है।

10) गणेश पूजा, रक्षाबंधन, 15 अगस्त आदि त्यौहार इसी मौसम में आते हैं।

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FAQ’s: Essay On Rainy Season in Hindi

Q.बारिश के डर को क्या कहते हैं.

Ans. ओम्ब्रोफोबिया या प्लुविओफोबिया शब्द का इस्तेमाल उन लोगों के लिए किया जाता है जो बारिश से डरते हैं।

Q. वर्षा ऋतु का दूसरा नाम क्या है?

Ans. मानसून या गीला मौसम बरसात के मौसम का दूसरा नाम है।

Q.भारत में किस स्थान पर भारी वर्षा होती है?

Ans. मेघालय के खासी हिल्स जिले के एक छोटे से शहर मावसिनराम में भारत में सबसे अधिक वर्षा होती है।

Q.वर्षा ऋतु में हमें कौन से फल मिलते हैं?

Ans. बरसात के मौसम में हमें लीची, जामुन, आलूबुखारा और चेरी मिलती है।

Q.बरसात के मौसम में हम क्या उपयोग करते हैं?

Ans. बारिश के मौसम में हम छाते और रेनकोट का इस्तेमाल करते हैं।

Q.बरसात के मौसम में हम अधिकतर कौन से जीव देखते हैं?

Ans. बरसात के मौसम में मेंढक, घोंघे, स्लग, केंचुए अधिकतर दिखाई देते हैं।

Q.भारत में सर्वाधिक वर्षा किस मानसून के कारण होती है?

Ans. भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून के कारण सर्वाधिक वर्षा होती है।

Q.भारत में सबसे पहले मानसून कहाँ आता है?

Ans. मानसून सबसे पहले केरल में आता है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi (1000W)

आज हमने वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay in Hindi) लिखा है। इस मौसम को श्रावण और भादों के नाम से भी जाना जाता है। आप यहाँ वर्षा ऋतु का प्रस्तावना, महत्व, दृश्य, फायदे, नुकसान, 10 लाइन, और निष्कर्ष पढ़ सकते हैं। यह निबंध छात्रों और बच्चों के लिए 1000+ शब्दों मे लिखा गया है।

तो चलिए वर्ष ऋतु पर निबंध शुरू करते हैं…

Table of Contents

प्रस्तावना (वर्षा ऋतु पर निबंध Rainy Season Essay in Hindi)

भारत के सभी ऋतु में वर्षा ऋतु एक अनुपम ऋतु है। यह हर साल गर्मी के मौसम के बाद जुलाई से शुरू होकर सितंबर महीने तक रहती है। गर्मी के मौसम में तापमान अधिक होने के कारण जैसे महासागर नदी आदि भाप के रूप में बादल बन जाते हैं और बादल आपस में घर्षण करते हैं।

साथ ही इससे बिजली गिरती है और बारिश होती है। बड़े-बड़े कवियों के द्वारा वर्षा ऋतु पर अच्छी-अच्छी कविताएं भी लिखी गई है।

वर्षा ऋतु का महत्व व दृश्य Importance of Rainy Season in Hindi

यह ऋतु संसार को जीवन देती है, प्यासे को पानी देती है, और मां की तरह सभी पृथ्वी के जीवों का पालन पोषण करती है। भारत में ग्रीष्म ऋतु के ठीक बाद वर्षा ऋतु का आगमन होता है। इसके प्रभाव से प्रकृति लहलाह उड़ती है। 

वर्षा ऋतु के आने से सूखे पत्तियां भी लहलहा उड़ती है। भिन्न-भिन्न प्रकार की चिड़िया अपनी मधुर ध्वनि से वनों की शोभा को बढ़ाते हैं। तालाब के किनारे मेंढक टर्र-टर्र करने लगते हैं। दुबली पतली टहनियां बढ़ने लगती हैं और उन पर छोटी पत्तियां निकलने लगते हैं। 

जंगलों में रहने वाले मोर पक्षी खुशी मे नाच उठते हैं। सारी प्रकृति नया रूप धारण करके वर्षा ऋतु का स्वागत करते है। वर्षा ऋतु के आने से ऐसा लगता है कि किसी ने पूरे धरती में हरी चादर बिछा दी है। खेत-खलिहान, बाग-बगीचे की हरियाली का आनंद लोग भरपूर लेते हैं। वर्षा के स्वागत में इंद्र भगवान की पूजा की जाती है। 

कदम वृक्ष के डालो में बच्चे झूले लगाकर झूला झूलती हैं और लोग अनेक प्रकार के गीत गाते है। आकाश काले बादल से ढक जाता है। 

जब वर्षा की नन्हीं बूंदे छोटे बड़े पेड़ों के पत्तियों पर पड़ती है तो ऐसा लगता है मानो मोती झड़ रहे हो। बारिश की बूंदें जैसे ही पहली बार मिट्टी पर पड़ते हैं तो मिट्टी की मानमोहल मीठी सुगंध हर जगह फ़ाइल जाती है। वर्षा ऋतु के समय हवा में शीतलता रहती है। 

गांव के किसान झूम उड़ते हैं और उनके होठों में मुस्कुराहट दौड़ आती है। किसान अपने खेतों मे बुआई और सिंचाई की शुरुवात करने के लिए तैयारी करने लगते हैं। इस प्रकार से वर्षा ऋतु प्रकृति को एक नए सुंदर सांचे में ढाल देती है। सभी ऋतुओं के कुछ लाभ और हानी भी होते हैं जिनके विषय मे हमने आगे वर्णन किया है।

वर्षा ऋतु के फायदे और नुकसान Advantages and Disadvantages of Rainy Season in Hinfi

वर्षा ऋतु के फायदे benefits of rainy season in hindi.

आईए एक-एक करके वर्षा ऋतु के फ़ायदों के विषय मे जानते हैं-

  • बारिश का मौसम सबको अच्छा लगता है क्योंकि यह तपती गर्मी से हमें राहत दिलाती है।
  • वर्षा जल से भूजल का स्तर ऊपर आता है जिससे मनुष्य कुओं, नदियों, और अन्य जल स्रोतों से पीने का जल प्राप्त कर पाता है।
  • वर्षा ऋतु संसार के लिए नए जीवन का वरदान लेकर आती है। सभी नव जीवन प्राप्त कर असीम आनंद लेते हैं।
  • वर्षा ऋतु के कारण ही मनुष्य को सभी प्रकार के अनाज, फल, और सब्जियाँ मिल पाते हैं।
  • वर्षा से ही सभी जंगल के जीवों को पीने का पानी और खाद्य मिल पाता है।
  • किसान वर्षा माह के दौरान खेती करते हैं और विभिन्न प्रकार के अन्न लगते हैं जिसके कारण ही हम चावल, गेहूं, बाज़रा, ज्वार जैसे कई अनाज खा पाते हैं।
  • वर्षा ऋतु से प्रकृति को हरियाली मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के कारण ही वायु मे स्थित ज्यादातर कण और प्रदूषण कम हो जाते है।

वर्षा ऋतु के नुकसान Losses of Rainy Season in Hindi

आईए एक-एक करके वर्षा ऋतु के नुकसानों के विषय मे जानते हैं-

  • जब बारिश होती है तो सड़कें उद्यान तथा खेल के मैदान आदि जलमग्न तथा कीचड़ युक्त हो जाते हैं। सूरज की रोशनी की कमी से बड़े स्तरों पर संक्रमित बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ जाता है। 
  • भारी बारिश के कारण बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है। कई क्षेत्रों मे तो प्रतिवर्ष बाढ़ के कारण लोगों को कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ जाता है। ऐसे मे लोगों के महंगे सामग्री, पशु-पक्षी, घर और जान पर भी भी इसका खतरा रहता है।
  • बहुत बारिश के कारण खेत डूब जाते हैं और उसमें लगी फसल भी नष्ट हो जाती है। शुरुवात मे तेज़ आंधी तूफान में बहुत सारे घर भी जाते हैं और जन धन की हानि होती है। 
  • तेज बारिश के कारण हमें यातायात में भी एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
  • वर्षा ऋतु मे ज्यादातर लोगों को सर्दी, खासी, जुखाम जैसे वाइरल बुखार का सामना करना पड़ता है।

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 Lines on Rainy Season in Hindi

  • ग्रीष्म ऋतु के गर्मी के कारण वर्षा ऋतु का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है।
  • वर्षा ऋतु के आने से हर तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देती है ऐसा लगता है मानो प्रकृति को हरे रंग के चादर से ढक दिया गया हो।
  • वर्षा ऋतु के आने से पशु पक्षी सब कोई खुश हो जाते हैं क्योंकि उनको खाने के लिए हरि हरि घास और पत्तियां मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के आने से किसानों के चेहरे में रौनक का जाती है।
  • वर्षा ऋतु के समय हवाएं शीतल होती हैं। तथा यह भारत में बहुत सारी जगह पर पानी की परेशानी को दूर करता है।
  • वर्षा का मौसम सबसे अच्छा लगता है क्योंकि यहां हमें तेज गर्मी से राहत दिलाती है।
  • वर्षा हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी है। इसी कारण इसे सभी ऋतुओं में ऊंचा स्थान दिया गया है।
  • वर्षा ऋतु के आगमन से पेड़-पौधे में सूखी पत्तियां धड़का नई पत्तियां आना शुरू हो जाती है।
  • वर्षा ऋतु एक बहुत ही सुहाना ऋतु है।
  • वर्षा ऋतु हमें गर्मी से ही राहत नहीं बल्कि खेती के लिए भी एक वरदान है।

निष्कर्ष Conclusion

वर्षा ऋतु का भी अन्य ऋतुओं के जैसा ही महत्वपूर्ण स्थान है। हलकी वर्षा ऋतु को ज़्यादातर लोग पसंद करते हैं। क्योंकि इस ऋतु मे न ज्यादा गर्मी लगता है और न ज्यादा सर्दी। मुझे तो वर्षा ऋतु बहुत पसंद है आप अपने सुझाव कमेन्ट के माध्यम से जरूर भेजें। आशा करते हैं आपको वर्षा ऋतु पर निबंध पसंद आया होगा। धन्यवाद।

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Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु निबंध – Rainy Season Essay in Hindi

वर्षा ऋतु पर छोटे तथा बड़े निबंध (essay on rainy season in hindi), बरसात का एक दिन। – a rainy day.

  • प्रस्तावना,
  • वर्षा का आगमन,
  • वर्षा के विविध दृश्य,
  • एक दिन की घटना,

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

प्रस्तावना- भारतवर्ष प्रकृति की रमणीय क्रीड़ास्थली है। प्रकृति के जैसे मनोरम दृश्य भारत में देखने को मिलते हैं, वे संसार के किसी अन्य देश में दुर्लभ हैं। यहाँ छ: ऋतुएँ क्रमश: आती और जाती हैं, जबकि संसार के अन्य किसी भी देश में छः ऋतुएँ नहीं होती हैं। इन छ: ऋतुओं में वर्षा ऋतु अपना विशेष स्थान रखती है। दिनकर जी के शब्दों में-

“है बसन्त ऋतुओं का राजा। वर्षा ऋतुओं की रानी॥”

Rainy Season Essay in Hindi

सन्त वर्षा का आगमन- जेठ का महीना बीत रहा था। ग्रीष्म ऋतु अपने पूर्ण उत्कर्ष पर थी। जेठ की दोपहरी ऐसी तपती थी कि संसार के सभी जीव-जन्तु वृक्षों की छाया में हाँपते हुए समय काटते थे। मनुष्य लूओं से बचने के लिए कहीं अँधेरे घरों में छिप जाना चाहते थे। धीरे-धीरे आया आषाढ़ का पहला दिन, आकाश में बादल दिखाई दिया।

यह वही दिन था जिस दिन कालिदास के प्रिया-विरह से संतप्त यक्ष ने मेघ को अपना दूत बनाया था। धीरे-धीरे आकाश बादलों से ढक गया। किसानों की जान में जान आ गयी। बादलो को देखकर उनकी आँखें ठंडी होने लगीं। एक-दो दिन तक बादल जमते गये।

आखिर बादलों ने धरती की प्यास बुझाई। संसार को चैन मिला। चींटी से लेकर हाथी तक, जड़ से लेकर चेतन तक सभी प्राणिय और वनस्पतियों में नवजीवन का संचार हो गया। चारों ओर हर्षोल्लास छा गया।

Essay on Rainy Season in Hindi

वर्षा के विविध दृश्य- वर्षा के विविध दृश्य भी कैसे विचित्र होते हैं? आकाश बादलों से ढका रहता है। कभी-कभी तो कई-कई दिन तक सूर्य के दर्शन नहीं होते। शस्यश्यामला धरती का सौन्दर्य देखते ही बनता है। बादलों को देखकर वन-उपवन में मोर आनन्दमग्न होकर नाचते हैं। नदी-नालों में उफान आ जाता है।

पोखर और सरोवर का पानी सीमा लाँघ जाता है। नदियाँ जल से तटों को डुबाकर घमंड से इतराने लगती हैं। सब ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। मेंढकों की टर्र-टर्र और झींगुरियों की झनकार एक विचित्र समा बाँध देती है।

एक दिन की घटना- वर्षा ऋतु अपने चरम उत्कर्ष पर थी। एक दिन एक विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ। यह था-श्रावण का एक दिन! आकाश बादलों से ढका हुआ था। रात बीती, प्रभात हुआ। सूर्य के तो कई दिनों से दर्शन न हुए थे। प्रभात हो जाने पर भी अंधेरा बढ़ता चला आ रहा था।

घड़ी साढ़े छ: बजा रही थी। हम लोग स्कूल जाने की तैयारी में थे कि अचानक वर्षा आरम्भ हो गयी। मूसलाधार वर्षा, रुकने का नाम नहीं। थोड़ी देर में सब ओर पानी ही पानी हो गया। गलियों और सड़कों पर पानी की नदियाँ सी बह रही थीं। कुछ देर बाद तो हमारे घर में भी पानी भर आया।

सहन में पानी, बरामदे में पानी और फिर कमरों में भी पानी। सारे मुहल्ले में शोर मचा था। लगता था जैसे प्रलय आ जायेगी। तीन घंटे की लगातार वर्षा ने सब ओर त्राहि-त्राहि मचा दी। उस दिन स्कूल जाने की किसी में हिम्मत न थी।

सुबह को जलपान हुआ था तत्पश्चात पोखर की तरह जलपूर्ण रसोई में भोजन बनने का प्रश्न ही नही था। उस दिन लाचारी का व्रत हुआ। दिनभर घरों का पानी उलीचते रहे, घरों की सफाई करते रहे। हाँ, वर्षा रुकने पर हम लोग घर से बाहर निकले और पानी में छप-छप करते फिरे।

बाग में गये, आमों के ढेर लगे थे। खूब छक कर आम खाये। तीसरे पहर घर लौट कर आये। उस समय पानी साफ हो गया था। धूप निकल आयी थी। भोजन तैयार था और मम्मी-पापा मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। सबने भोजन किया। धीरे धीरे सूर्य अस्ताचल पर पहुँच गया। इस प्रकार यह बरसात का दिन बीता। आज भी वह दिन मुझे जब याद आता है, देर तक सोचता रहता हूँ।

उपसंहार- वर्षा भारत के लिए वरदान बनकर आती है। कभी-कभी बाढ़ और तूफानों से यह प्रलय का दृश्य भी उपस्थित कर देती है। प्राय: धन-जन की भी क्षति हो जाती है, तथापि वर्षा के द्वारा ही उस विनाश की क्षतिपूर्ति भी हो जाती है। वर्षा अन्न और जल देने वाली शक्ति है। यह जीवनदायिनी सुन्दर ऋतु है। यही मानव जीवन का आधार है। इसके आते ही बच्चे गा उठते हैं-

“जीवन-धन-सूखदाई लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥ पशु-पक्षी मानव हरषाने। जड़-चेतन की प्यास बुझाने॥ सघन घटाएँ संग में लाई। वर्षा आई, वर्षा आई॥”

वर्षा ऋतु पर निबंध [600 words] – Essay on rainy season in Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on rainy season in Hindi): एक साल में ६ ऋतुएँ बारी – बारी से आती है. ऋतुएँ है – ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और बसंत . इसमें वर्षा ऋतु सबसे सुन्दर और लुभावनी होती है.

वर्षा ऋतु पर निबंध 600 शब्द- Essay on rainy season in Hindi

मासिक धर्म चक्र के आवर्तन के दौरान, गर्मियों के बाद, बारिश का मौसम सतह पर उतरता है. बारिश का मौसम सतह पर आने पर सतह उत्तेजित हो जाती है. जब बारिश आती है, तो आकाश घने बादलों से ढक जाता है. आषाढ़ और श्रावण के दो महीनों को वर्षा ऋतु कहा जाता है.

वर्षा ऋतु का आगमन

प्रकृति ने ऋतुओं का कर्म इस प्रकार बना रखा है कि एक के विदा होने पर दूसरे का आगमन बड़ा सुहावना लगता है. जब ग्रीष्म ऋतु की भीषण गर्मी से सारी पृथ्वी  तप जाती है तो ऐसा लगता है जैसे धरती जल रही हो तो हर प्राणी गर्मी के कारण संताप का अनुभव करता है. वायुमंडल धूल से धूसरित हो जाता है, प्यासा पपीहा एक-एक बूंद के लिए तड़पता है, किसान की दृष्टी गगन की ओर होती है, ऐसी विकट परिस्थिति में जब उमड़-घुमड़ कर आकाश में बादल मंडराने लगते हैं तो सब के मन मयूर मस्त हो जाते हैं. पशु, पक्षी, जीव, जंतु, पेड़, पौधे सब वर्षा ऋतु के आगमन से प्रफुल्लित हो जाते हैं. आकाश में काली-काली घटायें छाने लगती हैं. रिमझिम-रिमझिम पानी बरसने लगता है. धरती सरसने लगती है. ग्रीष्म की भीषण दाह मिटने लगती है. दादुर, मोर, किसान, पपीहा खुशी से झूमने लगते हैं. बसंत को ऋतुओं का राजा व वर्षा को ऋतुओं की रानी कहते हैं.

varsha ritu par nibandh

मौसम की स्थिति

गर्मियों के अंत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की हवाएँ बहती हैं. इस बाष्पीकरणीय वायु के कारण भारत के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा होती है. इस मौसम में आसमान में ज्यादातर बादल छाए रहते हैं. काले बादल अक्सर आसमान में दिखाई देते हैं. शीतल हवा चलती है. बिजली और गरज के साथ लगातार बारिश होती है. श्रावण के महीने में इस तरह की निरंतर वर्षा को धारा श्रवण कहा जाता है. इससे कई क्षेत्रों में तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आती है. कुओं, तालाबों और नहरों में पानी भर जाता है.

बारिश के मौसम की शुरुआत के साथ, सतह का रूप और रंग बदल जाता है. मैदान बारिश के पानी से भर जाता है. चारों और हरियाली छा जाती है. हरियाली सुंदरता को सौ गुना बढ़ा देती है. ऐसा लगता है कि पृथ्वी ने हरे रंग की पोशाक पहन रखी है. इंद्रधनुष सात रंगों की उपस्थिति के साथ आकाश को सुशोभित करता है. उसकी क्षणिक सुंदरता जन जीवन को मंत्रमुग्ध कर देती है. आसमान में काले बादलों को देखकर मोर अपने पंख खोल कर नाचने लगते हैं.

बारिश के मौसम के दौरान, किआ, केतकी, तगर, चंपा, कदंब आदि फूल से भूपृष्ठ सुशोभित होता है. खिलते फूलों की चारों तरफ खुशबू महकती है और मन को आनंद से भर देती है. बगीचे में विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाई जाती हैं. कृषि कार्य इस समय का मुख्य कार्य है. इस समय चावल, मंडिया और बाजरा की फसल ली जाती है.

इस मौसम के दौरान मनाए जाने वाले विभिन्न त्यौहार लोगों के मन को आनंद से भर देता है. बरसात की शुरुआत में रथ यात्रा आयोजित की जाती है. इसके अलावा, इस मौसम में अमावस्या, रक्षा पूर्णिमा, झूलन यात्रा, जन्माष्टमी, गणेश पूजा आदि आयोजित की जाती हैं.

वर्षा ऋतु में परिवेश प्रदूषित हो जाता है. मूसलाधार बारिश के कारण कच्ची सड़कें कीचड़ से भर जाती है. यह सामान्य यातायात में है हस्तक्षेप करता है. भारी बारिश के कारण नदी में बाढ़ आ जाती है. नतीजतन, ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की तबाही विनाशकारी हो सकती है. गरीबों की हालत इस समय बेहाल हो जाती है. लगातार बारिश होने के कारण शहर के भीतर और आस-पास कई जगहों पर जल-जमाव की स्थिति पैदा कर देती है. यह मौसम मच्छरों के संख्या बृद्धि के लिए अनुकूल है. इसलिए बहुत सारे लोग हैजा, मलेरिया, टाइफाइड आदि से संक्रमित होते हैं.

सभी कठिनाइयों के बावजूद, किसान बारिश के मौसम की शुरुआत का इंतजार करता रहता है. यह वह मौसम है जो मनुष्यों, जानवरों, कीड़ों और पौधों को खाना देता है. जीव जगत को जिन्दा रखने में वर्षा ऋतु की महत्वपूर्ण भूमिका को कोई नकार नहीं सकता. वर्षा संसार की उपकारी ऋतु है.

10 lines on rainy season in Hindi

  • गर्मियों के बाद बारिश का मौसम आता है.
  • यह जून के मध्य से शुरू होता है और सितंबर में समाप्त होता है.
  • इस मौसम में आसमान में बादल छाए रहते हैं.
  • किसान इस मौसम में बहुत व्यस्त रहते हैं.
  • वे कड़ी मेहनत करते हैं और देश के लिए भोजन प्रदान करते हैं.
  • कभी-कभी लगातार लंबे समय तक बारिश होती है.
  • इस मौसम में नदियों, तालाबों, कुओं आदि पानी से भर जाती है.
  • इस मौसम में बाढ़ आती है.
  • इस मौसम में गरीब लोग ज्यादा पीड़ित होते हैं.
  • बारिश का मौसम हमारे लिए बहुत मददगार होता है. इसलिए हमें बारिश के मौसम का स्वागत करना चाहिए.

आपके लिए :-

  • भूकंप पर निबंध
  • आतंकवाद पर निबंध
  • वायु प्रदूषण पर निबंध
  • पर्यावरण प्रदूषण पर निबंध

ये था हमारा लेख वर्षा ऋतु पर निबंध(rainy season essay in Hindi). अगर आप वर्षा ऋतु के बारे में कुछ और जानते हैं तो हमें बताना न भूलें. उम्मीद है आपको ये छोटा से लेख पसंद आया होगा. अगर पसंद आया है, तो यह लेख को अपने social media accounts पे share करें. मिलते है अगले एक नए निबंध में. धन्यवाद.   

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वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay On Rainy Season In Hindi)

वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay On Rainy Season In Hindi)

In this Article

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन का निबंध (10 Lines On Rainy Season In Hindi)

वर्षा ऋतु पर निबंध 200-300 शब्दों मे (short essay on rainy season in hindi 200-300 words), वर्षा ऋतु पर निबंध 400-500 शब्दों में (essay on rainy season in hindi 400-500 words), वर्षा ऋतु के बारे में रोचक तथ्य (interesting facts about rainy season in hindi), आपका बच्चा क्या सीखेगा वर्षा ऋतु के निबंध से (what will your child learn from a rainy season essay), अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (faqs).

वर्षा ऋतु बहुत सुहाना होता है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। इस मौसम में पूरा शहर काले बादलों से घिरा होता है, ठंडी हवाएं चलती हैं और कभी-कभी हवाएं आंधी का भी रूप ले लेती हैं। वर्षा ऋतु आने से लोगों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिलती है। देश में वर्षा ऋतु की शुरुआत जून महीने से होती है और यह लगभग सितम्बर तक चलता है। इस मौसम से सिर्फ इंसानों को ही नहीं जानवरों और पक्षियों को भी राहत मिलती है। बरसात का ये मौसम किसानों के लिए महवत्पूर्ण माना जाता है, क्योंकि अच्छी फसल के लिए बरसात बहुत जरूरी है और देश के कई हिस्सों में किसान अपनी फसल के लिए बारिश के पानी पर निर्भर रहते हैं। गर्मी की वजह से कई नदियां, तालाब और जंगल सूखे पड़ जाते हैं, जिससे वहां रहने वाले लोगों और जीवों को परेशानी झेलनी पड़ती है। लेकिन बरसात के बाद यह नदियां, तालाब फिर भर जाते हैं और पेड़-पौधे भी हरे-भरे लगने लगते हैं। वर्षा ऋतु का मजा हर कोई अपने-अपने तरीके से लेता है। कुछ बाहर जाकर इसका आनंद उठाते हैं और वहीं कुछ घर पर ही अपने फैमिली के साथ खुशनुमा पल बिताते हैं। बच्चों को यह मौसम बहुत पसंद होता है और उनके पास इस दौरान करने के लिए भी बहुत कुछ होता है। बच्चों को अगर वर्षा ऋतु पर एक छोटा या बड़ा लेख या मानसून पर अनुच्छेद लिखने को मिले तो यहाँ बहुत ही सिंपल तरीके से बताए गए वर्षा ऋतु पर एस्से दिया है, यह आपकी पूरी मदद करेगा।

बारिश का मौसम अपने साथ कई खुशियां लेकर आता है। यह मौसम बड़ों के साथ-साथ बच्चों को भी बहुत पसंद होता है। कभी-कभी बच्चे इस मौसम के अनुभवों को पेपर में निबंध के तौर पर लिखने की कोशिश करते हैं। नीचे दी गई वर्षा ऋतु की 10 लाइने इसमें उनकी मदद कर सकती हैं।

  • वर्षा ऋतु बहुत सुहावना लगता है।
  • इस मौसम में आसमान में काले बादल छाए रहते हैं।
  • बरसात का मौसम भीषण गर्मी में राहत दिलाता है।
  • कृषि प्रधान देश होने की वजह से यहां वर्षा ऋतु का बहुत महत्व है।
  • वर्षा ऋतु में चारों ओर हरियाली फैल जाती है।
  • वर्षा के दिनों में हमें उमंग और खुशी का एहसास होता है।
  • बच्चे बारिश में खेलते हैं और कागज की नाव बनाते हैं।
  • बारिश के बाद किसान अपने खेतों में बीज बोने के लिए तैयार हो जाते हैं।
  • इस मौसम में पेड़ों पर रंग-बिरंगे फूल खिलने लगते हैं।
  • वर्षा ऋतु में सूखे तालाब और नदी फिर से भर जाते हैं।

ऐसे बहुत कम लोग होंगे जिन्हे बारिश नहीं पसंद होगा, हर कोई इसका मजा अपने तरीके से लेते हैं। लेकिन बच्चों में इसको लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। वर्षा ऋतु पर 200-300 शब्दों वाले इस निबंध से जानते हैं आखिर इसमें ऐसा क्या खास है:

वर्षा ऋतु यानी बारिश का मौसम। वर्षा ऋतू भारत में जून महीने में आती है और अपने साथ ढेर सारी खुशियां और उमंग लेकर आती है। किसानों के लिए तो मानो यह एक आशीर्वाद की तरह होती है। बरसात, मौसम को ठंडा और सुहावना बना देती है और एक अलग ही प्रकार का सुकून साथ में लाती है। आसमान चारों तरफ से काले बादलों से घिरा हुआ होता है, चारों तरफ ठंडी हवा, बारिश की वो पहली बूंद शरीर में एक नई जान डाल देती है। बरसात का मौसम भीषण गर्मी से जूझते हुए लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है। मानसून हर साल आता है और चारों तरफ हरियाली और खुशियां बिखरने लगती हैं। अप्रैल और मई की गर्मी को झेलते हुए लोग इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह मौसम लोगों को गर्मी से राहत दिलाने के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कार्य करता है। हमारे देश में कृषि का बहुत अधिक महत्व है और किसानों को बेहतर फसल के लिए बारिश चाहिए होती है। इसमें बरसात का मौसम अहम भूमिका निभाता है। सूखे पड़े पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं, खेत फसलों से भर जाते हैं, सूखे नदी-तालाब फिर से भर जाते हैं। जानवर और पक्षी में बारिश की बौछार में झूम उठते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बारिश का मौसम आपके व्यक्तिगत जीवन पर भी असर डालता है। बारिश की पहली बूंद जब आप पर पड़ती है तो नीरस मन भी खुश हो जाता है। बच्चे भी इसका आनंद उठाते हैं। कुछ घर पर ही खिड़की के सामने बैठकर अपनी माँ से अच्छे-अच्छे पकवान बनवाकर बारिश का मजा लेते हैं। वहीं कुछ बच्चे बारिश में बाहर भीगने जाते हैं और बारिश बंद होने पर कागज की नाव बनाकर उससे खेलते हैं। बड़े भी अपने तरीके से इसका आनंद उठाते हैं। यह मौसम सिर्फ खुशियां ही नहीं बल्कि कई त्यौहार भी लेकर आता है, जैसे रक्षाबंधन, गणेश पूजा, स्वतंत्रता दिवस आदि। इस दौरान सावन का भी महीना लगता है।

बरसात का मौसम हमारे जीवन के लिए एक वरदान की तरह है। इसके महत्व को बच्चे हो या बड़े हर किसी को समझने की जरूरत है। वर्षा ऋतु पर विस्तार में बताए गए निबंध में को पढ़ें और बच्चो की भी पढ़ाएं। इससे उनकी जानकारी बढ़ेगी साथ ही उन्हें ऐसे निबंध लिखने में आसानी होगी।

बरसात का मौसम क्या है? (What Is the Rainy Season?)

मई-जून की भीषण गर्मी के वक्त जब आसमान में काले बादल छाने लगे, तेज और सर्द हवाएं चलने गए तो समझ लेना चाहिए जल्द ही मानसून आने वाला है। बरसात के इस मौसम में बारिश कभी भी होने लगती है पर वह पहले से ही इशारा दे देती है। धूप धीरे-धीरे कम हो जाती है और इसकी जगह बादलों की गड़गड़ाहट सुनाई देती है। इसमें बारिश पहले बौछार के रूप में शुरू होती है, फिर धीरे-धीरे बूंदे बड़ी होने लगती है। इसके बाद लगातार तेज बारिश होती है। कई बार बारिश बंद होने पर हमे इंद्रधनुष भी दिखाई पड़ता है। यह मौसम सिर्फ हमारे मन को खुश नहीं करता है बल्कि वातावरण को और खूबसूरत बना देता है। जमीन की मिटटी पर पड़ने वाली बारिश की बूंदों की वजह से आने वाली सोंधी-सोंधी महक मन को शांत कर देती है। सूखे पेड़ हर-भरे हो जाते है, जिससे आस-पास का नजारा और सुंदर लगता है। ऐसे मौसम में सभी का मन प्रसन्न हो जाता है और गर्मी से राहत भी मिलती है।

वर्षा ऋतु का महत्व (Importance/Advantages Of Rainy Season)

हमारा देश एक कृषि प्रधान देश है, इसलिए यहाँ वर्षा ऋतु का अलग महत्व होता है। बारिश कृषि अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती है। अच्छी फसल के लिए किसान बारिश का इंतजार करते हैं। बारिश हमे सिर्फ जीवन और कृषि में मदद नहीं करती है बल्कि बिजली जैसे अहम संसाधन में भी मदद करती है। वर्षा ऋतु में बारिश की वजह से सभी डैम के पानी के स्तर को नियंत्रित किया जाता है ताकि बिना किसी रुकावट के बिजली का उत्पादन हो सके। इतना ही नहीं वर्षा ऋतु में लगातार होने वाली बारिश से धरती का तापमान नियंत्रित रहता है और गर्मी भी कम लगती है। ऐसा माना जाता है पृथ्वी पार जीवन को हमेशा बरकरार रखने के लिए बारिश जरूरी है। क्योंकि मनुष्य, जानवर, पक्षी और पेड़-पौधे सभी के लिए बारिश जरूरी है।

वर्षा ऋतु में क्या करें (Things To Do in Rainy Season)

  • बारिश का मौसम आने से पहले सारी तैयारी कर के रखें।
  • हमेशा छाता, रेनकोट आदि अपने पास रखें।
  • मौसम का आनंद लेने के लिए परिवार के साथ लॉन्ग ड्राइव पर जा सकते हैं।
  • घर पर स्वादिष्ट पकोड़ा और चाय के साथ मौसम का मजा लें।
  • दोस्तों के साथ बाहर बारिश में भींगे और कोई पसंदीदा खेल खेलें।
  • खिड़की के पास बैठकर किताब पड़ते हुए बारिश को एन्जॉय करें।
  • बच्चे अपने लिए कागज के नाव बनाकर बहार बारिश में चलाएं।
  • इस दौरान बेहतरीन यादों को तस्वीरों में कैप्चर करें।
  • परिवार के साथ मिलकर कोई अच्छी सी फिल्म देखें।
  • दोस्तों, रिश्तेदारों जिनसे बहुत दिनों से बात नहीं हुई उनसे बात करें।

वर्षा ऋतु से होने वाले नुकसान (Disadvantages Of Rainy Season)

  • देश में अधिक बारिश होने की वजह से कई जगह बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है और सब बहुत नुकसान करती है।
  • उम्मीद से ज्यादा बारिश किसानों की फसलें खराब कर देती हैं और उनकी साल भर की मेहनत बर्बाद हो जाती है।
  • रोड पर खतरा बढ़ जाता है और तेज बारिश की वजह से कई दुर्घटनाएं होती हैं।
  • बारिश स्वास्थ्य पर भी असर डालती है, जिसकी वजह से सर्दी, जुखाम, खांसी आदि जैसी अन्य बिमारियों से हम घिर जाते हैं।
  • भयंकर बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।
  • आसमान से बरसने वाले पानी की अधिकतम गति 18 से 22 मील प्रति घंटे होती है।
  • पृथ्वी पर बारिश की सबसे बड़ी बूंदें ब्राजील और मार्शल आइलैंड्स में 2004 में दर्ज की गई थी।
  • समुद्र तट पर होने वाली वर्षा खतरनाक होती है, इससे भयंकर तूफान और चक्रवात आने का खतरा अधिक होता है।
  • बारिश में बादल फटने के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
  • बारिश के दौरान अधिकतर बादलों की ऊंचाई 1800 मीटर से 5500 मीटर तक होती है।
  • बारिश सिर्फ तरल रूप में ही नहीं बल्कि ओले और बर्फ जैसे ठोस रूप में भी धरती पर गिरती है।
  • केरल के कोट्ट्यम क्षेत्र में लाल रंग की बारिश होती है।
  • बारिश की बूंदों को आसमान से धरती तक पहुंचने में लगभग 2 मिनट लगता है।

बारिश का मौसम बहुत ही खूबसूरत मौसम होता है, जो की कई खुशियां लेकर आता है। इस मौसम के कुछ फायदें हैं तो वहीं कुछ नुकसान भी हैं। इस निबंध में यही बताने का प्रयास किया गया है कि बारिश का महत्व तब तक है जब तक वो जरूरत से ज्यादा नहीं होती है। ऐसे में बच्चे भी जानेंगे की बरसात का मौसम यानि की मानसून क्यों खास होता है और आने वाले वर्षा ऋतु के लिए उनको कैसे तैयारी कर के रखनी चाहिए।

1. भारत में सबसे ज्यादा बारिश किस जगह पर होती है?

भारत में मेघालय के मासिनराम में सबसे अधिक बारिश होने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है।

2. भारत में सबसे कम बारिश कहाँ पर होती है?

भारत में ‘लेह’ ऐसा स्थान है जहाँ सबसे कम बारिश होती है  लद्दाख में है।

3. भारत में सबसे पहली बारिश कहाँ पर होती है?

भारत में मानसून सबसे पहले अंडमान-निकोबार में शुरू होता है, उसके बाद केरल में बारिश शुरू होती है।

4. भारत के किस राज्य में ठंड के मौसम में बारिश होती है?

भारत का एक दक्षिणी राज्य तमिलनाडु में सर्दी के मौसम में वर्षा होती है। यहाँ अक्टूबर से दिसंबर के बीच उत्तर-पूर्वी मानसून या “शीतकालीन मानसून” होता है।

5. पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान कौन सा है?

पृथ्वी और भारत का सबसे गीला स्थान मेघालय के मासिनराम को माना जाता है, यहाँ पर वर्षा ऋतु के दौरान औसत 11, 872 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है।

6. वर्षा ऋतु कब शुरू होती है?

भारत में वर्षा ऋतु गर्मी के बाद जुलाई महीने से शुरू होकर सितम्बर तक चलती है।

7. बरसात के पहले कौन सा मौसम आता है?

भारत में वर्षा ऋतु के पहले गर्मियों का मौसम रहता है, जो मार्च से शुरू होकर जून तक रहता है।

8. वर्षा होने का क्या कारण है?

धरती पर मौजूद पानी जो महासागर, नदियों और झीलों व अन्य बड़े स्रोत से पाया जाता है, जब वो पानी सूर्य की गर्मी से वाष्प द्रवित होकर बादल बन जाते तब वर्षा होती है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध Long Essay On Rainy Season In Hindi

Long Essay On Rainy Season In Hindi वर्षा ऋतु पर निबंध : प्रिय विद्यार्थियों आज हम यहाँ पर varsha ritu par nibandh आपके साथ साझा कर रहे हैं.

कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 के बच्चों के लिए वर्षा पर छोटा बड़ा निबंध यहाँ विभिन्न शब्द सीमा जैसे 100, 200, 300, 400 और 500 शब्दों   में पढेगे.

वर्षा ऋतु पर निबंध Essay On Rainy Season In Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध Essay On Rainy Season In Hindi

गर्मी के मौसम की तपन की झुलस के बाद समूची पृथ्वी और उस पर बसने वाले प्राणी बेहाल हो उठते हैं. मानव समेत समस्त जीव प्रजाति सूर्य की इस तपिश और लू से बेहद व्याकुल हो जाती हैं.

जल के स्रोत सूख जाते हैं वनस्पति झुलस जाती हैं और कई भागों में लोग दो बूंद जल के लिए तरस जाते हैं. जीवन में नीरसता घर कर जाती हैं.

जीवन के लिए एक गम्भीर संकट की स्थिति में कुदरत ने ऋतु चक्र को इस प्रकार बनाया हैं कि मेघा की ठंडी बौछारों के साथ सम्पूर्ण प्रकृति में नवजीवन का संचार हो जाता हैं.

वसंत, ग्रीष्म, वर्षा, शीत, शिशिर और हेमंत ये छः ऋतुएँ भारत में बारी बारी से आकर जीवन में परिवर्तन को बनाए रखती हैं.

जेठ आषाढ़ की तेज तपन के बाद मन भावन सावन से ही वर्षा ऋतु का आरम्भ हो जाता हैं जो भादों की घनघौर घटाओं तक समस्त जगत की प्यास को तृप्त कर देता हैं. अंग्रेजी माह के अनुसार जून से लेकर सितम्बर तक इन चार महीनों में वर्षा ऋतु होती हैं.

हम सभी जानते हैं कि हमारी पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े छियासठ डिग्री के झुकाव पर घुमती हैं वह सूर्य के चारों और परिक्रमा करती हैं जिनसे ऋतु परिवर्तन होता हैं.

जब सूर्य और पृथ्वी के मध्य की दूरी सबसे अधिक हो एवं किरने सीधी पड़े तब ग्रीष्म ऋतु होती हैं, जबकि पृथ्वी एवं सूर्य के मध्य की दूरी मध्यम हो और किरने सीधी न पड़कर तिरछी पड़े तब वर्षा ऋतु का आग-मन होता हैं.

प्रकृति के नियम इस प्रकार बने है कि जिन पर एक दूसरी ऋतुएँ पूर्ण रूप से निर्भर करती हैं. गर्मी के मौसम में नदी, समुद्र, झील सभी जल स्रोतों का पानी तेज गर्मी के कारण भाप बनकर उड़ जाता हैं.

यह जलवाष्प उपर जाकर ठंडी होने के बाद बादलों का रूप धारण कर लेती हैं ये ही जल की बुँदे गिरकर वर्षा के रूप में हमारे नवीन जीवन का संचार करती हैं.

जून के अंतिम सप्ताह तक भारत में अरब सागर व हिन्दी महासागर से मानसूनी पवनें आनी आरम्भ हो जाती हैं, जिन्हें हम मानसून भी कहते हैं. भारतीय उपमहाद्वीप के सभी देशों में इन्ही पश्चिमी विक्षोभ से वर्षा होती हैं.

तेज गर्मी के बाद मानसून की वर्षा से वातावरण की गर्मी पूर्ण रूप से खत्म हो जाती हैं खाली पड़े जलाशय लबालब भर जाते है. चारों ओर मनभावन हरियाली का नजारा सभी के मन को प्रफुल्लित करता हैं.

हमारे देश में अधिकतर कृषि वर्षा ऋतु के आगमन पर ही बोई जाती हैंकिसानों को नई फसल बोने के लिए वर्षा का सबसे अधिक इंतजार होता हैं.

इंद्र देव भी प्राणियों की पुकार पर खूब आशीष रुपी वर्षा जल बहाते हैं. बारिश से पुरे जीव जगत में खुशहाली और हरियाली के गीत हर ओर गूंजते हैं.

सभी ऋतुओं की रानी की संज्ञा वर्षा ऋतु को दी जाती हैं. क्योंकि वर्षा के आगमन से प्रकृति दुल्हन की तरह सज संवर जाती हैं तथा अपने प्राकृतिक सौन्दर्य में बेजोड़ नजर आती हैं.

पृथ्वी की सतह मानों हरी चादर ने ढक ली हैं. बच्चें गलियों में कीचड़ सने पैरों से खुशियों से झूम रहे हैं बरसात के जमा पानी में उनके सपनों की नावें कुचाले मार रही होती हैं. एक तरह से वर्षा से सभी को ख़ुशी मिलती हैं.

दुनियां के सभी भाषाओं के कवियों ने वर्षा ऋतु, बादल और प्राकृतिक छटा को अपनी लेखनी में अलग अलग ढंग से प्रस्तुत किया हैं.

हमारे संस्कृत के महान कवि कालिदास ने तो बादलों पर मेघदूत नामक पूरा ग्रंथ लिख डाला हैं. इस ऋतु में मोर पपैया, मेढक की टर्र टर्र दिलो को सुकून देने वाली होती हैं.

वर्षा हमारे लिए पीने का स्वच्छ जल उपलब्ध करवाती हैं जिन्हें साल भर उपयोग करने के लिए हम विभिन्न स्रोतों में जमा कर रख लेते हैं इन्हें जल संग्रहण भी कहते हैं.

हमारी कृषि तथा भूतल के जल भराव इसी मौसम में होता हैं. तेज घनघौर वर्षा न केवल जल संकट को दूर करती हैं बल्कि हमारे वातावरण में व्याप्त कूड़े करकट व गंदगी को भी बहाकर स्वच्छ माहौल हमें दे देती हैं.

इस लिहाज से वर्षा ऋतु के अनेक फायदे है जिस कारण यह मेरी प्रिय ऋतु भी हैं. वही दूसरी तरह यह अपने साथ कई समस्याएँ भी लेकर आती हैं. तेज वर्षा से अतिवृष्टि जिनमें हजारों लोगों के घर बह जाते हैं जान माल की हानि हो जाती है.

वर्षा जल के भराव के कारण मलेरिया व डेंगू के मच्छर भी पैदा हो जाते हैं. आकाशीय बिजली तथा नदियों की बाढ़ कई बार व्यापक नुकसान का कारण भी बनती हैं. आवश्यकता इस बात की है कि हम वर्षा ऋतु के दौरान कुछ सावधानियाँ बरते तो इस मौसम का पूर्ण लुफ्त उठा सकते हैं.

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वर्षा ऋतु पर निबंध Essay On Rainy Season In Hindi

Essay On Rainy Season In Hindi – Class 4 Essay On Rainy Season In Hindi दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में वर्षा ऋतु पर निबंध लिखकर बताऊंगा क्योंकि यह कैसा मौसम है जिस पर हमें निबंध लिखने को दिया जाता है वैसे तो हर एक ऋतु पर निबंध लिखने को देते हैं लेकिन यदि आपको वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने को दिया गया है तो इस ब्लॉग को अंत तक अवश्य पढ़े ताकि आप इस विषय पर निबंध लिख सके।

तो चलिए शुरू करते हैं।

Essay On Rainy Season In Hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध – Class 4 Essay On Rainy Season In Hindi

Essay on rainy season in hindi.

वर्षा ऋतु भारत देश में ग्रीष्म ऋतु के पश्चात आती है इससे ऋतु की आरंभ जुलाई माह से शुरू होती है और सितंबर माह तक रहती है इसके बीच भारत देश में अत्यधिक वर्षा होती है। इस वर्षा की वजह से भारत देश में गर्मी के मौसम में जितनी भी गर्मी रहती है जो लोगों को सह पाना बहुत मुश्किल हो जाता है उससे राहत प्रदान होता है क्योंकि भारत देश में टेंपरेचर 45 डिग्री तक भी पहुंच जाता है गर्मी के मौसम में और यह इतनी अत्यधिक होती है कि लोगों को यह सहन कर पाना बहुत ही असंभव सा हो जाता है लेकिन वर्षा ऋतु के आते ही सभी को एक राहत की सांस मिलती है।

वर्षा के रितु सबसे अधिक फायदेमंद किसानों के लिए होता है क्योंकि गर्मी के मौसम एवं ठंडी के मौसम में उनको खेतों की सिंचाई करने के लिए अलग से सिंचाई करनी पड़ती है मशीनों द्वारा जिसका खर्चा उनको बहुत अधिक पड़ जाता है लेकिन वर्षा ऋतु में प्राकृतिक द्वारा सिंचाई होने पर उनकी फसल में पैदावार भी अधिक होता है और उनको इसके लिए पैसे देने की भी आवश्यकता नहीं होती।

वर्षा के हित में लोगों को बहुत ज्यादा आनंद की अनुभूति होती है इसलिए कुछ लोग पहाड़ों पर ट्रैकिंग करना तथा झरनों के पास अपनी छुट्टियां बिताने के लिए निकल पड़ते हैं क्योंकि यह ऐसा समय है जो प्राकृतिक को इतना सुहाना बनाता है कि लोगों के मन में प्रकृति उतर जाती है। भारत देश में कई सारे ऐसे स्थल मौजूद है जो वर्षा ऋतु में इतने सुहाने एवं मनमोहक हो जाते हैं कि लोगों को वहां से पुनः अपने घर पर लौट कर आना मुश्किल हो जाता है।

हमें धरती पर चारों तरफ हरियाली नजर आती है जो हमारी आंखों को बहुत ज्यादा सुकून देती है और इन सब में एक बहुत ही अच्छा नजारा बनता है इंद्रधनुष का जो बच्चे बूढ़े एवं वयस्क सभी को बहुत पसंद आता है जब वर्षा ऋतु में हल्की बारिश होती है और उसके पश्चात धूप निकल जाए तब इंद्रधनुष का निर्माण होता है और यह इतना सुंदर लगता है कि लोगों को बस उसे देखना ही पसंद आता है और जब भी ऐसा होता है तब हर एक व्यक्ति इस नजारे को अपने फोन में तस्वीर के जरिए खींच कर रखता है ताकि इस दिन को याद रखा जा सके और यह हर एक वर्षा ऋतु में होता है।

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Essay On Rainy Season In Hindi For Class

ग्रीष्म ऋतु में अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से तालाबों एवं नदियों के पानी का असर घट जाता है और कई स्थानों पर यह पूरी तरीके से सूख जाते हैं जिस वजह से कुछ लोगों को पानी का उपयोग करने नहीं मिलता लेकिन वर्षा ऋतु आते ही हर एक जगह पर पूरी तरीके से पानी भर जाता है चाहे नदी हो या तालाब हरे का स्थान पर व्यक्ति को पानी देखने के लिए मिलता है।

पानी ही मनुष्य का जीवन है ऐसा कहा जाता है और यह पूरी तरीके से सच है क्योंकि प्यास लगने पर यदि किसी व्यक्ति को पानी प्राप्त ना हो तो उसकी मृत्यु हो जाती है और हर एक छोटी सी छोटी कार्य को लेकर बड़े कार्यो तक पानी की आवश्यकता पड़ती है जैसे घर में खाना बनाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है पालतू जानवरों को नहलाने एवं उनको पानी पिलाने के लिए पानी की आवश्यकता होती है इसलिए वर्षा ऋतु में वारिस का होना बहुत आवश्यक है लेकिन वर्तमान समय में बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग एवं पेड़ों की कटाई की वजह से रेनी सीजन अर्थात वर्षा ऋतु बहुत कम हो गई है जिस वजह से गर्मी बहुत अधिक बढ़ती जा रही है और वर्षा होने के पश्चात भी उस गर्मी को कम कर पाना प्रकृति के लिए बहुत ही कठिन होता जा रहा है यदि इसी प्रकार से ग्लोबल वार्मिंग एवं पेड़ों की कटाई चलती रही तो वर्षा का मौसम भारत देश से पूरी तरीके से चला जाएगा और मात्र ठंडी और गर्मी का मौसम ही बचेगा और गर्मी इतनी अधिक होगी कि वह लोगों को सहन कर पाना असंभव है और कई सारे लोगों की जानें भी जाने की संभावना बढ़ जाती हैं।

वर्षा ऋतु हम सभी के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इससे हमारे धरती का जल का स्तर बना रहता है और हमें भविष्य में पानी पीने के लिए एवं उपयोग में लाने के लिए मिलता रहता है लेकिन यह जितना हमारे लिए फायदेमंद है उतना ही इसके नुकसान भी है क्योंकि जमीन के अंदर ध से कई सारे बैक्टीरिया वर्षा ऋतु में बारिश होने की वजह से बाहर निकल जाते हैं क्योंकि कीचड़ में वह पुनः जीवित हो जाते हैं और इस प्रकार बैक्टीरियो को फैलने के लिए अवसर प्राप्त हो जाता है और इस वजह से वर्षा ऋतु में बहुत सारी बीमारियां निकल कर आती है और लोगों को बीमारियां होती हैं इतना ही नहीं भविष्य में भी बीमारियों का कारण वर्षा हो सकता है क्योंकि कई स्थानों पर पानी कट्ठा हो जाता है और वह पानी कुछ समय तक वहां पर रहने की वजह से वह सर जाता है जिसमें से मच्छरों का जन्म होता है और ऐसे में जब वह मच्छर किसी व्यक्ति को काटते हैं तब मलेरिया डेंगू जैसी बीमारियों के होने की संभावना अधिक हो जाती है इस वजह से वर्षा ऋतु आने से पहले हमें अपने आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरीके से साफ रखना चाहिए ताकि वर्षा होने पर जल पूरी तरीके से धरती में समा सके और कचरे ना होने की वजह से बैक्टीरिया फैलने की संभावना कम हो।

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में वर्षा ऋतु के विषय पर निबंध लिखकर दिया अगर आपको यह पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आपका कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं और अपने सुझाव को हमें कमेंट के जरिए बता सकते हैं।

अगर हमारे द्वारा Essay On Rainy Season In Hindi में दी गई जानकारी में कुछ भी गलत है तो आप हमें तुरंत Comment बॉक्स और Email में लिखकर सूचित करें। यदि आपके द्वारा दी गई जानकारी सही है, तो हम इसे निश्चित रूप से बदल देंगे। दोस्तों अगर आपके पास First Day Of Rainy Season Essay In Hindi के बारे में हिंदी में और जानकारी है तो हमें कमेंट बॉक्स में बताएं। हम Essay On Rainy Season In Hindi Language इसमे जरूर बदलाव करेंगे। और ऐसेही रोमांचक जानकारी को पाने के लीएं HINDI.WIKILIV.COM   पे आते रहिएं धन्यवाद

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class 4 essay on rainy season in hindi

वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on rainy season in hindi | बरसात का मौसम पर निबंध

समय समय पर हमें छोटी कक्षाओं में या बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में निबंध लिखने को दिए जाते हैं। निबंध हमारे जीवन के विचारों एवं क्रियाकलापों से जुड़े होते है। आज hindiamrit.com   आपको निबंध की श्रृंखला में  वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on rainy season in hindi | बरसात का मौसम पर निबंध प्रस्तुत करता है।

इस निबंध के अन्य शीर्षक / नाम

(1) बरसात पर निबंध (2) वर्षा वैभव पर निबंध (3) वर्षा वर्णन पर निबंध (4) बरसात का दृश्य पर निबंध

पहले जान लेते है वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on rainy season in hindi | बरसात का मौसम पर निबंध की रूपरेखा ।

निबंध की रूपरेखा

(1) प्रस्तावना (2) वर्षा का आगमन (3) वर्षा के विविध हृदय (4) एक दिन की घटना (5) उपसंहार

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भारतवर्ष प्रकृति की रमणीय क्रीड़ास्थली है। प्रकृति के जैसे मनोरम दृश्य भारत में देखने को मिलते हैं, वे संसार के किसी अन्य देश में दुर्लभ हैं ।

यहाँ छः ऋतुएँ क्रमशः आती और जाती है, जबकि संसार के अन्य किसी भी देश में छः ऋतुएँ नहीं होती हैं। इन छः ऋतुओं में वर्षा ऋतु अपना विशेष स्थान रखती है।

दिनकर जी के शब्दों में-

“है बसन्त ऋतुओं का राजा। वर्षा ऋतुओं की रानी॥”

वर्षा का आगमन

जेठ का महीना बीत रहा था। ग्रीष्म ऋतु अपने पूर्ण उत्कर्ष पर थी। जेठ की दोपहरी ऐसी तपती थी कि संसार के सभी जीव-जन्तु वृक्षों की छाया में हॉपते हुए समय काटते थे।

मनुष्य लूओं से बचने के लिए कहीं अँधेरे घरों में छिप जाना चाहते थे। धीरे-धीरे आया आषाढ़ का पहला दिन, आकाश में बादल दिखाई दिया। यह वही दिन था जिस दिन कालिदास के प्रिया-विरह से संतप्त यक्ष ने मेघ को अपना दूत बनाया था।

धीरे-धीरे आकाश बादलों से ढक गया। किसानों की जान में जान आ गयी। बादलों को देखकर उनकी आँखें ठंडी होने लगी। एक-दो दिन तक बादल जमते गये।

आखिर बादलों ने धरती की प्यास बुझाई। संसार को चैन मिला। चींटी से लेकर हाथी तक, जड़ से लेकर चेतन तक सभी प्राणियों और वनस्पतियों में नवजीवन का संचार हो गया। चारों ओर हर्षोल्लास छा गया।

वर्षा के विविध दृश्य

वर्षा के विविध दृश्य भी कैसे विचित्र होते हैं? आकाश बादलों से ढका रहता है। कभी-कभी तो कई-कई दिन तक सूर्य के दर्शन नहीं होते। शस्यश्यामला धरती का सौन्दर्य देखते ही बनता है।

वादलों को देखकर वन-उपवन में मोर आनन्दमग्न होकर नाचते हैं। नदी-नालों में उफान आ जाता है। पोखर और सरोवर का पानी सीमा लॉघ जाता है।

नदियाँ जल से तटों को डुबाकर घमंड से इतराने लगती हैं। सब ओर पानी ही पानी दिखाई देता है। मेंढकों की टर्र-टर्र और झींगुरों की झनकार एक विचित्र समा बाँध देती है।

एक दिन की घटना

वर्षा ऋतु अपने चरम उत्कर्ष पर थी। एक दिन एक विचित्र दृश्य उपस्थित हुआ। यह था-श्रावण का एक दिन! आकाश बादलों से ढका हुआ था।

रात बीती, प्रभात हुआ। सूर्य के तो कई दिनों से दर्शन न हुए थे। प्रभात हो जाने पर भी अंधेरा बढ़ता चला आ रहा था। घड़ी साढ़े छः बजा रही थी। हम लोग स्कूल जाने की तैयारी में थे कि अचानक वर्षा आरम्भ हो गयी।

मूसलाधार वर्षा, रुकने का नाम नहीं। थोड़ी देर में सब ओर पानी ही पानी हो गया। गलियों और सड़कों पर पानी की नदियाँ सी बह रही  थीं। कुछ देर बाद तो हमारे घर में में भी पानी।

सारे मुहल्ले में शोर मचा था। लगता था जैसे प्रलय आ जायेगी। तीन घंटे की लगातार वर्षा ने सब ओर त्राहि-त्राहि मचा दी। उस दिन स्कूल जाने की किसी में हिम्मत न थी।

सुबह को जलपान हुआ था तत्पश्चात पोखर की तरह जलपूर्ण रसोई में भोजन बनने का प्रश्न ही नही था। उस दिन लाचारी का व्रत हुआ। दिनभर घरों का पानी उलीचते रहे, घरों की सफाई करते रहे ।

हाँ, वर्षा रुकने पर हम लोग घर से बाहर निकले और पानी में छप-छप करते फिरे । बाग में गये, आमों के ढेर लगे थे। खूब छक कर आम खाये। तीसरे पहर घर लौट कर आये।

उस समय पानी साफ हो गया था। धूप निकल आयी थी। भोजन तैयार था और मम्मी-पापा मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। सबने भोजन किया। धीरे-धीरे सूर्य अस्ताचल पर पहुँच गया।

इस प्रकार यह बरसात का दिन बीता। आज भी वह दिन मुझे जब याद आता है, देर तक सोचता रहता हूँ।

वर्षा भारत के लिए वरदान बनकर आती है। कभी-कभी बाढ़ और तूफानों से यह प्रलय का दृश्य भी उपस्थित कर देती है।

प्रायः धन-जन की भी क्षति हो जाती है, तथापि वर्षा के द्वारा ही उस विनाश की क्षतिपूर्ति भी हो जाती है।

वर्षा अन्न और जल देने वाली शक्ति है। यह जीवनदायिनी सुन्दर ऋतु है।

यही मानव जीवन का आधार है। इसके आते ही बच्चे गा उठते हैं-

“जीवन-धन-सुखदाई लाई। वर्षा आई, वर्षा आई ॥ पशु-पक्षी मानव हरषाने। जड़-चेतन की प्यास बुझाने ॥ सघन घटाएँ संग में लाई। बर्षा आई, वर्षा आई॥”

अन्य निबन्ध पढ़िये

दोस्तों हमें आशा है की आपको यह निबंध अत्यधिक पसन्द आया होगा। हमें कमेंट करके जरूर बताइयेगा आपको वर्षा ऋतु पर निबंध | essay on rainy season in hindi | बरसात का मौसम पर निबंध कैसा लगा ।

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वर्षा ऋतु पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi)

प्रकृति को चिर सहचरी रही है। सृष्टि के आरम्भ से मानव प्रकृति की शुद्ध, सात्विक ममतामयी क्रोड में आन्द्भूति करता रहा है। प्रकृति ने इसे मस्त हवाओं के पालने में झुलाया है।पक्षियों का मधुर संगीत सुनाया है, चंद्रिका सुधा में स्नान कराया है।

दोस्तो मौसम कोई भी हो पर वर्षा ऋतु ही एक ऐसा मोसम है जिसमे आपको इंद्रधनुष के भी दर्शन हो जाते है।और सच मानिए इसको देखकर ऐसा लगता है, मानो प्रकृति का वो सुंदर दृश्य है जिसे देखने के लिए ही हम इस मौसम का इंतजार कर रहे थे।

शरद ऋतु में पुष्प खिलने लगते है, प्रकृति रूपसी बनकर ऋतुचक्र को घुमाती हैं, तब थिरकती हुई हेमंत ऋतु के दर्शन होते है। वह भी अपनी पूर्ण लीलाएं प्रस्तुत करती है। इस प्रकार ऋतुचक्र उप्परलिखे महीनों के अनुसार चलता रहता है।

बिजली के प्रकोप से कभी-कभी अनेक मनुष्य की अकाल मृतु हो जाती है। सड़को पर जल और कीचड़ होने के कारण घर से बाहर निकलना या एक स्थान से दूसरे स्थान जाना बड़ा कठिन हो जाता है। बच्चे खेल कूद भी नही कर पाते है। रातों मद मच्छरों के कारण नींद भी नहीं आती है। सच तो यह हैं कि जहां वर्षा से सुख है वही दुख भी है।

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वर्षा ऋतु पर निबंध – Rainy Season Essay In Hindi

Rainy Season Essay In Hindi

Rainy Season Essay In Hindi : भारत में प्रमुख छ: ऋतुएं हैं, जिसमें से एक ऋतु वर्षा ऋतु भी है। वर्षा ऋतु को मॉनसून का मौसम भी कहा जाता है, और इस मौसम में भारत के कई हिस्सो में खूब बारिश होती है। इस ऋतु में बारिश के आनंद के साथ-साथ कई तरह के त्यौहार भी आते हैं, जैसे – रक्षाबंधन, गणेश चतुर्थी।

Varsha Ritu की शुरूआत जून महीने से होती है और लगभग सितंबर महीने तक चलती है। यह मौसम सिर्फ इंसानों को नही बल्कि पशु-पक्षियों को भी राहत देता है। वर्षा ऋतु में कई जगहों पर मनोहर दृश्य देखने को मिलते है। इस मौसम में प्रकृति अपने पूरे रंगों में सज जाती है।

वर्षा ऋतु शुरू होते है ही स्कूलों में बच्चों को वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh) लिखने के लिए दिया जाता है। क्योंकि निबंध से बच्चे वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु से उत्पन्न सौंदर्य, और वर्षा ऋतु के लाभ एवं हानि के बारे में जान पाते है। चलिए मैं आपको Varsha Ritu Essay in Hindi लिखने का तरीका बताता हूँ।

वर्षा ऋतु पर निबंध (Varsha Ritu Par Nibandh)

इस आर्टिकल में, मैं आपको अलग-अलग सीमा पर बरसात के मौसम पर निबंध (Rainy Season Essay In Hindi) लिखकर दूंगा। इस लेख से आप किसी भी कक्षा के लिए Varsha Ritu Par Nibandh लिख सकते है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 200 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)

वर्षा ऋतु प्रकृति का एक बहुत बड़ा और अद्भुत उपहार है, क्योंकि इसके बिना धरती पर जीवन संभव नही है। इस ऋतु में आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है, और बिजली चमकने लगती है। इसके बाद धरती पर पानी के फुहारें पड़ने लगते है, जिससे पेड़-पौधे, जीव-जंतु और खेत-खलिहान सभी पानी से तृप्त हो जाते है।

Varsha Ritu का आगमन श्रावण मास से होता है और भाद्रपद मास तक रहती है। इस ऋतु में खेतों में फसलों की बुवाई और रोपाई की जाती है। सभी किसान वर्षा के पानी का भरपूर उपयोग करते हैं, ताकि सुंदर और अच्छी फसल उग सके। इसके अलावा वर्षा के पानी से नदियां और तालाब भी भर जाते हैं।

इस ऋतु के अनेक फायदे हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ नुकसान भी है, जैसे- डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया प्रकार के गंभीर रोग। इसलिए बरसाती मौसम में सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। इसके अलावा वर्षा ऋतु में बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाओं का भी खतरा होता है।

वर्षा ऋतु एक सुंदर और मनमोहक ऋतु है, जिससे पूरी प्रकृति को काफी फायदे मिलेते हैं। Rainy Season Essay In Hindi से हमें इस ऋतु के बारे में काफी कुछ जानने को मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 300 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)

प्रस्तावना.

वर्षा ऋतु भारत की अन्य ऋतुओं में से सबसे अधिक प्रिय ऋतु है। जब बारिश का मौसम आता है तो प्रकृति में अनेक मनोहर बदलाव देखने को मिलते है। यह मौसम हमें जून-जुलाई के समय की तेजी गर्मी से राहत देता है। इस मौसम में बच्चे-बुढ़े सभी आनंदित हो जाते हैं। सच में Rainy Season (बरसात का मौसम) काफी मनमोहक है।

वर्षा ऋतु का आगमन

दुनिया में अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग समय पर वर्षा ऋतु का आगमन होता है। लेकिन अगर भारत की बाते करें तो भारत में गर्मी के मौसम के बाद यानी जून महीने में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। यह ऋतु लगभग सितंबर महीने तक रहती है।

भारत में वर्षा ऋतु अरब सागर से होते हुए पहले केरल राज्य की ओर बढ़ती है, और फिर उत्तरी भारत की तरफ आती है। वर्षा ऋतु आते ही प्रकृति अपना संकेत देना शुरू कर देती है, और किसान खेती की तैयारीयां शुरू कर देते है।

प्रकृति के लिए वर्षा ऋतु का महत्व

Varsha Ritu प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण ऋतु है, क्योंकि इस ऋतु के बिना प्रकृति नष्ट हो जाएगी। बारीश के मौसम की वजह से ही यह प्रकृति जीवित है। यह ऋतु मानव जीवन के साथ-साथ सभी जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि वर्षा ऋतु की वजह से ही पेड़-पौधे जीवत है।

इस वर्षा ऋतु से ही सूखी नदिया और तालाब दोबार भरते है। और सभी जीव-जंतुओं को पानी मिलता है। इसी ऋतु की वजह से फसले उगती है, जिसे खाकर हर जीव-जंतु जीवित रहता है। इसलिए वर्षा ऋतु इस प्रकृति के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

उपसंहार

हम सब जानते है कि जल ही जीवन है, और बिना वर्षा ऋतु के जल का अस्तित्व खतरें में आ जाएगा। और अगर धरती से जल खत्म हो जाए तो पूरी पृथ्वी सुनसान हो जाएगी। मतलब कोई भी जीव-जंतु या पेड-पोधा नही बचेगा। इसलिए हमें प्रकृति को बचाना है और वर्षा ऋतु को संतुलित रखना है।

Varsha Ritu Essay in Hindi से हमें बहुत कुछ जानने को मिलता है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 500 शब्द (Rainy Season Essay In Hindi)

बारिश प्रकृति की एक महत्वपूर्ण देन है। जब धरती पर पहली बार बारिश गिरती है तो मिट्टी की अलग ही खुशबू होती है, जिससे सूंघने से मन खुश हो जाता है। गांवों में वर्षा ऋतु के बाद अनेक मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं। वर्षा के आने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है।

वर्षा ऋतु क्या है

वर्षा ऋतु को भारत में बरसात का मौसम भी कहा जाता है, क्योंकि इस ऋतु में भारत की कई जगहों पर अच्छी बारिश होती है। यह ऋतु अक्सर जून से सितंबर माह तक रहती है। इस ऋतु में आसमान में काले बादल छा जाते है और बिजली कड़कने लगती है। तेज हवाएं चलती है और फिर बूँद-बूँद बारिश होने होती है।

और जब बारिश धरती पर पहुंचती है तो प्रकृति में एक नई ऊर्जा संचरित होती है, जिससे पेड़-पौधे हरे भरे हो जाते है और फूल खिल जाते है। पक्षी मुधर स्वर निकालते है और बच्चे-बूढ़े सभी वर्षा का आनंद लेते है।

वर्षा ऋतु का महत्व

वर्षा ऋतु प्रकृति और पृथ्वी के हर जीव-जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है। यह ऋतु प्रकृति को नयी ऊर्जा देती है जिससे सभी को नया जीवन मिलता है। वर्षा के पानी से ही खेत हरे-भरे होते है। और साथ ही नदियाँ और तालाब भर जाते है, जिससे पशु-पक्षि सभी पानी पीते है।

यह ऋतु तेजी गर्मी के मौसम के बाती है जिससे सभी जीव-जंतुओं को गर्मी से राहत मिलती है, और मौसम ठंडा हो जाता है। इस ऋतु के बाद प्रकृति एक नए मनमोहक रूप में आ जाती है।

वर्षा ऋतु के फायदे और नुकसान

वर्षा ऋतु का सबसे बड़ा फायदा यही है कि यह प्रकृति को नया जीवन देती है। इस ऋतु से फसलों की वुबाई और रोपाई हो पाती है। बारिश से फसले अच्छी होती है और अकाल की संभावना भी कमा होती है। इस ऋतु से पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है। इसके अलावा इस ऋतु से भीषण ग्रमी के बाद मौसम ठंडा भी होता है।

इस ऋतु के लाभ के साथ कुछ हानियां हैं, जैसे- मौसमी रोग (डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि), बाढ़ व भूस्खलन जैसी आपदाएं, बिजली गिरना। आप बारिश के इन नुकसानों से बच भी सकते है, लेकिन इसके लिए आपको सावधानी रखनी होगी।

वर्षा ऋतु सभी जीव-जंतु के लिए आनंद और उत्साह का सूचक है। इस ऋतु के आगमन से प्रकृति में भी अनेक मनमोहक बदलाव देखने को मिलते है। यह ऋतु केवल मानव जाति नही बल्कि सभी जीव-जंतु पेड़-पौधे में नई ऊर्जा का संचार कर देती है।

Varsha Ritu बहुत ही महत्वपूर्ण ऋतु है क्योंकि इस ऋतु के बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नही की जा सकती है। बारिश के मौसम में प्रकृति का एक नया रूप देखने को मिलता है। Rainy Season Essay In Hindi में समझना काफी महत्वपूर्ण है।

वर्षा ऋतु पर निबंध 1000 शब्द (Varsha Ritu Par Nibandh)

वर्षा ऋतु भारत की 6 ऋतुओं में से एक लोकप्रिय ऋतु है, जिसका आगमन मई महीने में होने लग जाता है, और यह ऋतु सितंबर महीने तक चलती है। पृथ्वी के अलग-अलग जगहों पर वर्षा ऋतु का आगमन अलग-अलग समय पर होता है।

यह ऋतु गर्मी के मौसम के बाद आती है और सभी जगह ठंडक कर देती है, इसलिए मौसम का सभी को बेसब्री से इंतजार रहता है। यह ऋतु हमें गर्मी से राहत देती है और साथ ही हमें एक अलग तरह का उत्साह भी देती है। बरसात के मौसम का आनंद बच्चे से बूढ़े तक सभी लोग लेते है।

इस Rainy Season Essay In Hindi में वर्षा ऋतु के आगमन, वर्षा ऋतु के महत्व, वर्षा ऋतु में आने वाले त्योहार, और इसके फायदे एवं नुकसान के बारे में बताया है।

वर्षा ऋतु के आगमन का समय

भारत देश में, वर्षा ऋतु जून महीने से शुरू होती है और सितंबर महीने तक चलती है। यह ऋतु हमारे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन से शुरू होती है। मानसून, मौसमी हवाएं है जो हिंद महासागर से आर्द्र हवा लाती है। यह आर्द्र हवा भारत के तटीय क्षैत्रो में आती है और फिर उत्तर की ओर चली जाती है।

वर्षा ऋतु के आगमन पर पूरा मौसम ठंडा और आर्द्र हो जाता है। बारिश के मौसम में भारत के अनेक जगहों पर भारी और लगातार बारिश होती है। भारत में यह बारिश कुछ जगहों पर कम होती है तो कुछ जगहों पर बहुत ज्यादा होती है। और कुछ जगहों पर मौसम कुछ महीने तक गीला ही रहता है।

वर्षा कैसे होती है

वर्षा संघनन प्रकार की एक प्रक्रिया द्वारा बनती है। जब वायु में मौजूद जलवाष्प ठंडी होकर पानी की बूंदो या बर्फ के क्रिस्टल में बदल जाती है, तो इसे संघनन कहा जाता है। और फिर यह पानी की बूंदे बादलों का रूप लेती है।

वर्षा का निर्माण कुछ इस प्रकार होता है:

1. सबसे पहले धरती का जल सूर्य की गर्मी से गर्म होकर जलवाष्प में बदलता है और फिर यह जलवाष्प ऊपर की तरफ जाती है।

2. जब जलवाष्प ऊपर जाती है तो वायु का तापमान धीरे-धीरे कम होता है। और फिर कम तापमान से जलवाष्प संघनित हो जाती है। इसके बाद पानी की बूदें बादलों में एकत्रित हो जाती है।

3. इसके बाद जब बादल भारी हो जाते है तो यह टूटते है, जिससे पानी की बूंधे धरती पर गिरती है। कभी-कभी बादल एक-दूसरे से टकराकर भी बारिश के रूप बरसते है।

4. वर्षा का पानी दोबार सूर्य की गर्मी से वाष्प में बदलता है। और फिर यह वापिस एक चक्र के रूप में चलता रहता है।

वर्षा ऋतु में प्रकृति का सौंदर्य

वर्षा ऋतु के समय प्रकृति का सौंदर्य कई गुना अधिक बढ़ जाता है। इस ऋतु के आगमने के बाद प्रकृति में एक नयी ऊर्जा भर जाती है। इस ऋतु में पेड़-पौधे हर-भरे हो जाते है। इनके पत्ते नए और चमकीले हो जाते है। सभी फूल खिल जाते है और वातारण में सुगंद फैल जाती है।

इस ऋतु में पूरा आसमान काले बादलों से ढ़क जाता है और मौसम ठंडा होने लग जाता है। और जब बारिश होती है तो धरती सुगंधित हो जाती है। हवाओं में एक अलग ही खुशबु फैल जाती है, जो मन को काफी खुश करती है।

बारिश से सभी सड़के, उद्यान और खेल के मैदान आदि जलमग्न हो जाते है। इससे सभी तालाब और नदिया भर जाती है, जिसका फायदा सभी जीवों को मिलता है।

वर्षा ऋतु का महत्व प्रकृति के लिए काफी ज्यादा होता है। क्योंकि जब वर्षा ऋतु आती है तो प्रकृति में नयी ऊर्जा से नवजीवन का संचार होता है। इस ऊर्जा पर सभी जीव-जंतु और पैड़-पौधे आश्रित होते हैं।

किसानों के लिए इस ऋतु का महत्व बहुत ज्यादा है, क्योंकि किसान इसी ऋतु में फसलों की बुवाई और रोपाई करते है। इससे फसले काफी अच्छी उगती है और अकाल की संभावना भी कम हो जाती है।

यह ऋतु पशु-पशी और जीव-जंतु के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस ऋतु में नदियां और तालाब भर जाते है। जिससे सभी जीव पानी पीते है और अपनी प्यास बुझाते है। इसके अलावा बरसात के मौसम की वजह से मौसम ठंडा हो जाता है और लोगों गर्मी से राहत मिलती है।

वर्षा ऋतु के फायदे या लाभ

वर्षा ऋतु से हमें कई लाभ मिलते हैं, जैसे-

  • प्रकृति को एक नया जीवन मिलता है, जिससे वातावरण स्वच्छ और ताजा हो जाता है।
  • बरसात से अच्छी फसले उगती है और अकाल की समस्या खत्म हो जाती है।
  • वर्षा ऋतु से भूमि में नमी रहती है, और इससे भूमि उपजाऊ बनती है।
  • बारिश के पानी से नदिया और तालाब भर जाते हैं, जिससे पशु-पक्षियों को पीने के लिए पानी मिलता है।
  • तेज गर्मी के मौसम के बाद जब वर्षा ऋतु आती है तो मौसम पूरा ठंडा हो जाता है और लोगों को गर्मी से राहत मिलती है।

इस तरह वर्षा ऋतु के अनेक फायदे हैं।

वर्षा ऋतु के नुकसान और इसके उपाय

वर्षा ऋतु के फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी है। ये नुकसान निम्नलिखित प्रकार से हैं-

  • बारिश की वजह से मौसमी रोग फैलते हैं, जैसे- डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि।
  • तेजी बारिश से कई बार बाढ़ और भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएँ भी आती हैं।
  • अधिक बारिश होने से कई बार फसले खराब हो जाती है।
  • बारिश की वजह से जगह-जगह पर कीचड़ भी होता है।
  • बारिश के मौसम में बिजली गिरने का भी खतरा रहता है, जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है।

वर्षा ऋतु के ये कुछ नुकसान है, लेकिन इस ऋतु में सावधानी रखकर इन नुकसान से बचा जा सकता है। बारिश के मौसम में हम छाता या रेनकोट का इस्तेमाल करके और घर के आसपास पानी को जमा न होने देकर बीमारियों से बच सकते है।

बाढ़ व भूस्खलन से बचने के लिए संभावित क्षैत्रों से दूर रहना चाहिए, और चेतावनी मिलने पर तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए। इसके अलावा बिज़ली से बचने के लिए हमें तेजी बारिश के दोरान घर से बाहर नही निकलना चाहिए। और घर से बाहर निकलना आवश्यक हो तो गीले स्थानों से बचकर चलना चाहिए।

वर्षा ऋतु के समय आने वाले त्यौहार

वर्षा ऋतु के दौरान भारत में कई तरह के त्यौहार मनाते जाते हैं, जो मई से सितंबर के बीच जाते हैं। ये त्योहार निम्नलिखित हैं- होली, बसंत पंचमी, राम नवमी, हरियाली तीज, और रक्षाबंधन। हालांकि इसके अलावा और भी अन्य त्यौहार मनाते जाते हैं, जो अलग-अलग धर्मों और समुदायों में मनाए जाते है।

वर्षा ऋतु इस पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव जंतु के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिना वर्षा के पृथ्वी पर पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा। इस ऋतु का प्रभाव हमारी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है, क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है और कृषि के लिए बारिश बहुत जरूरी है। इसलिए हम सभी को बारिश के पानी का सदुपयोग करना चाहिए और पर्यावरण को प्रदुषण से बचाए रखना होगा।

उम्मीद है कि Varsha Ritu Essay in Hindi , आपके लिए काफी फायदेमंद रहा होगा।

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10 Lines on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतु पर 10 लाइन

class 4 essay on rainy season in hindi

10 Lines on Rainy Season: इस पोस्ट में हम आपके लिए  वर्षा ऋतु पर 10 लाइन   हिंदी में  या  Short Essay on Rainy Season in Hindi  दे रहे हैं। अगर आप कक्षा 123 और कक्षा 4 के छात्रों तो ये आपके लिए सबसे अच्छा है। बरसात का मौसम साल का सबसे अच्छा मौसम होता है।  बरसात के मौसम में जानवर भी सक्रिय रहते हैं ।

बरसात का मौसम  जुलाई के महीने में आता है। यह सितंबर तक जारी रहता है। इस मौसम की बजेसे किसान आपना खेती कर पातेहै। इसलिये इस पोस्ट में हम्म  10 Lines on Rainy Season in Hindi  लिखा है।

class 4 essay on rainy season in hindi

Table of Contents

10 Lines on Rainy Season in Hindi

Pattern 1  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • पृथ्वी पर कई ऋतुएँ होती हैं जैसे ग्रीष्म, शीत और वर्षा ऋतु।
  • बरसात का मौसम मेरा पसंदीदा मौसम है। जून के पहले सप्ताह में बरसात का मौसम शुरू हो जाता है।
  • इस समुंदर, नदी, बांध और झीलों में पानी भर जाता है।
  • पशु और पौधे भी पानी के लिए बारिश पर निर्भर हैं। हमें पीने का पानी बारिश से मिलता है।
  • छोटे बच्चों को पानी में खेलना बहुत पसंद होता है। यह मौसम किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
  • बरसात के मौसम में हमें रंगीन इंद्रधनुष देखने को मिलता है।
  • इस मौसम में पेड़ हरे हो जाते हैं और पूरी जमीन हरी-भरी और खूबसूरत हो जाती है।
  • छोटे बच्चे बारिश के पानी में कागज़ की नावें गिराते हैं।
  • इस मौसम की फसलें बारिश के पानी पर निर्भर करती हैं और हम बारिश का आनंद लेते हैं।
  • सारा वातावरण शीतल और सुन्दर हो जाता है, इसलिए मुझे बरसात का मौसम अच्छा लगता है।

10 Lines on Rainy Season in English

Pattern 2  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • There are Many Seasons on Earth-like Summer, Winter, and rainy seasons.
  • Rainy season is my favorite season. The rainy season starts in the first week of June.
  • This sea, river, dam and lakes get filled with water.
  • Animals and plants are also dependent on rain for water. We get drinking water from rain.
  • Young children love to play in the water. This season is very important for the farmers.
  • We get to see a colorful rainbow during the rainy season.
  • Trees turn green in this season and the whole land becomes green and beautiful.
  • Small children drop paper boats in Rainwater.
  • The Crops of this season depend on the Rainwater and we enjoy the rain.
  • The Whole Environment becomes cool and beautiful, so I like the rainy season.

10 Lines on Rainy Season in Odia

Pattern 3  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ଗ୍ରୀଷ୍ମ, ଶୀତ ଏବଂ ବର୍ଷା ରୁତୁ ପରି ପୃଥିବୀରେ ଅନେକ ରୁତୁ ଅଛି।
  • ବର୍ଷା ରୁତୁ ମୋର ପ୍ରିୟ ରୁତୁ। ଜୁନ୍ ପ୍ରଥମ ସପ୍ତାହରେ ବର୍ଷା ରୁତୁ ଆରମ୍ଭ ହୁଏ।
  • ଏହି ସମୁଦ୍ର, ନଦୀ, ବନ୍ଧ ଏବଂ ହ୍ରଦ ଜଳରେ ପରିପୂର୍ଣ୍ଣ ହୁଏ।
  • ପଶୁ ଏବଂ ଉଦ୍ଭିଦ ମଧ୍ୟ ଜଳ ପାଇଁ ବର୍ଷା ଉପରେ ନିର୍ଭରଶୀଳ। ବର୍ଷା ଠାରୁ ଆମେ ପାନୀୟ ଜଳ ପାଇଥାଉ।
  • ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ପାଣିରେ ଖେଳିବାକୁ ଭଲ ପାଆନ୍ତି। ଏହି ରୁତୁ କୃଷକମାନଙ୍କ ପାଇଁ ଅତ୍ୟନ୍ତ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ।
  • ବର୍ଷା ରୁତୁରେ ଆମେ ଏକ ରଙ୍ଗୀନ ଇନ୍ଦ୍ରଧନୁ ଦେଖିବାକୁ ପାଇଥାଉ।
  • ଏହି ରୁତୁରେ ଗଛ ସବୁଜ ହୋଇଯାଏ ଏବଂ ସମଗ୍ର ଭୂମି ସବୁଜ ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ।
  • ଛୋଟ ପିଲାମାନେ ବର୍ଷା ପାଣିରେ କାଗଜ ଡଙ୍ଗା ପକାନ୍ତି।
  • ଏହି ରୁତୁର ଫସଲ ବର୍ଷା ଜଳ ଉପରେ ନିର୍ଭର କରେ ଏବଂ ଆମେ ବର୍ଷା ଉପଭୋଗ କରୁ।
  • ସମଗ୍ର ପରିବେଶ ଥଣ୍ଡା ଏବଂ ସୁନ୍ଦର ହୋଇଯାଏ, ତେଣୁ ମୁଁ ବର୍ଷା ରୁତୁକୁ ପସନ୍ଦ କରେ।

10 Lines on Rainy Season in Odia

10 Lines on Rainy Season in Gujarati

Pattern 4  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ઉનાળો, શિયાળો અને વરસાદની રૂતુ જેવી પૃથ્વી પર ઘણી asonsતુઓ છે.
  • વરસાદની રુતુ મારી પ્રિય રુતુ છે. જૂન મહિનાના પ્રથમ સપ્તાહમાં વરસાદની મોસમ શરૂ થાય છે.
  • આ સમુદ્ર, નદી, ડેમ અને તળાવો પાણીથી ભરાઈ જાય છે.
  • પ્રાણીઓ અને છોડ પણ પાણી માટે વરસાદ પર આધારિત છે. અમને વરસાદથી પીવાનું પાણી મળે છે.
  • નાના બાળકો પાણીમાં રમવાનું પસંદ કરે છે. આ seasonતુ ખેડૂતો માટે ખૂબ મહત્વની છે.
  • વરસાદી રુતુમાં આપણને રંગબેરંગી મેઘધનુષ્ય જોવા મળે છે.
  • આ રુતુમાં વૃક્ષો લીલા થાય છે અને આખી જમીન લીલી અને સુંદર બને છે.
  • નાના બાળકો વરસાદના પાણીમાં કાગળની બોટ નાખે છે.
  • આ સિઝનના પાક વરસાદના પાણી પર આધાર રાખે છે અને આપણે વરસાદનો આનંદ માણીએ છીએ.
  • સમગ્ર વાતાવરણ ઠંડુ અને સુંદર બને છે, તેથી મને વરસાદી રુતુ ગમે છે.

10 Lines on Rainy Season in Bengali

Pattern 5  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • পৃথিবীতে গ্রীষ্ম, শীত এবং বর্ষার মতো অনেক seতু আছে।
  • বর্ষাকাল আমার প্রিয় তু। জুনের প্রথম সপ্তাহে বর্ষাকাল শুরু হয়।
  • এই সমুদ্র, নদী, বাঁধ এবং হ্রদগুলি পানিতে ভরে যায়।
  • প্রাণী এবং উদ্ভিদও পানির জন্য বৃষ্টির উপর নির্ভরশীল। আমরা বৃষ্টি থেকে পানীয় জল পাই।
  • ছোট বাচ্চারা পানিতে খেলতে ভালোবাসে। এই মৌসুম কৃষকদের জন্য খুবই গুরুত্বপূর্ণ।
  • বর্ষাকালে আমরা একটি রঙিন রংধনু দেখতে পাই।
  • এই seasonতুতে গাছ সবুজ হয়ে যায় এবং পুরো জমি সবুজ এবং সুন্দর হয়ে যায়।
  • ছোট বাচ্চারা বৃষ্টির পানিতে কাগজের নৌকা ফেলে দেয়।
  • এই মৌসুমের ফসল বৃষ্টির পানির উপর নির্ভর করে এবং আমরা বৃষ্টি উপভোগ করি।
  • পুরো পরিবেশ ঠান্ডা এবং সুন্দর হয়ে যায়, তাই আমি বর্ষাকাল পছন্দ করি।

10 Lines on Rainy Season in Bangali

10 Lines on Rainy Season in Nepali

Pattern 6  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • त्यहाँ गर्मी, जाडो र बरसात को मौसम जस्तै पृथ्वी मा धेरै मौसमहरु छन्।
  • बरसातको मौसम मेरो मनपर्ने मौसम हो। बरसातको मौसम जून को पहिलो हप्ता मा शुरू हुन्छ।
  • यो समुद्र, नदी, बाँध र तालहरु पानी संग भरिएको छ।
  • जनावर र बिरुवाहरु पानी को लागी वर्षा मा निर्भर छन्। हामी वर्षा बाट पिउने पानी पाउँछौं।
  • साना बच्चाहरु पानी मा खेल्न मनपर्छ। यो सिजन किसानहरुको लागी धेरै महत्वपूर्ण छ।
  • हामी बरसातको मौसममा एक रंगीन इन्द्रेणी देख्न पाउँछौं।
  • रुखहरु यस मौसममा हरियो हुन्छन् र सारा जमिन हरियो र सुन्दर बन्छ।
  • साना बच्चाहरु वर्षा पानी मा कागज डुats्गा छोड्छन्।
  • यस सिजन को फसल वर्षा पानी मा निर्भर गर्दछ र हामी वर्षा को आनन्द लिन्छौं।
  • सम्पूर्ण वातावरण शान्त र सुन्दर बन्छ, त्यसैले म बरसात को मौसम मनपर्छ।

10 Lines on Rainy Season in Punjabi

Pattern 7  –  10 Lines Essay  or  Shorts Essay  is very helpful for classes 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, to College Students.

  • ਧਰਤੀ ਤੇ ਬਹੁਤ ਸਾਰੇ ਮੌਸਮ ਹੁੰਦੇ ਹਨ ਜਿਵੇਂ ਗਰਮੀ, ਸਰਦੀ ਅਤੇ ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ.
  • ਮੀਂਹ ਦਾ ਮੌਸਮ ਮੇਰਾ ਮਨਪਸੰਦ ਮੌਸਮ ਹੈ. ਬਰਸਾਤੀ ਮੌਸਮ ਜੂਨ ਦੇ ਪਹਿਲੇ ਹਫਤੇ ਸ਼ੁਰੂ ਹੁੰਦਾ ਹੈ.
  • ਇਹ ਸਮੁੰਦਰ, ਨਦੀ, ਡੈਮ ਅਤੇ ਝੀਲਾਂ ਪਾਣੀ ਨਾਲ ਭਰ ਜਾਂਦੀਆਂ ਹਨ.
  • ਪਸ਼ੂ ਅਤੇ ਪੌਦੇ ਵੀ ਪਾਣੀ ਲਈ ਮੀਂਹ ‘ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਹਨ. ਸਾਨੂੰ ਮੀਂਹ ਤੋਂ ਪੀਣ ਵਾਲਾ ਪਾਣੀ ਮਿਲਦਾ ਹੈ.
  • ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਖੇਡਣਾ ਪਸੰਦ ਕਰਦੇ ਹਨ. ਇਹ ਸੀਜ਼ਨ ਕਿਸਾਨਾਂ ਲਈ ਬਹੁਤ ਮਹੱਤਵਪੂਰਨ ਹੈ।
  • ਸਾਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦੇ ਮੌਸਮ ਦੌਰਾਨ ਇੱਕ ਰੰਗੀਨ ਸਤਰੰਗੀ ਪੀਂਘ ਦੇਖਣ ਨੂੰ ਮਿਲਦੀ ਹੈ.
  • ਇਸ ਮੌਸਮ ਵਿੱਚ ਰੁੱਖ ਹਰੇ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ਅਤੇ ਸਾਰੀ ਜ਼ਮੀਨ ਹਰੀ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਹੋ ਜਾਂਦੀ ਹੈ.
  • ਛੋਟੇ ਬੱਚੇ ਕਾਗਜ਼ ਦੀਆਂ ਕਿਸ਼ਤੀਆਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਵਿੱਚ ਸੁੱਟਦੇ ਹਨ.
  • ਇਸ ਮੌਸਮ ਦੀਆਂ ਫਸਲਾਂ ਮੀਂਹ ਦੇ ਪਾਣੀ ਤੇ ਨਿਰਭਰ ਕਰਦੀਆਂ ਹਨ ਅਤੇ ਅਸੀਂ ਬਾਰਿਸ਼ ਦਾ ਅਨੰਦ ਲੈਂਦੇ ਹਾਂ.
  • ਸਾਰਾ ਵਾਤਾਵਰਣ ਠੰਡਾ ਅਤੇ ਸੁੰਦਰ ਬਣ ਜਾਂਦਾ ਹੈ, ਇਸ ਲਈ ਮੈਨੂੰ ਬਰਸਾਤ ਦਾ ਮੌਸਮ ਪਸੰਦ ਹੈ.

10 Lines on Rainy Season in Video

Last Word on 10 Lines on Rainy Season for Students

हम Student के पढ़ाई के लिए ही Article बनाते है। कैसे एक Student आसानी से अपने Homework के साथ साथ अपने General Knowledge को कैसे बढ़ा सकता है? सिर्फ उसीके बारे मै ही हमरे सारे Article है। एक Student के लिए जीतने भी जरूरती Essay है जो मदत कर सकता है उनके पढ़ाई मै वो सारे Essay को हमने पोस्ट किए है। हम्म आसा करते है की ये बर्षा ऋतु आपको बहत अच्छा लगे।

इसके साथ साथ किस तरह से आप आसानी से Essay लिख सकते है या Essay लिखने का आसान तरीका को भी आप जान पाओगे और ये एस्से आपको 7 भासा में मिल जाएगा, आप आपके बहस के अनुसार एशे पढ़ सकते है। इसके बाद Student के General Knowledge के लिए जीतने भी General Quiz है जो आसान करेगा Student के पढ़ाई या उनके जीतने भी Quiz Competition है उन सभी मै अपना बेहतर देने के लिए मदत करेगा।

अन्य पोस्ट देखें –  Short Essay  /  10 Lines Essay .

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References Links:

  • https://www.britannica.com/science/Indian-monsoon
  • https://education.nationalgeographic.org/resource/monsoon/
  • https://en.wikipedia.org/wiki/Wet_season

One Comment

Thanks-a-mundo for the article post.Really thank you! Cool.

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class 4 essay on rainy season in hindi

Hindi Essay and Paragraph Writing – Rainy Season (वर्षा ऋतु) for classes 1 to 12

वर्षा ऋतु पर निबंध – इस लेख में हम वर्षा ऋतु कब होती है, वर्षा ऋतु का महत्व, वर्षा ऋतु से क्या लाभ है के बारे में जानेंगे। भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक वर्षा ऋतु है। इसे ‘मानसून सीजन’ भी कहते है। वर्षा होने से ही किसानों के लिए खेती हेतु पानी मिलता है और फसलें विकसित होती हैं। वर्षा होने से चारों तरफ हरियाली छा जाती है। अक्सर स्टूडेंट्स से असाइनमेंट के तौर या परीक्षाओं में वर्षा ऋतु पर निबंध पूछ लिया जाता है। इस पोस्ट में वर्षा ऋतु पर कक्षा 1 से 12 के स्टूडेंट्स के लिए 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में अनुच्छेद दिए गए हैं।

  • वर्षा ऋतु पर 10 लाइन  10 lines
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 4 और 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 6, 7 और 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में
  • वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 250 से 300 शब्दों में

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन 10 lines on Rainy Season in Hindi

  • वर्षा ऋतु भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है।
  • वर्षा ऋतु का आगमन ग्रीष्म ऋतु के बाद होता है।
  • आषाढ़, सावन, भादो और आश्विन (जून से लेकर सितंबर तक) चार महीने वर्षा ऋतु के होते हैं।
  • वर्षा ऋतु के आगमन से लोगो को गर्मी से राहत मिलती है।
  • वर्षा ऋतु से भूमि का जल स्तर वापस से सामान्य होता है।
  • वर्षा ऋतु से कृषि में फसलों की सिंचाई में मदद मिलती है।
  • वर्षा ऋतु के दौरान सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है और भूमि से नए-नए पौधे उगते है।  
  • वर्षा ऋतु में नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि वर्षा के जल से भर जाते हैं। 
  • वर्षा ऋतु का मौसम बहुत ही सुहावना और आनंद दायक होता है।  
  • वसंत ऋतु यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी होती है।

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Short Essay on Rainy Season in Hindi वर्षा ऋतु पर अनुच्छेद 100, 150, 200, 250 से 350 शब्दों में

वर्षा ऋतु पर निबंध – वर्षा ऋतु भारत की ऋतुओं में से वर्ष की सबसे अधिक प्रतीक्षित ऋतुओं में से एक है। पूरे भारत में वर्षा ऋतु की शुरुआत गर्मी के बाद जुलाई से होकर सितम्बर तक चलती है। ये ऋतु असहनीय गर्मी से परेशान हो रहे जीव-जन्तु, लोग आदि के लिए एक राहत की फुहार लेकर आती है और सभी के लिए पूरे वातावरण को खुशनुमा बना देती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 1, 2, 3 के छात्रों के लिए 100 शब्दों में

गर्मी ऋतु के बाद वर्षा ऋतु आती है। जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर चार महीने वर्षा ऋतु के हैं। इस ऋतु के  दौरान बादल गरजते हैं, बिजली कड़कती है, और फिर वर्षा होती है। पानी बरसने की रिमझिम आवाज बहुत अच्छी लगती है। वर्षा के कारण चारों तरफ हरियाली छा जाती है। पेड़-पौधे हरे-भरे हो जाते हैं। बागों में मोर नाचते हैं और कोयल कूकती है। किसान खेती के काम में जुट जाते हैं। वर्षा के जल से नदी-नाले, तालाब-कुएँ, पोखर आदि सब भर जाते हैं। रात्रि में वर्षा के कारण घना अंधकार हो जाता है। जिसके कारण चांद और तारे दिखाई नहीं पड़ते है। 

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 4, 5 के छात्रों के लिए 150 शब्दों में

वर्षा ऋतु, जो ग्रीष्म ऋतु के बाद आती है, भारत की चार प्रमुख ऋतुओं में से एक है। यह ऋतु पर्यावरण में अनेक प्रकार के परिवर्तन लाती है। यह जून-जुलाई की भीषण गर्मी से राहत देती है, क्योंकि इस मौसम में भारी वर्षा होती है। जिसके कारण वातावरण का तापमान कुछ हद तक गिर जाता है, जिससे सभी को गर्मी से राहत मिलती है। वृक्षों में नए पत्ते और फूल आने लगते हैं। खेत खलियान हरे-भरे हो जाते हैं। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। जैसे-जैसे तापमान घटता है, मौसम और भी सुहावना हो जाता है। इस मौसम में अच्छी वर्षा होती है, तो फसलें अच्छी हो जाती है। पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। तालाब, नदी, नालों में पानी भर जाता है जो सारे वर्ष मनुष्यों के काम आता है। ग्रीष्म का प्रचंड ताप दूर हो जाता है। ऋतु सुखद और स्वास्थ्यवर्धक हो जाती है। 

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 6, 7, 8 के छात्रों के लिए 200 शब्दों में

वर्षा ऋतु साल का एक अनमोल समय है जो आनंद, राहत और ताजगी लाता है। इसके आगमन से मौसम में बदलाव का संकेत मिलता है, क्योंकि प्रकृति खुद को फिर से जीवंत कर लेती है। साथ ही यह पिछले गर्मी के महीनों में पड़ने वाली चिलचिलाती गर्मी से राहत देती है। जैसे ही पहली बारिश की बूंदे आसमान से गिरती है, हवा में तुरंत राहत और ताजगी का एहसास होता है। तापमान में गिरावट आ जाती है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वृक्ष धुल जाते है, वायु में शीतलता छा जाती है, सभी प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। वनों, पहाड़ों, घाटियों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्र गुनी हो जाती है। खेतों में मकई, ज्वार, बाजरा, तिल और धान की फसलें लहलहा जाती हैं। सभी जगह हरियाली ही हरियाली हो जाती है। इसके अलावा, इस ऋतु में खुशी में मोर भी अपने खूबसूरत रंग-बिरंगे पंख फैला कर नाचने लगता है, मेंढक भी टरटराने लगता है। चारों तरफ हरे-भरे घास उग आते हैं, जिससे पशुओं के लिए चारा मिल जाता है। इस ऋतु के कारण पानी के हर एक स्रोत में पानी का स्तर बढ़ जाता है। नदी नाले, कुंए सब में पानी भर जाता है। लोग पके हुए आम को खाने का आनंद लेते हैं। कुल मिलाकर, बरसात का मौसम एक बहुप्रतीक्षित अवधि है जो अपने साथ जीवन और प्रेरणा का एक नया एहसास लेकर आती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध /अनुच्छेद कक्षा 9, 10, 11, 12 के छात्रों के लिए 300 शब्दों में

मनमोहिनी प्रकृति के अनेक रूप हैं। अपने इन रूपों से वह मानव मन को हर्षित करती है, उमंग से भर देती है और नवीन स्फूर्ति से प्रेरित करती है। प्रकृति के इन रूपों में वर्षा ऋतु का रूप विशेष आनंदप्रद और मनभावन है। वसन्त यदि ऋतुओं का राजा है तो वर्षा ऋतुओं की रानी है। वर्षा ऋतु को ‘चौमासा’ भी कहते हैं; क्योंकि इसका आरम्भ आषाढ़ मास में हो जाता है और यह आश्विन तक रहती है। जिस प्रकार कठिन तपस्या, कठोर संयम तथा त्याग से किसी व्यक्ति को महत्ता और गौरव आदि प्राप्त होते हैं, उसी प्रकार वसुंधरा ग्रीष्म सूर्य के असह्य ताप को सहन कर इस ऋतु को प्राप्त करती है। जब संसार के प्राणी ग्रीष्म ऋतु की विकरालता से व्यथित हो, आकाश की ओर टकटकी लगाकर बादलों के दर्शनों के लिए तड़पते हैं; तब प्राणियों की व्यथा से दुःखी बादल की गर्जना सुनाई पड़ती है। आँधी के साथ-साथ बड़ी-बड़ी बूंदे टप-टप करके गिरने लगती है और बड़े जोर से मेघ बरसने लगता है। आकाश धूल रहित हो जाता है। वायु में शीतलता छा जाती है, प्राणियों में एक नया उत्साह और नयी उमंग भर जाती है। कभी नन्ही-नन्ही बौछार पड़ती है तो कभी घनघोर वर्षा होती है। वर्षा के कारण प्रकृति का रूप निखर जाता है। जिधर देखो उधर ही हरी मखमल जैसे कोमल घास से आच्छादित पृथ्वी दृष्टिगोचर होती है। वर्षा ऋतु में पपीहे की ‘पी-पी’ और मोर का नाच वरबस हृदय को आकृष्ट कर लेते हैं। वनों, पहाड़ों और उद्यानों की शोभा तो सहस्त्रगुणी हो जाती है। खेतों में लगी फसलें लहलहा जाती हैं। वर्षा में रात्रि का अन्धकार घना हो जाता है। चंद्रमा और तारे दिखाई नहीं पड़ते। जब वर्षा की झड़ी लगती है और घनघोर घटाएँ उमड़-उमड़ कर आकाश में छा जाती हैं, यह ऋतु प्रत्येक के हृदय में मस्ती, उमंग और आनन्दमयी स्फूर्ति का संचार कर देती है। ऐसी सुन्दर सुखद वर्षा-ऋतु भी कुछ दोषों का कारण होती है। वर्षा के कारण अनेक विषैले कीड़े-मकोड़े उत्पन्न हो जाते हैं, जो मनुष्यों को बड़ी हानियाँ पहुंचाते हैं। इसी प्रकार बाढ़ आने से नदियों का रूप उग्र और भयंकर हो जाता है। इसके कारण फसलें नष्ट हो जाती हैं। फिर भी यह ऋतु आनन्द और अन्त-धन से समृद्ध करने के कारण स्वागत योग्य है।

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rainy season essay in hindi। वर्षा ऋतु पर हिंदी निबंध

rainy season essay in hindi

वर्षा ऋतू जिस ऋतू में पृथ्वी पे आकाश से जल बरसता है। यह जल पृथ्वी के जीवन चक्र में बहुत सहायक है। आज हम आपके लिए इस पोस्ट में rainy season essay in hindi ले कर आये है । वर्षा ऋतू पर निबंध को आप स्कूल और कॉलेज में इस्तेमाल कर सकते है । इस हिंदी निबंध को आप essay on rainy season in hindi for class 1, 2, 3 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 तक के लिए थोड़े से संशोधन के साथ प्रयोग कर सकते है।

रैनी जिसे हम हिंदी में बरसात का मौसम या वर्षा ऋतु बोलते है। हम सभी इस मौसम से भली भांति वाकिफ है। यह मौसम की अलग ही पहचान है।बरसात हम सभी के जीवन मे उमंग उल्लास का भाव लाती है। बरसात में अलग अलग स्थानो पर अलग अलग समय बारिश होती है। कभी यह बारिश हल्की बूंदाबांदी के रूप में होती है। तो तभी तेज़ व ज़ोरदार होती है। बरसात के मौसम कि अलग ही पहचान होती है। अन्य किसी भी मौसम में से बरसात सबसे मनमोहक साबित होता है। सर्दी के मौसम में कड़ाके की ठंड होती है। गर्मी के मौसम में मनुष्य गर्मी का एहसास करता है। यह दोनों मौसम एक दूसरे के विपरीत है। परंतु बरसात में वातावण मनमोहक व शीतल होता है। जो हर किसी को बहुत पसंद आता है। बच्चों को , युवाओं को , बुज़ुर्गों को व हर उम्र के व्यक्ति को यह मौसम भांता है। एक शानदार लाइन है अंग्रेज़ी में, ” दिल गार्डन गार्डन हो गया ” ठीक इसी प्रकार का अनुभव इस मौसम में होता है। 

प्रस्ताव ना – बरसात का मौसम गर्मी के बाद आता है। इसे मानसून भी बोला जाता है। इस शब्द का प्रथम प्रयोग ब्रिटिश भारत में (वर्तमान भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश) एवं पड़ोसी देशों के संदर्भ में किया गया था। मानसून को पावस भी बोला जाता है। मानसून दरअसल हिंदमहासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है। देश मे व दुनिया में अलग अलग समय अलग अलग जगह बारिश होती है। बारिश का होना मौसम के अलावा हवाओं पर भी निर्भर करता है। बे ऑफ बेंगोल व अन्य सागर में हाई व लौ प्रेशर के कारण भी बारिश देखी जाती है। इसी वजह से हवा में नमी पैदा होती है। जब गर्म नम हवा, ठंडे और उच्च दबाव वाले वातावरण के संपर्क में आती है तब बारिश होती है. गर्म हवा अपने अंदर ठंडी हवा से ज्यादा पानी जमा कर सकती है। बारिश होने वातावरण पर निर्भर करता है। हर वर्ष जून से सितंबर में वर्षा का मौसम देखा जाता है। बारिश में एक और प्रकार देखा गया है। जिसे हम मूसलाधार बारिश के नाम से जानते है। यह स्वाभाविक नही होती। इसको प्राकृतिक आपदा भी बोल सकते है। 

वर्ष ा ऋतु का प्राकृतिक सौन्दर्य – बरसात में वातावरण की मधुरता का अंदाज़ा हम सभी लगा सकते है। हम सभी जानते है कि वातावरण मंत्रमुग्ध करने वाला प्रतीत होता है। इस वक़्त वातावरण अपने सुनहरे रूप में दिखाई देता है। साथ ही इसकी सुंदरता उमड़ कर सामने आती है। वातावरण की खूबसूरती, पेड़ पौधे हरे भरे और खिलखिलाए लगते है। किसी अन्य मौसम में यह पौधे जो मुरझाए से लगते हैं वह वर्षा में अपना सौंदर्य बिखेरते है। ऐसा प्रतीत होता है कि मानो वह खिलखिलाते हुए अपने पसंदीदा मौसम की सराहना कर रहे हो। छोटी छोटी बन्धें जब धरती पर आती है तो धरती पर रहने वाले हर जीव को लाभान्वित करती है। जानवरों को पानी देती है जानवरों को खुश करती है। वे भी इस मौसम में खुशहाली का आनंद लेते नज़र आते है।जब छोटे- बढ़े तालाबों में पानी भरता है तब नदी में व तालाब में रहने वाले जीव खिलखिला उठते है। उनकी बढ़ती गतिविधियां इस मौसम में सबसे ज़्यादा देखी जाती है। जानवरो व पेड़ पौधों के लिए ये मौसम जिस प्रकार उनकी पसंद का मौसम है वैसे ही मनुष्य के लिए भी यह मौसम सौंदर्य का प्रतीक है।जब वर्षा में पानी से यह धरती की मट्टी गीली हो जाती है तब वो मट्टी की सौंधी सौंधी खुशबू सभी को बेहद पसंद आती है। प्रकृति का सौंदर्य इस वक़्त चरम पर होता है। सभी लोग अपने घरों की खिड़कियों से इस मौसम का आनंद लेते है। इन सभी के बीच एक और विशेषता है जिसको जाने बिना बरसात का मौसम मानो अधूरा सा है। एक अनमोल कड़ी जो इस मौसम से अपने दिलो जान से जुड़ी है वह है छोटे छोटे बच्चे। बच्चों के लिए ये मौसम उनकी क्रीड़ा का साधन है। जब इस मौसम में आस पास पानी भरा जाता है जब बच्चे कागज़ की नौका बनाते है। फिर उस कागज़ की नौका को पानी मे तैराते है। इस तरह से बच्चों में प्रतियोगिता बढ़ जाती है।बच्चे एक दूसरे से होड़ करते है कि किसकी नौका ज़्यादा आगे तक जाएगी। आप सभी ने भी बचपन मे यह अनुभव ज़रूर किया होगा। माता पिता बच्चों को प्रोत्साहित करते है। वे भी उनके खेल में शामिल होते है। बारिश का आनंद लेने कई बार बच्चे अपने घरों की छत पर आकर बारिश में खूब भीगते हैं। वे जी भरके खेलते है।धीरे धीरे ये मौसम सितंबर के अंत तक चला जाता है। बच्चे बस अपनी क्रीड़ा के लिए वर्षा के मौसम का बेसब्री इंतज़ार करते है। इस मौसम में मोर भी खिलखिलाए दिखाई देते है। वे अपने पंखों को फैलाये नृत्य करते हुए बेहद मनमोहक लगते है। इस मौसम का सौंदर्य भाव विभोर करता है।

वर्षा ऋतु के फायदे- हर मौसम की अपनी विशेषताएं होती है। बरसात के मौसम से भी हम सभी को बहुत सारे फायदे होते है। बरसात के मौसम से कृषि क्षेत्र में जम कर उछाल आता है। इस वक़्त प्रकृति ही सिचाई का कार्य कर देती है। जिससे किसानों को काफी फायदा होता है। उनका समय बचता है। उन्हें इस मौसम में खेती करने में आसानी होती है।वर्षा के कारण उनके खेत की मिट्टी भी हर जगह से गीली हो जाती है। इससे जमीन ज़्यादा मात्रा व अच्छी मात्रा में अनाज देती हैं। किसानों के लिए भी ये मौसम लाभदायक होता है। इसके बाद कई सारे अन्य फायदे भी होते है। हम सभी जानते है कि ऐसा नाजाने कितने क्षेत्र है जहाँ पानी की स्थिति बत्तर होती है। वहां पानी की कमी होती है। ऐसी अनगिनत बस्तियों के लिए बारिश का मौसम सबसे अधिक प्रिय होता है। यह लोग बारिश में पानी को किसी प्रकार से अपने घरों के बर्तनों टंकियों में इकठ्ठा करते हैं। उनके पास अलग अलग तरीके होते है। जैसे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम। इससे वह बारिश के पानी को इकठ्ठा कर पाते है। फिर पानी की कमी होने पर इस स्थिति में उसका उपयोग करते है। ऐसे ही जब कही सूखा पड़ जाता है, तब भी बारिश से लोगो की मदद होती है। इस मौसम में नदियां भी जलमग्न हो जाती है। सरकार द्वारा डैम में भी पानी इकठ्ठा किया जाता हैं। जिससे लोगो की मदद भी होती है। बारिश से जमा हुए पानी का इस्तेमाल अगले वर्ष आने वाली बारिश तक होता है। जितना पानी इकठ्ठा होता है वह मनुष्य पशु पक्षी सभी के काम आता है। इससे वातावरण भी पवित्र होता है। प्रदूषण भी कम होता है। साथ ही धरती के हर कोने की सिचाई हो जाती है।

वर्षा ऋतु के नुकसान- जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते है ठीक वैसे ही हर चीज़ के फायदे व नुकसान दोनो होते हैं। कहते है कि किसी भी किसी चीज़ की अति होना घातक होता है। अर्थात किसी भी चीज़ का हद से ज़्यादा होना हानिकारक होता है। जी हां, ठीक इसी प्रकार बारिश का भी है। अगर अधिक मात्रा में पानी गिरता है, अधिक मात्रा में वर्षा होती है तब यह ऋतु घातक भी साबित हो सकती है। जब किसी क्षेत्र में कुछ ही समय मे काफी तेज बारिश होने से जगह जगह पानी भरा जाता है। लोगो के घरों के अंदर पानी प्रवेश कर जाता है। जिससे कई बस्तियां उजड जाती है। इसे प्राकृतिक आपदा भी बोला जाता है। जब अधिक मात्रा में पानी इकठ्ठा हो जाए जिससे हज़ारो घर डूब जाए, सड़क पर पानी जमा हो जाय उसे हम बाढ़ कहते है। किसी स्थान पर अधिक वर्षा होने से ऐसी स्थिति पैदा होती है।इसके नियंत्रण के लिए लोगो को पलायन भी करना पड़ता है। कई बार नदियां उफान पर भी आ जाती है। जिससे आस पास के लोग बेहद प्रभावित होते है। वर्षा ऋतु के बस यही कुछ नुकसान होते है।अधिक मात्रा में बारिश होने से कई बार किसानों की फसल भी बर्बाद हो जाती है।इसी तरह के नुकसान वर्षा ऋतु में देखे जाते है। 

उपसंहार- वर्षा को नियंत्रण करना तो हमारे वश में नही है। परंतु  तकनीकों के माध्यम से वैज्ञानिक इसके बारे में अनुमान लगा कर स्थिति को पहले से ही नियंत्रित करते है। वह पहले से ही लोगो को उस स्थान से हटा कर दूसरे स्थान पहुंचाते हैं जिससे किसी की जान को हानि न पहुंचे। इस दिशा में काम करने वाले संस्थान पहले से ही अनुमान लगा कर लोगो को सचेत कर उन्हें वहां से निकालते हैं। आई.एम.डी( इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट) व अन्य प्राइवेट डिपार्टमेंट इस दिशा में काम करते है। धीरे धीरे वह इसपर और बेहतर तरीके से काम करने का प्रयास कर रहे है। इस डिपार्टमेंट्स की मदद से लाखों लोगों की जान बचती है। 

ऐसे तो वर्षा ऋतु मनमोहक होती है परंतु बाढ़ जैसी समस्याएं भी कई बार पैदा करती है। यह प्राकृतिक आपदाओं का अनुमान लगा कर लोगो की जान बचाने वाले संस्थानों का आमजन आभार प्रकट करते हैं। वे इस दिशा में सटीकता लाने के प्रयास में भी जुड़े हुए है।  

हमें आशा है आपको rainy season in hindi निबंध पसंद आया होगा। आप इस निबंध को about rainy season in hindi के रूप में भी प्रयोग कर सकते है। इस निबंध को paragraph on rainy season in hindi के लिए भी प्रयोग कर सकते है ।

  • Study Material

class 4 essay on rainy season in hindi

Essay on Rainy Season in Hindi | वर्षा ऋतु पर निबंध

Essay on Rainy Season in Hindi: दोस्तो आज हमने  वर्षा ऋतु पर निबंध  कक्षा 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 ,10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए लिखा है।

Essay on Rainy Season in Hindi वर्षा ऋतु पर निबंध

बरसात के मौसम पर इस निबंध में, हम सबसे सुंदर मौसम के बारे में बात करने जा रहे हैं। इसके अलावा, कुछ क्षेत्रों में साल के इस समय में सबसे अधिक वर्षा होती है। इसके अलावा, उष्णकटिबंधीय और गैर-उष्णकटिबंधीय दोनों क्षेत्रों में उनकी स्थलाकृतिक स्थिति के अनुसार वर्षा होती है। हालाँकि, कुछ स्थानों पर, यह एक महीने तक रहता है लेकिन कुछ स्थानों पर यह लगभग तीन से चार महीने तक चलता है। इसलिए, बरसात के मौसम पर इस निबंध में, हम बारिश के मौसम के महत्व, महीनों और कारणों के बारे में चर्चा करेंगे।

Rainy Season in Hindi

वर्षा ऋतु का महीना

भारतीय उपमहाद्वीप के लोग वर्षा ऋतु को ‘ मानसून ‘ के रूप में संदर्भित करते हैं । साथ ही, भारत में यह सीजन लगभग 3 से 4 महीने तक चलता है। इसके अलावा, विभिन्न देशों और विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में बारिश के मौसम की अवधि तय नहीं है। कुछ स्थानों पर जैसे उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में वर्ष भर वर्षा होती है जबकि दूसरी ओर सहारा डेज़र्ट जैसी जगहों पर बहुत कम वर्षा होती है।

बारिश के मौसम के कारण

हालांकि बारिश का मौसम एक आवधिक घटना है जो बादलों और सी को वहन करने वाली हवा के प्रवाह के परिवर्तन के कारण होता है। जब दिन के दौरान पृथ्वी की सतह का तापमान बढ़ता है तो आसपास की हवा ऊपर उठती है और कम दबाव का क्षेत्र बनता है। यह महासागरों से भूमि की ओर नमी भरी हवाओं को धकेलता है। और जब यह नमी और गाद भूमि में पहुँचती है तो वे बारिश को रोक देती हैं। इन सबसे ऊपर, यह चक्र क्षेत्र में कुछ समय तक जारी रहता है और मौसम को वर्षा ऋतु कहा जाता है।

वर्षा ऋतु का महत्व

भारत जैसे देशों के लिए जहां बड़ी संख्या में जनसंख्या कृषि पर निर्भर करती है बरसात का मौसम उल्लेखनीय भूमिका निभाता है। साथ ही, भारत में कृषि क्षेत्र जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में लगभग 20% योगदान देता है । इसके अलावा, यह देश के 500 मिलियन लोगों से ऊपर के कर्मचारी हैं।

इसलिए, भारत जैसे देशों की आर्थिक स्थिति के लिए मानसून बहुत आवश्यक है। इसके अलावा, उपज की फसल बारिश की गुणवत्ता पर काफी हद तक निर्भर करती है। इसके अलावा, एक समृद्ध मानसून अर्थव्यवस्था को अच्छी उपज देगा और कमजोर मानसून अकाल और सूखे का कारण बन सकता है।

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इसके अलावा, भूजल स्तर और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने के लिए बारिश का मौसम महत्वपूर्ण है । इसके अलावा, सभी जीवित और गैर-जीवित चीजें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से प्राकृतिक पानी पर निर्भर करती हैं और बरसात के मौसम में उस पानी की भरपाई होती है ताकि यह अगले मौसम तक बरकरार रह सके।

मानसून के दौरान लगातार बारिश हमें वर्षा जल संचयन के विभिन्न तरीकों से इस अपवाह जल को इकट्ठा करने का मौका प्रदान करती है। इसके अलावा, या तो हम इस सहेजे गए पानी का उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए या भूजल रिचार्ज करने के लिए कर सकते हैं।

बरसात का मौसम साल का सबसे अद्भुत मौसम होता है

बारिश का मौसम वर्ष का सबसे आवश्यक और निस्संदेह सुखदायक मौसम है। साथ ही, ऐसे देशों के लिए जो कृषि को अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानते हैं, यह किसी भी अन्य भौतिक वस्तु की तुलना में कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, मौसम ग्रह पर जीवन को पुनर्जीवित करने वाले मीठे पानी को फिर से भरने में मदद करता है।

इसके अलावा, यह पृथ्वी पर सभी जीवन रूपों के लिए महत्वपूर्ण है चाहे बड़ा हो या छोटा। कारण, बारिश से ताजे पानी की बड़ी मात्रा में आपूर्ति होती है। इन सबसे ऊपर, अगर बारिश नहीं होगी तो विभिन्न जनसांख्यिकी के कई हरे क्षेत्र शुष्क और बंजर भूमि में बदल जाएंगे।

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निबंध : मेरा प्रिय मौसम वर्षा

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Rainy Season Essay In Hindi | निबंध : मेरा प्रिय मौसम वर्षा

class 4 essay on rainy season in hindi

class 4 essay on rainy season in hindi

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वर्षा ऋतु पर निबंध: Essay on Rainy Season in Hindi

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Reported by Saloni Uniyal

Published on 20 April 2024

भारत में एक साल में छः ऋतुएं आती है जिनमें से एक वर्षा ऋतु भी होती है, इस ऋतु को मानसून सीजन भी कहा जाता है। इस ऋतु के शुरू होने से पहले ग्रीष्म ऋतु शुरू होती है। गर्मी की कड़कड़ाती एवं भीषण धूप से वर्षा ऋतु के आने से लोग को काफी राहत मिलती है जिस कारण लोगों को यह ऋतु बहुत पसंद होती है। जब यह मौसम आता है तो पूरे आसमान में काले बादलों से घिर जाता है और तेज हवाओं के साथ बारिश होने लगती है। अकसर स्कूल पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को वर्षा ऋतु पर निबंध लिखने के लिए दिया जाता है आइए हम आपको आज वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on Rainy Season i n Hindi) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी बताने जा रहें हैं अतः इच्छुक नागरिक इस निबंध की जानकारी प्राप्त करके आसानी से इस विषय पर निबंध लिख सकते हैं।

वर्षा ऋतु क्या है?

भारत में जून के माह में कड़क धूप लगती है जिसे धरती सूख जाती है और धरती में स्थित पेड़ पौधे एवं फसल सूख जाती है तथा जीव-जंतु परेशान होने लगते हैं जो कि बरसात के मौसम में शुरू होने से खुश हो जाते है। आपको बता दे जून माह के लास्ट से ही आसमान में काले बादल आने लगते हैं तथा तेज हवाएं चलने लगती हैं अर्थात वर्षा ऋतु आ रही है और मानसून आ गया है। अर्थात ताप्ती गर्मी से अब राहत मिलने वाली है लोग मजे से बारिश में नहा कर आनंद लेते है। भीषण गर्मी का तापमान ठंडा हो जाता है। इस मौसम में बारिश बहुत तेज होती है। चारों और प्रकृति में हरियाली आ जाती है। भारत में यह ऋतु अन्य ऋतुओं से अधिक पसंद की जाती है।

Rainy Season का समय

जून की तपती गर्मी को कम करने के लिए वर्षा ऋतु का आरम्भ होता है। यह मौसम जून के मध्य में शुरू होता है हिंदी महीने में इसे सावन भादो कहा जाता है। इस मौसम के आते ही लगातार वर्षा होनी शुरू हो जाती है।

वर्षा ऋतु पर निबंध (Essay on Rainy Season in Hindi)

Rainy Season के लाभ

  • बरसात के मौसम के आने से गर्मी के प्रकोप से बचा जा सकता है।
  • बारिश होने से चारों और पेड़ – पौधे एवं वनस्पति हरी होती जाती है।
  • वर्षा होने से खाली एवं सूखे हुए तालाब पानी से भर जाते हैं।
  • फसल की पैदावार में वृद्धि होती है।

Rainy Season के हानि

जिस प्रकार से रेनी सीजन के कई लाभ हैं ठीक उसी प्रकार से कई हानियां भी है जो कि निम्नलिखित हैं।

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  • वर्षा ऋतु में अधिक बारिश होने के कारण फैसले बर्बाद हो जाती हैं।
  • चारों ओर कीचड़ ही कीचड़ हो जाता है जिससे आने जाने में बहुत दिक्कत होती है।
  • अधिक मात्रा में बारिश होने के कारण बाढ़ जैसी आपदा को सहना पड़ता है जिससे जान-माल के साथ जन- धन की हानि होती है।
  • जगह -जगह रास्ते, सड़के टूट जाते हैं।
  • नालियां पानी से भर जाती है जिससे कि वह सड़कों में जमा होने लगता है जिससे कई बीमारियां होने लगती है।
  • अनेक स्थानों में पानी के जमा होने से मच्छर पैदा हो जाते हैं जिनसे कि कई बीमारी होने का खतरा रहता है।

Rainy Season Importance

हमारे जीवन एवं आम जिंदगी में Varsha Ritu के बहुत महत्वपूर्ण महत्व है जिसकी जानकारी हम नीचे बताने जा रहें हैं।

  • जैसा कि हम सभी को पता है कि भारत एक कृषि विधान देश है जिस कारण वर्षा यहां की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अपनी मुख्य भूमिका निभाती है।
  • बारिश होने से धरती का तापमान नियंत्रण में आ जाता है।
  • यदि पृथ्वी पर वर्षा नहीं होगी तो पूरी धरती सूखी पड़ जाएगी। पशु – पक्षी एवं जीव -जंतु मर जाएंगे। धरती पर एक भी अन्न का दाना नहीं होगा।
  • पानी के बिना हमारा जीवन संभव नहीं है।
  • सूखे हुए तालाबों, नदियों एवं कुँओं को भरने के लिए वर्षा के पानी की आवश्यकता पड़ती है।
  • फसल की पैदावार अच्छी करने के लिए बरसात का होना आवश्यक है।
  • बारिश का पानी डैम में इकट्ठा होकर बिजली निर्माण के काम आता है।

Rainy Season में सुरक्षित कैसे रहें?

आप सभी को पता है कि बरसात शुरू होने से गर्मी खत्म हो जाती है जिस कारण लोग राहत महसूस करते हैं लेकिन इस मौसम में कहीं बाहर निकलना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। अत्यधिक बारिश के कारण बीमारियां भी फैलने लगती है। सर्दी जुकाम जैसी वायरल बीमारी सभी को हो जाती है। हम आपको नीचे कुछ उपाय बताने जा रहें है बरसात के मौसम में अपना और अपने परिवार को सुरक्षित रख सके।

  • बारिश में ना भीगें- आपको बारिश के पानी से बार-बार भीगने से बचना है ताकि आप सुरक्षित रह सके और आपको कोई बीमारी ना हो सके और आप स्वस्थ रहें।
  • गर्म पानी से नहाएं- इस मौसम में आपको अकसर गर्म पानी से ही नहाना चाहिए क्योंकि बारिश से हम कितना भी बचने की कोशिश करें हम भीग ही जाते हैं इसलिए आप गर्म पानी से ही नहाइये। मानसून में शरीर का तापमान भी घट जाता है जो कि गर्म पानी के नहाने से सामान्य हो जाता है।
  • साफ-सफाई रखें- मानसून में आपको खुद की साफ-सफाई का अधिक ध्यान रखना है कुछ खाने से पहले हाथ धो ले ताकि आप सर्दी जुकाम से बच सके।
  • रेन गियर का इस्तेमाल- मानसून में जब भी आप घर से बाहर निकलते हैं तो आप अपने साथ छाता ले कर जरूर जाएं। इसके अलावा आप अपने साथ रेनकोट एवं वाटरप्रूफ जूते पहनकर ले जा सकते है ताकि आप भीगने से बच पाएं। अतः बारिश में आप इनके बिना घर से बाहर ना निकलें।
  • जमा हुआ पानी इकठ्ठा ना होने दें- बरसात के सीजन में अकसर आप कहीं भी देखते होंगे कि पानी जमा हो जाता है जो कि मच्छरों का प्रजनन स्थल बनता है जिससे की डेंगू एवं मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी फैलने का डर रहता है। इस समस्या से बचने के लिए आपको अपने घर के आस-पास पानी इकट्ठा नहीं होने देना है बारिश होने के बाद आपको जमा पानी को साफ़ कर लेना है।

वर्षा ऋतु पर 10 लाइन

  • अक्सर लोगों को भारत में वर्षा ऋतु का मौसम अच्छा लगता है।
  • यह एक सुहावना मौसम है।
  • लोग इस मौसम में गर्म चाय एवं पकोड़े खाना पसंद करते हैं।
  • यह मौसम बच्चों का सबसे पसंदीदा मौसम होता है क्योंकि वे बारिश में कागज की नाव बना कर खेलते हैं।
  • इस मौसम के शुरू होते ही कई दिनों तक लगातार वर्षा होती रहती है।
  • आसमान में चारों ओर काले बादल छा जाते हैं।
  • वर्षा ऋतु के शुरू होते ही सूखे कुँए, तालाब एवं नदियां जल से भर जाते हैं।
  • इस मौसम में लोग घर के अंदर बैठकर आराम करते हैं।
  • तपती हुई गर्मी से राहत प्राप्त होती है।
  • जब बारिश होती है उसके पश्चात किसान खेतों में बीज बोते हैं।
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वर्षा ऋतु पर निबंध से सम्बंधित प्रश्न/उत्तर

बरसात के मौसम को क्या कहा जाता है.

बरसात के मौसम को वर्षा ऋतु कहा जाता है।

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बरसात के दिनों में क्या करने का मन होता है?

बरसात के दिन में अंदर बैठने और आराम करने का मन होता है। अधिकतर लोग इस मौसम में गर्म चाय और पकोड़े खाना पसंद करते हैं।

भारत में ऐसी कौन सी जगह है जहाँ सबसे कम बारिश होती है?

भारत में सबसे में कम बारिश लेह-लद्दाख में होती है।

Rainy Season किस माह शुरू होती है?

भारत में गर्मी के बाद जुलाई माह से Rainy Season शुरू होता है।

भारत में बारिश सबसे अधिक किस स्थान पर होती है?

भारत में बारिश सबसे अधिक मेघालय के मासिनराम में होती है।

बारिश के पानी में कौन-कौन से तत्त्व पाए जाते हैं?

बारिश के पानी कई प्रकार के तत्व पाए जाते हैं जैसे- आयरन, पोटेशियम, सोडियम, अमोनिया, मैग्नीशियम, क्लोराइड एवं सल्फेट आदि।

क्या धरती पर बारिश का होना जरुरी है?

जी हाँ, धरती पर बारिश का होना बहुत जरूरी है यदि धरती पर बारिश नहीं होगी तो चारों तरफ सूखा ही सूखा पड़ जाएगा और जीव- जंतु सभी बिना पानी के मर जाएंगे।

Essay On Rainy Season in Hindi से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी को हमने इस लेख में आपको साझा कर दिया है यदि आपको लेख से जुड़ी और जानकारी या कोई प्रश्न पूछना है तो इसके लिए आप नीचे दिए हुए कमेंट सेक्शन में अपना प्रश्न पूछ सकते हैं। इसी तरह के अन्य लेखों, शिक्षा से जुड़ी जानकारी एवं सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी साइट विजिट hindi.nvshq.org कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो धन्यवाद।

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